पहले हार्ट अटैक या दिल से जुड़े रोग अधिक उम्र के लोगों को होते थे लेकिन आज कम उम्र के लोगों को भी इससे ग्रसित देखा जा सकता है। पर कई ऐसे उपाय हैं जिनका उपयोग कर आप स्वस्थ रह सकते हैं और दिल से जुड़े रोगों से छुटकारा पा सकते हैं। क्या है वह उपाय आइए जानते हैं-
पसीना निकालें
Healthy tips : व्यायाम, फिट रहने का एक बढ़ियां तरीका है। अगर आप बहुत कठिन शारीरिक गतिविधियों के लिए अनुकूलित नहीं हैं, तो आप अपने भौतिक कार्यक्रमों से 30 मिनट का समय निकालें और पसीना निकालने के लिये व्यायाम करें। एक सप्ताह में लगभग 5 दिनों के लिए तेज चलने की स्थिति आपके लिये बेहतर होगी।
यदि आप अधिक वसा जला कर बाहर निकालना चाहते हैं, तो आप 60 मिनट की अवधि के लिए भी जा सकते हैं। इस प्रकार आप एक सप्ताह में 600-1200 कैलोरी जलाकर आसानी से बाहर निकाल सकते हैं। यह आवश्यक नहीं है कि आप जिम में जाकर कठिन शारीरिक व्यायाम को करें। व्यायाम शुरू में थोड़ा थोड़ा करें और धीरे-धीरे इसमें अधिक समय को दें और पसीना निकालें।
धूम्रपान बंद करें
जैसा कि आप जानते हैं धूम्रपान हृदय रोग का एक अन्य कारण है जिसके कारण कैंसर हो सकता है, इसलिये पूरी तरह से धूम्रपान को रोकने की सलाह दी जाती है। सिगरेट में शामिल तंबाकू दिल की समस्याओं के प्रमुख जोखिम कारक के रूप में जाना जाता है।
यह आपकी धमनियों को संकरा करने के लिये जिम्मेदार भी है जो बदले में एथेरोस्क्लेरोसिस को जन्म दे सकता है। एक व्यक्ति में दिल की समस्या की यह स्थिति निश्चित रूप से दिल का दौरा पड़ने को जन्म देगी। शुरू में आपनी आदत को बदलने के लिये कम निकोटीन सिगरेट या ई सिगरेट का प्रयोग कर सकते हैं। लंबे समय तक इसका प्रयोग भी बहुत ही जोखिम भरा हो सकता है।
स्वस्थ वजन को बनाए रखें
अगर आपका वजन सामान्य से अधिक है, तो आपके अधिक वजन की समस्या के कारण आपको कई घातक बिमारियां हो सकती हैं। इन घातक बिमारियों में से एक हृदय रोग है जो अधिक वजन के प्रभाव के कारण हो सकता है। हो सकता है कि आपको इन बिमारियों के इलाज के लिये पर्याप्त समय मिल जाए लेकिन, हृदय रोग आपको कभी भी समय नहीं देगा।
एक अनुसंधान के अनुसार, यदि आपका वजन एक साल में एक किलो बढ़ता है तो हृदय रोग का जोखिम कभी भी कम नहीं होगा। यह महत्वपूर्ण होगा कि आप नियमित आधार पर बीएमआई (क्चरूढ्ढ) मापें और ऊंचाई के हिसाब से वजन को नियंत्रित करके फिट और स्वस्थ रहें।
नियमित स्वास्थ्य जांच
आज, नियमित आधार पर स्वास्थ्य जांच एक महत्वपूर्ण गतिविधि है। आज कई लोग मधुमेह, कोलेस्ट्रॉल, उच्च रक्तचाप आदि जैसी समस्याओं से पीड़ित हैं। आपको नियमित आधार पर अपने रक्त शर्करा के स्तर का परीक्षण और इसके लिए उपचार लेना चाहिए। यदि आप रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित कर सकते हैं, तो यह हृदय रोग के जोखिम को कम करने के लिए काफी आसान हो जाएगा।
स्वस्थ खान-पान अपनाएं
हममें से ज्यादातर लोग स्वास्थ्य के नहीं बल्कि स्वाद के पीछे भागते हैं। यही कारण है कि ज्यादातर लोग दिल की बीमारी के शिकार होते हैं। हम ज्यादातर स्नैक्स जैसे तले और कुरकुरे खाद्य पदार्थों का सेवन करना पसंद करते हैं, जो अस्वास्थ्यकर और सैचुरेटेड वसा से युक्त होते हैं। अत: लोगों को इस प्रकार की जीवनशैली को त्याग देना चाहिए और इसके बदले स्वास्थ्यकर खान-पान करना चाहिए। आपकी सेहत का सीधा संबंध आहार से होता है।
स्वस्थ बने रहने के लिए संतुलित आहार का सेवन जरूरी है। दिल को दुरुस्त रखने के लिए आपको भोजन में फल, हरी पत्तेदार सब्जियों और साबुत अनाज को शामिल करना चाहिए। वसायुक्त भोजन के सेवन से परहेज करें। स्वस्थ आहार के सेवन से आप दिल संबंधी रोग और हार्ट फेल होने के खतरे से बचे रहेंगे।
रोजाना व्यायाम करें
बढ़ती व्यस्तता और मशीनों पर निर्भरता से शारीरिक श्रम में कमी आई है। पहले लोग शारीरिक मेहनत करते थे, जो सेहत के लिए फायदेमंद रहती थी। शारीरिक रूप से सक्रिय रहकर आप दिल के रोगों के साथ ही अन्य बिमारियों के खतरे को भी कम कर सकते हैं। शारीरिक श्रम करने से वजन नियंत्रित रहता है, डायबिटीज की शिकायत नहीं होती और आपका शरीर फिट रहता है।
