Benefits of Castor Oil
Benefits of Castor Oil Credit: Istock

Benefits of Castor Oil: बालों और त्‍वचा को खूबसूरत तथा आकर्षक बनाने के लिए हम कई सालों से अरंडी के तेल का इस्‍तेमाल कर रहे हैं। अरंडी के तेल को कैस्‍टर ऑयल के नाम से भी जाना जाता है। इसमें मौजूद फैटी एसिड और एंटीऑक्‍सीडेंट बालों की लंबाई, मोटाई और चमक को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। अरंडी का तेल स्किन को निखारकर उसे आकर्षक बनाने का काम भी बखूबी कर सकता है। अरंडी के बीज व जड़ से तेल निकाला जाता है जो न सिर्फ स्किन के लिए बल्कि हड्डियों और मांसपेशियों के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। लेकिन क्‍या आप जानते हैं औषधिय गुणों से भरपूर इस तेल में ऐसे लाभदायक कंपोनेंट होते हैं जो पेट संबंधित विकारों को सुधारने में भी आपकी मदद कर सकते हैं। इस तेल को सिर्फ बालों और त्‍वचा पर लगाया ही नहीं जाता बल्कि इसे खाने और पीने के लिए भी इस्‍तेमाल किया जा सकता है। हालांकि इस तेल का अधिक सेवन करने से कई तरह के नुकसान भी हो सकते हैं। तो चलिए जानते हैं अरंडी के तेल के फायदे और नुकसान के बारे में।

अरंडी का तेल पीने के फायदे (Benefits Of Castor Oil)

Benefits of Castor Oil
Benefits of drinking castor oil

अरंडी का तेल हेल्‍थ के लिए काफी फायदेमंद होता है। जानते हैं इसके फायदे-

इम्‍यूनिटी बढ़ती है

तेल के रेग्‍यूलर सेवन से शरीर में व्‍हाइट ब्‍लड सेल्‍स को बढ़ने में मदद मिलती है। ये सेल्‍स इंफेक्‍शन से लड़कर इम्‍यून सिस्‍टम में सुधार कर सकते हैं। अरंडी का तेल ब्‍लड फ्लो और थाइमस ग्‍लैंड को भी इम्‍प्रूव कर सकता है।

त्‍वचा के लिए लाभदायक

अरंडी के तेल में एंटीबैक्‍टीरियल गुण होते हैं जो त्‍वचा को इंफेक्‍शन से बचाते हैं। त्‍वचा को ब्राइट और अट्रेक्टिव बनाने के लिए इस तेल को दूध के साथ मिक्‍स करके पीने से लाभ मिलता है। इसके अलावा ये ड्राय स्किन, सूजन और फंगल इंफेक्‍शन को ठीक करने में भी मदद करता है। इस तेल में नेचुरल मॉइस्‍चराइजर होता है तो त्‍वचा को अंदर से हील कर सकता है।

अर्थराइटिस में मददगार

ये तेल अर्थराइटिस में होने वाले दर्द को कम करने में मदद करता है। इस तेल से मालिश करने के अलावा आप इसे डाइट में भी शामिल कर सकते हैं। जोड़ों के दर्द को कम करने के लिए कैल्शियम का सेवन करना चाहिए, इसलिए दूध में एक से दो चम्‍मच अरंडी का तेल मिलाकर पीने से लाभ मिल सकता है। इससे हड्डियां तो मजबूत होंगी ही साथ ही ज्‍वॉइट्स को चिकनई भी प्राप्‍त हो जाएगी।

कब्‍ज से छुटकारा

अरंडी का तेल कब्‍ज से राहत दिलाने में मदद कर सकता है। इस तेल में स्‍टीमुलेंट लेक्‍सेटिव होता है जो आंतों को हिलाने का कारण बनता है। जिस वजह से कब्‍ज की समस्‍या से छुटकारा मिल सकता है। लेकिन अरंडी के तेल का अधिक सेवन करने से बचना चाहिए क्‍योंकि लंबे समय तक इसका सेवन करने से पाचन तंत्र पर प्रभाव पड़ सकता है।

प्रसव में आसानी

कई बार प्रेग्‍नेंसी के आखिरी चरण में अरंडी का तेल पीने से प्रसव प्रक्रिया जल्‍दी हो सकती है। अरंडी के तेल में लेबल इंड्यूसिंग प्रॉपर्टीज होती हैं जो लेबर प्रक्रिया को आसान बनाने में मदद कर सकती हैं। कई अध्‍ययनों में भी ये बात सामने आई है कि अरंडी का तेल पीने से 24 घंटे के अंदर लेबर पेन शुरू हो सकता है। लेकिन प्रेग्‍नेंसी में इसका अधिक सेवन बच्‍चे के लिए हानिकारक भी हो सकता है।

एजिंग को रोके

अरंडी के तेल में ऐसी गुणकारी प्रॉपर्टीज होती हैं जो एजिंग के लक्षणों को कम कर सकती हैं। ये तेल सूजन को कम करने और फ्री रेडिकल्‍स से निपटने में मदद करता है। फेस पर होने वाली फाइन लाइंस जो सामान्‍यतौर पर आंखों के नीचे, मुंह के आसपास, माथे और नेकलाइन पर होती है, जिससे छुटकारा पाने में ये तेल मदद कर सकता है। नियमित रूप से इस तेल से मालिश करने से एजिंग की कई समस्‍याओं से निजात पाई जा सकती है।  

