Honey Singh Weight Loss
Honey Singh Weight Loss

Honey Singh Weight Loss: सिंगर-रैपर हनी सिंह को देखकर अब आप चौंक जाते होंगे कि इन्होंने आखिर इतना वजन कैसे घटा लिया है? सोचकर तो ऐसा ही लगता है कि 95 किलो से 77 किलो घटाना बहुत आसान नहीं है, लेकिन एक ‘मैजिकल ड्रिंक’ ने ये काम आसान कर दिया है। ऐसा नहीं है कि केवल यह ड्रिंक ही उनके वेट लॉस का कारण बनीं लेकिन इस ड्रिंक ने इस प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

वास्तव में यह एक डिटॉक्स ड्रिंक है जिसमें प्राकृतिक सामग्रियों का इस्तेमाल किया गया है। ये सामग्रियां फैट को बर्न करने और डिटॉक्सिफिकेशन करने में मदद करती है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उनके फिटनेस ट्रेनर अरूण कुमार ने खुलासा किया कि इस ड्रिंक को खाली पेट सुबह सबसे पहले लिया जाना चाहिए।

लाल-लाल चुकंदर वैसे ही बेहद फायदेमंद है। ऑक्सीडेंट से भरपूर है और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार लाने का काम करता है।

विटामिन सी से भरपूर आंवला, पाचन के लिए अच्छा है और फैट कम करने में मदद करता है।

गाजर भी पाचन सुधारने में मदद करती है और ज़रूरी पोषक तत्व देती है।

शरीर को हाइड्रेड रखने के साथ ये टॉक्सिन को बाहर निकालने का काम करती है।

धनिया मेटाबॉलिज्म बढ़ाने में मदद करता है। साथ ही पाचन सुधार में भी सहायक है।

इस ग्रीन जूस ने वेट लॉस में काफी मदद की लेकिन केवल यही काफी नहीं था। एक स्ट्रक्चर्ड डाइट प्लान ने रिजल्ट को बढ़ाने में मदद की। सुबह एक गिलास इस ग्रीन डिटॉक्स जूस और इसके बाद फाइबर के लिए वेजिटेबल पल्प का सेवन करना। प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट के संतुलन के लिए लंच में चावल के साथ बॉइल्ड चिकन लेना। शाम को स्नैक्स में वेजिटेबल सूप पीना। वहीं डिनर में फाइबर इनटेक को मेनटेन करने और ज़रूरी पोषक तत्वों के लिए हरी सब्जियां या सूप लेना। प्रोसेस्ड फूड्स, शुगर और एल्कोहल को डाइट से पूरी तरह से हटाना इसमें शामिल है।

केवल डाइट ही सबकुछ नहीं कर सकती थी। इसलिए फिटनेस प्लान महत्वपूर्ण था। मसल डेवलपमेंट और फैट घटाने के लिए स्ट्रेंथ ट्रेनिंग, फैट बर्निंग बढ़ाने के लिए कार्डियो और हाई रिपीटेशन सेट्स ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

बिना सप्लीमेंट्स के लिए हनी सिंह का ये ट्रांसफॉर्मेशन काफी प्रभावी रहा और उन्होंने ये सुनिश्चित किया कि वेट लॉस के साथ वे हेल्दी भी रहें।

बता दें कि हनी सिंह एक बड़ा फाइटर बनकर उभरे हैं। वे बायपोलर डिसऑर्डर जैसी बीमारी से पीड़ित थे, जिसकी वजह से उन्होंने 6 साल संघर्ष किया। इस हेल्थ डिसऑर्डर के बाद हनी सिंह ने दमदार वापसी की। वे कभी भी अपनी बीमारी के बारे में बोलने से नहीं कतराए और लोगों में जागरूकता लाने का प्रयास किया।

राधिका शर्मा को प्रिंट मीडिया, प्रूफ रीडिंग और अनुवाद कार्यों में 15 वर्षों से अधिक का अनुभव है। हिंदी और अंग्रेज़ी भाषा पर अच्छी पकड़ रखती हैं। लेखन और पेंटिंग में गहरी रुचि है। लाइफस्टाइल, हेल्थ, कुकिंग, धर्म और महिला विषयों पर काम...