साथ ही आपका कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर भी नियंत्रित रहता है। जब भी हम व्यायाम करते हैं खून का प्रवाह तेज हो जाता है। यह मांसपेशियों में जल्दी-जल्दी प्रवेश करने लगता है और उनमें मौजूद साइटोकिन्स को अपने साथ लेकर हृदय तक पहुंचता है। इस तरह से यह प्रोटीन शरीर के हर हिस्से में पहुंच जाता है।
हर जोड़, हड्डी और यहां तक कि दिमाग में भी यह प्रोटीन पर्याप्त मात्रा में उपस्थिति दर्ज कराती है। इस प्रोटीन से शरीर के किसी भी हिस्से में खून के थक्के नहीं जम पाते हैं जो हृदय रोग का सबसे बड़ा कारण होते हैं। इसलिए अगर आप अपने दिल से जरा भी स्नेह रखते हैं तो रोज व्यायाम करें। इसलिए जरूरी है कि आप शारीरिक व्यायाम करें और हार्ट अटैक के खतरे से दूर रहें।
तनाव दूर करने के लिए ध्यान करें
कई बार तनाव भी दिल का दौरा पड़ने का एक कारण होता है। आप नियमित रूप से ध्यान करके तनाव मुक्त वातावरण का निर्माण कर सकते हैं। ध्यान आपको तनाव से कोसों दूर रखता है। इसके अलावा यह आपको दिल की कई प्रकार की कोरोनरी समस्याओं के आसपास भी फटकने नहीं देता है। यह एक काफी अच्छी आदत है जो आपको हर तरह के तनाव से दूर रखेगा। तनाव को कम करने के लिए आप अपनी समस्या को किसी नजदीकी परिजन और दोस्त से भी शेयर कर सकते हैं। तनाव में राहत न मिलने पर विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिए।
भरपूर नींद लें
आज हम काम में इतना व्यस्त रहते हैं न खाने का ध्यान रहता है, न सोने का अगर सोते भी हैं तो पर्याप्त नींद नहीं लेते जिसका आगे चलकर असर हमारे स्वास्थ पर पड़ता है जबकि यदि आप भरपूर नींद लेंगे तो हार्ट अटैक से भी बचाव कर सकते हैं। हार्ट अटैक से बचने का आसान तरीका है -रोजाना 8 घंटे की नींद। दिल के लिए कई तरीके से यह फायदेमंद है। नींद हमारे दिल को सेहमतमंद रखने में काफी मदद करती है।
टहलने की आदत डालें
टहलने से आप अपने दिल को स्वस्थ रख सकते हैं नियमित रूप से टहला करें टहलने की रफ्तार इतनी होनी चाहिए, जिससे सीने में दर्द नहीं हो और हांफें भी नहीं। यह आपके अच्छे कोलेस्ट्रॉल यानी हाई डेन्सिटी लिपोप्रोटीन (एचडीएल) कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में आपकी मदद कर सकता है।
कोलेस्ट्रॉल को रखें नियंत्रित
हार्ट फेल होने के अहम कारणों में से एक होता है बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल। इस कारण ही व्यक्ति को कई प्रकार के दिल के रोग हो जाते हैं। ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रण में रख आप हार्ट फेल की आशंका को कम कर सकते हैं।
इन दोनों को कंट्रोल करने के लिए आपको दिनचर्या में बदलाव के साथ ही नियमित रूप से व्यायाम करना चाहिए। साथ ही बीच-बीच में कोलेस्ट्रॉल की जांच भी कराते रहें। कोलेस्ट्रॉल के ज्यादा होने पर चिकित्सक से परामर्श जरूरी है।
नुकसानदेह है एल्कोहल का सेवन
एल्कोहल के सेवन से रक्तचाप बढ़ता है। लंबे समय तक बढ़ा हुआ रक्तचाप दिल की बीमारी का कारण हो सकता है। हालांकि नियमित मात्रा में रेड वाइन का सेवन दिल के लिए फायदेमंद होता है। कई शोधों से यह भी साफ हो चुका है कि जो लोग शराब का ज्यादा सेवन करते हैं, उनका शराब न पीने वालों के मुकाबले दिल की बिमारियों से ग्रस्त होने की आशंका ज्यादा होती है। जरूरी है कि आप एल्कोहल से दूर रहें, इससे हार्ट फेल की आशंका कम रहेगी।
रक्त प्रवाह ठीक तो सब ठीक
यहां यह बात ध्यान रखने वाली है कि हमारे दिल की धड़कनों को नियंत्रित करने में रक्तप्रवाह महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अधिकांश लोग हृदय सम्बन्धी बिमारियों से अनभिज्ञ होते हैं। हार्ट अटैक की समस्या मुख्यत: हृदय की मांसपेशियों में खून की सप्लाई सही तरीके से न होने के कारण उत्पन्न होती है। हृदय में उपस्थित कोरोनरी धमनियों में खून की सप्लाई सही प्रकार से न होने पर भी हृदय सम्बंधी बिमारियां होने की आशंका बनी रहती है।
