आंखें कहेंगी बीमारी की कहानी
आंखों में अक्सर धुंधला दिखने लगता है, दर्द भी होता है और खास बात ये है कि ऐसा अब किसी भी उम्र में होता है। लेकिन कम ही लोग जानते हैं कि आंखें शरीर में होने वाली बाक़ी बीमारियों के संकेत देती हैं, ये सच है। हम ऐसे ही कुछ लक्षण ढूंढ लाए हैं लेकिन इन पर निर्णय लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेने की सलह दी जाती है।
Health Warning Signs: आंखें सिर्फ आपको दुनिया ही नहीं दिखाती हैं बल्कि ये तो आपके बाक़ी पूरे शरीर की स्थिति को भी दुनिया के सामने रखती हैं। तब ही तो देखिए, जब आप बुखार में होती हैं तो देखने वालों को आपकी आंखें भारी और लाल नजर आने लगती हैं। ये आंखें ही कई बार आपके दुखी होने की सूचना भी दूसरों को दे देती हैं। लेकिन यकीन मानिए यही आंखें आपकी सेहत का पूरा रिपोर्ट कार्ड भी बनाती और दिखाती हैं। जी हां, आंखों में हुई कई सारी दिक्कतें सिर्फ आंखों के बारे में ही नहीं बल्कि बाक़ी शारीरिक दिक्कतों के लक्षण की तरह होती हैं, इन लक्षणों पर ध्यान देकर समय रहते इन बीमारियों का इलाज कराया जा सकता है। किन बीमारियों के होने की जानकारी ये आंखें देती हैं, चलिए जानिए-
ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल

ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल दोनों ही इस वक्त हर उम्र के लोगों की समस्या बन हुआ है। कई लोगो को इस ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल की वजह से ही सात्विक भोजन खाने पर मजबूर होना पड़ रहा है। ढेरों लोग ऐसे हैं जो तेल को हाथ भी नहीं लगाते हैं या फिर ब्लड प्रेशर बढ़ ना जाए इसलिए नमक भी कम खाते हैं। लेकिन इस ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल के गड़बड़ होने की खबर खुद आंखें भी देती हैं। एक्सपर्ट की मानें तो आंखों की पुतली सबकुछ बता देती है।
दरअसल आंखों की पुतलियों के चारों ओर अलग-अलग रंग के सर्किल दिखाई एने लगते हैं। यहां पर सफ़ेद, नीले और ग्रे रंग के सर्किल हो सकते हैं। ये सर्किल जब भी दिखें तो जांच जरूर कराएं। हालांकि ये उम्र बढ़ने के लक्षण भी हो सकते हैं। लेकिन जांच कराकर ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल असंतुलित होने की संभावना को कम किया जा सकता है।
फड़कती हैं आंखें

अक्सर लोगों की आंखें फड़कने लगती हैं, ज्यादातर लोग इसे अच्छे या बुरे संकेत के तौर पर देखते हैं। लेकिन असल में ऐसा शरीर की ओर से दिए जा रहे खास संकेत की वजह से होता है। शरीर कह रहा होता है कि वो थक गया है। ऐसा होने पर शरीर को आराम देने की कोशिश जरूर करें। क्योंकि शरीर ज्यादा थक गया तो असर बेहद बुरा हो सकता है।
मधुमेह

मधुमेह की समस्या छोटी परेशानी बिल्कुल नहीं है। ये समस्या होती है तो व्यक्ति की दिनचर्या पर इसका गहरा असर पड़ता है। खानपान से लेकर फिटनेस तक में मरीजों को काफी ध्यान देना पड़ता है। अब तो ये बीमारी उम्र देखकर भी नहीं आती है। इस बीमारी के लक्षण भी आंखों में नजर आते हैं। अगर मरीज को डायबिटीज़ 2 हुआ है तो उसे धुंधला दिखने लगता है। जबकि लोगों को लगता है कि आंखें कमजोर हुई हैं। हो सकता है कि आंखें कमजोर हों लेकिन इसकी वजह डायबिटीज़ 2 भी हो सकती है। इसलिए जांच करा लेना सही रहेगा।
पीलिया
पीलिया का इलाज अब लोग आसानी से करा लेते हैं और अब इसे बड़ी बीमारी बिल्कुल नहीं माना जाता है। लेकिन फिर भी समय रहते अगर इलाज ना कराया जाए तो पीलिया के लक्षण भी आंखे बता देती हैं। दरअसल पीलिया है तो आंखों का रंग पीला नजर आने लगता है। इसके साथ त्वचा और यूरिन भी पीली दिखने लगती है।
जब दिखें फ्लोटर्स

आपके साथ भी ऐसा जरूर हुआ होगा कि आंखों में सामने काले स्ट्रक्चर तैर रहे हों। पहले तो ऐसा बढ़ती उम्र में होता था लेकिन अब कम्प्यूटर और मोबाइल के ज्यादा इस्तेमाल की वजह से ये छोटी उम्र में भी दिखाई देते हैं। फ्लोटर्स को मामूली बिल्कुल भी नहीं समझा जा सकता है क्योंकि ऐसा रेटिनल टियर की वजह से होता है। अगर इन पर ध्यान न दिया जाए तो आंखों की रोशनी पर गहरा असर पड़ सकता है।
ब्रेस्ट कैंसर
ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण भी आंखों में नजर आ जाते हैं। खास बात ये है कि इस खतरनाक बीमारी के लक्षण बेहद मामूली होते हैं। और ज्यादातर बार उसे आंखों की सेहत से जोड़कर ही देखा जाता है, आंखों में दर्द, धुंधलापन, फ्लैशेस और फ्लोटर्स दिखना ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण हो सकते हैं। ये सभी समस्याएं हों तो जांचें कराकर सेहतमंद होना जरूर सुनिश्चित कर लें। क्योंकि ये छोटे लक्षण आपको बड़ी परेशानियों से बचा सकते हैं।
इंफेक्शन

इंफेक्शन भी कई बार आंखों से नजर आ जाते हैं। खासतौर पर तब तो आंखों में इंफेक्शन के लक्षण दिखाई ही देते हैं, जब संक्रमण कॉन्टैक्ट लेंस में गंदगी की वजह से हुआ हो। इससे आंखों में सफ़ेद धब्बे दिखाई देने लगते हैं। इसलिए अगर आंखों में कॉर्निया पर स़फेद धब्बा दिखाई दे तो आंखों की जांच जरूर करा लें।
आंखों का रखिए ध्यान

अब अगर आंखें दूसरी बीमारियों का संकेत देती हैं तो इनका ध्यान रखा जाना भी तो जरूरी है। आंखों की देखभाल के बारे में आपने खूब सुना होगा लेकिन एक जरूरी बातों पर नजर डाल लीजिए-
-गरम पानी आंखों के लिए सही नहीं है। इसलिए आंखों को दिनभर में कम से कम दो बार जरूर धोएं लेकिन सिर्फ ठंडे पानी से।
-आंखों में किसी भी तरह की छोटी दिक्कत ही क्यों न हो लेकिन डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
-ज्यादा जागें नहीं और जरूरत भर की नींद जरूर लें।
-धुंए और गर्दा से आंखों को जरूर बचाएं।
-कम्प्यूटर पर लंबे समय तक काम करती हैं तो कुछ देर का आराम जरूर दें।
-आंखों का काम कभी भी कम रोशनी में न करें, जैसे पढ़ना-लिखना।
