हाई ब्लड प्रेशर से लेकर हाइपरटेंशन तक,ऐसे जानें कौन सी स्टेज में हैं आप
हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। कम उम्र के लोग भी हाई बीपी से काफी प्रभावित हैं। कई लोग इसके लिए रोजाना दवा भी लेते हैं,
Hypertension Stage: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी और खराब लाइफस्टाइल के चलते ज्यादातर लोग ब्लड प्रेशर की बीमारी का शिकार हो रहे हैं। हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। कम उम्र के लोग भी हाई बीपी से काफी प्रभावित हैं। कई लोग इसके लिए रोजाना दवा भी लेते हैं, वहीं कुछ लोग योग और एक्सरसाइज से बीपी को कंट्रोल करने की कोशिश करते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि आप ब्लड प्रेशर की कौन सी स्टेज पर हैं? ब्लड प्रेशर के कई अलग-अलग स्टेज होते हैं।
क्या होता है हाई ब्लड प्रेशर

जब दिल की धमनियां पतली हो जाती हैं तो हार्ट के लिए ब्लड पंप करना मुश्किल हो जाता है। इससे ब्लड प्रेशर बढ़ने लगता है। इस स्थिति के बाद हाई ब्लड प्रेशर की स्थिति बनती है। इससे रक्त वाहिकाओं पर खून तेजी से दबाव डालता है, जिससे हार्ट अटैक और किडनी खराब होने जैसी समस्याएं होती हैं। दबाव को मापने के लिए मशीन का इस्तेमाल किया जाता है, इसमें दो तरह की डिजिट दिखाई देती है, एक ऊपर और एक नीचे। ऊपर वाली रीडिंग को ‘सिस्टोलिक’ (systolic) और नीचे दिखने वाली रीडिंग को ‘डायस्टोलिक’ (diastolic) ब्लड प्रेशर कहा जाता है।
कितना होता है सामान्य ब्लड प्रेशर

सामान्य ब्लड प्रेशर की बात करें तो आपका ‘सिस्टोलिक’ बीपी 120 hg से कम और डायस्टोलिक बीपी 80 hg तक होना चाहिए। अगर आपका ब्लड प्रेशर इतना है तो आप सामान्य स्थिति में हैं। यानी आपको बीपी की कोई समस्या नहीं है। इसे नॉर्मल स्टेज कहते हैं।
इलेवेटेड यानी बढ़ा हुआ बीपी
इसे हाई ब्लड प्रेशर का पहला स्टेज माना जाता है, यानी यहां से आप हाई बीपी के शिकार होते हैं। इसमें सिस्टोलिक प्रेशर की रीडिंग 120 से लेकर 130 तक जाती है। वहीं डायस्टोलिक प्रेशर 80 से कम होता है। इसी स्टेज से हाई बीपी की समस्या होती है।
हाइपरटेंशन की स्टेज

अगर आपका बीपी 130/80 से ज्यादा होता है तो आप हाइपरटेंशन की पहली स्टेज में आते हैं। इसमें प्रेशर 139/89 तक होता है। इस स्टेज तक आप बिना दवा के रह सकते हैं। इसके बाद हाइपरटेंशन की दूसरी स्टेज आती है। जिसमें बीपी 140/90 या इससे ज्यादा होता है। इस स्टेज में आने के बाद आपको दवाएं खानी पड़ सकती हैं। साथ ही अपनी लाइफस्टाइल में सुधार करना होता है।
सबसे खतरनाक स्टेज
हाइपरटेंशन की इन दो स्टेज के बाद तीसरा हाइपरटेंसिव क्राइसिस होता है, जहां आपको बहुत ज्यादा खतरा होता है। इसमें बीपी 180/120 तक पहुंच जाता है। ऐसी स्थिति में आपको कभी भी हार्ट अटैक या फिर स्ट्रोक आने का खतरा हो सकता है। इस स्थिति में पहुंचने के बाद कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं और डॉक्टर की तरफ से बीपी की दवाओं की हाई डोज लेने की सलाह दी जाती है।

अगर आप भी ब्लड प्रेशर की किसी भी स्टेज में आते हैं तो आपको तुरंत इसके लिए सतर्क होना पड़ेगा। क्योंकि हाइपरटेंशन के स्टेज में जाना आपके लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है। आप अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव और एक्सरसाइज से अपना बीपी कंट्रोल कर सकते हैं।
