Summary: गले की खराश का इलाज
इलायची और लौंग का काढ़ा प्राकृतिक एंटीबायोटिक की तरह काम करता है, गले की खराश और खांसी-जुकाम में राहत देता है।
Cardamom and Clove for Sore Throat: बदलते मौसम के दौरान अक्सर गले में खराश और दर्द की समस्या होती है ऐसे में बार-बार अंग्रेजी दवाइयों के सेवन से राहत तो मिलता है लेकिन डर भी रहता है क्या ज्यादा दवाइयां लेना सही है। ऐसे ही उलझन भरी स्थिति से निकालने का काम करते हैं हमारी दादी नानी के नुक्से। गले के खरास से तुरंत और बिना साइड इफेक्ट राहत पाने के लिए दादी मां के ऐसे ही नुस्खा आपके साथ साझा कर रहे हैं। आईए जानते हैं इस लेख में गले के खरास से राहत के लिए कैसे इलायची और लौंग का काढ़ा मददगार है और आप इसे कैसे बना सकते हैं।
इलायची और लौंग के आयुर्वेदिक गुण
इलायची: इलायची में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीइन्फ्लमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो गले में खराश को कम करने और दर्द से राहत दिलाने में मददगार है। इसके अलावा नियमित रूप से इलायची के सेवन से सांसों की बदबू दूर होती है और पाचन क्रिया भी सही रहता है।
लौंग: लौंग के अंदर दर्द को कम करने और घाव को भरने के गुण पाए जाते हैं। लौंग के अंदर युजेनॉल नामक कंपाउंड पाया जाता है जो गले की खराश और सूजन से राहत दिलाता है। इसके अलावा गले की जलन और खिचखिच से भी तुरंत राहत दिलाता है।

गले के खराश में इलायची लौंग का काढ़ा
अगर आप गले में बार-बार खराश होने से परेशान है तो इलायची और लौंग का काढ़ा आपके लिए बहुत फायदेमंद है इसके सेवन से गले में होने वाले खराश और सूजन से राहत मिलता है। इलायची और लौंग में पाए जाने वाले एंटीबैक्टीरियल गुण गले में मौजूद बैक्टीरिया को कम करने में मददगार है इस काढ़ा के सेवन से कफ़ और बलगम के बाहर निकलने में आसानी होती है। इसके अलावा गले में होने वाली खिचखिच से भी आराम मिलता है।
इलायची और लौंग का काढ़ा बनाने का तरीका
सामग्री: इस काढ़ा को बनाने के लिए आपको दो हरी इलायची, तीन से चार लौंग, एक छोटा टुकड़ा अदरक का, दो कप पानी, एक चम्मच शहद की आवश्यकता पड़ती है।
बनाने का तरीका: एक कप पैन में दो कप पानी डालकर उबाले, इस पैन में दो हरी इलायची और तीन लौंग को कुचलकर डालें। अधिक फायदे के लिए इसमें आप एक छोटा टुकड़ा अदरक का भी डाल सकते हैं। अब इस पानी को 7 से 8 मिनट कम आंच पर उबाले। पानी के आधा रह जाने पर गैस बंद करें और इसे छान कर आप इसे पी सकते हैं। आप चाहे तो स्वाद बेहतर करने के लिए इसमें शहद मिला सकते हैं।
काढ़ा लेने का तरीका और सावधानियां
आप इस काढ़ा का सेवन दिन में एक से दो बार ही करें। आप इस काढ़ा को सुबह खाली पेट या रात को सोने से पहले ले सकते हैं इस दौरान आप ठंडी चीजों का सेवन न करें, इससे आपको ज्यादा फायदा होगा।
सावधानियां: अधिक मात्रा में इसका सेवन न करें, इससे आपको एसिडिटी या हाई ब्लड प्रेशर की परेशानी हो सकती है।
अगर आपको एलर्जी या कोई गंभीर स्वास्थ्य समस्या है तो बिना डॉक्टर के परामर्श के काढ़ा का सेवन ना करें।
गर्भवती महिलाएं या स्तनपान करने वाली महिलाएं बिना डॉक्टर के सलाह के काढ़ा का सेवन ना करें।
अगर आप यह काढ़ा बच्चों को दे रहे हैं तो इसकी मात्रा कम ही रखें। ज्यादा मात्रा में या काढ़ा बच्चों के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
इस बार अगर आपके गले में खराश हो तो दादी मां का यह नुस्खा जरूर अपनाकर देखें। आपको आराम मिलेगा