बालों के विकास को बढ़ावा

अरंडी के तेल को यदि नारियल तेल के साथ मिलाकर बालों और स्‍कैल्‍प की मसाज की जाए तो बालों की ग्रोथ पर सकारात्‍मक प्रभाव दिखने लगता है। इस ऑयल को हफ्ते में दो बार इस्‍तेमाल किया जा सकता है। अरंडी के तेल से डेंड्रफ की समस्‍या से भी छुटकारा मिल सकता है। अरंडी के तेल में यदि जोजोबा और सरसों का तेल मिलाकर बालों की जड़ में लगाया जाए तो सफेद बालों की समस्‍या भी काफी हद तक कम हो जाती है।

दाग-धब्‍बों से छुटकारा

अरंडी के तेल में ऐसे लाभदायक गुण होते हैं जो फेस की सूजन को कम करने में मदद करती है। फेस पर होने वाले मुहांसे के दाग और धब्‍बे को हल्का करने में ये सहायक भूमिका निभा सकता है। अरंडी के तेल को रातभर अपने फेस पर लगा कर रखें और सुबह पानी से फेस को धोने से दाग धीरे-धीरे समाप्‍त हो जाएंगे।

यह भी पढ़ेंः किस दिन कौनसा काम करने से मिलती है सफलता? जानें शास्त्रों में दर्ज ये बातें: Vastu Shastra

क्‍या हैं अरंडी के तेल के नुकसान (Side Effects Of Castor Oil)

Side Effects Of Castor Oil
Side Effects Of Castor Oil

अरंडी के तेल के कई फायदे हैं लेकिन इसके कुछ नुकसान भी जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। इस तेल में रिसिनोलिक एसिड नामक एक एक्टिव मॉलिक्‍यूल होता है जो स्‍मॉल इंटेस्‍टाइन को नुकसान पहुंचा सकते हैं। चलिए जानते हैं अरंडी से शरीर को क्‍या नुकसान हो सकता है।

स्किन पर रैशेज

तेल को नियमित त्‍वचा पर लगाने और पीने से स्किन संबंधित समस्‍या हो सकती हैं जिसमें से एक है स्किन रैशेज। रैशेज के चलते स्किन पर लालिमा और खुजली की समस्‍या हो सकती है। माना जाता है कि अरंडी के तेल में किसी भी प्रकार की जलन या खुजली नहीं हो सकती लेकिन इसमें मौजूद रिसिनोलिक एसिड स्किन पर पहले से मौजूद समस्‍या को बढ़ा सकता है।

चक्‍कर की समस्‍या

अरंडी के तेल का सेवन करने ने चक्‍कर, बेहोशी, सांस लेने में तकलीफ और थकान भी हो सकती है। कुछ मामलों में व्‍यक्ति को सीने में दर्द की समस्‍या भी हो जाती है। यदि आप ऐसे किसी भी लक्षण को महसूस करें तो तुरंत डॉक्‍टर से संपर्क करें।

उल्‍टी आना

अरंडी के तेल का अधिक सेवन मितली या उल्‍टी का कारण बन सकता है। उल्‍टी की समस्‍या होने पर डिहाइड्रेशन और इलेक्‍ट्रोलाइट इम्‍बैलेंस हो सकता है। कई लोग इसके स्‍वाद और चिकनाई को सहन नहीं कर पाते जिस वजह से उल्‍टी की समस्‍या हो सकती है। इससे कई बार पेट में दर्द और ऐंठन भी हो सकती है।

शिशुओं के लिए घातक

कई बार आसान प्रसव प्रकिया के चलते महिलाओं को अरंडी का तेल दिया जाता है। हालांकि इसकी नियंत्रित मात्रा नुकसानदायक नहीं होती लेकिन शिशुओं के लिए ये खतरनाक हो सकती है। डिलीवरी के वक्‍त यदि तेल बच्‍चे के मुंह या पेट में चला जाता है तो आंतों को क्षति, दस्‍त और निमोनिया हो सकता है। साथ ही लैक्‍टेटिंग मदर्स को इसके सेवन से दूर रहना चाहिए।

मांसपेशियों में ऐंठन

अरंडी के तेल का लंबे समय तक सेवन करने से मांसपेशियों या मसल्‍स में ऐंठन हो सकती है। खासकर वर्कआउट के दौरान ये समस्‍या अधिक उत्‍पन्‍न हो सकती है। इस तेल में लेक्‍सेटिव होता है जिसकी अधिक मात्रा के कारण मांसपेशियों को कमजोर बना सकता है। यही वजह है कि प्रेग्‍नेंट महिलाओं को अरंडी के तेल का सेवन न करने की सलाह दी जाती है।

पेट संबंधित समस्‍याएं

अरंडी का तेल काफी हैवी होता है जिसे पचाने में परेशानी आ सकती है। हालांकि कब्‍ज की स्थिति में अरंडी के तेल का सेवन किया जाता है लेकिन इसके अधिक और लंबे समय तक सेवन से पाचन संबंधित समस्‍याएं आ सकती हैं। ये डायरिया और दस्‍त का भी कारण बन सकता है। इसलिए इसका सेवन कम ही किया जाना चाहिए।

क्‍या है अरंडी के तेल की कीमत (Castor Oil Price)

भारत में अरंडी का तेल आसानी से उपलब्‍ध हो जाता है। इसे आप अपनी सुविधानुसार 250 मिली से 1 लीटर की बोतल में खरीद सकते हैं। इसकी कीमत की बात करें तो इसकी 500 मिली की बोतल 235 रुपए में खरीदी जा सकती है। वहीं 1 लीटर तेल आप 470 रुपए में खरीद सकते हैं।

कैसे करें अरंडी के तेल का उपयोग (How To Use Castor Oil)

Use Castor Oil
How To Use Castor Oil

कब्‍ज और स्किन संबंधित समस्‍याओं के लिए अरंडी के तेल की खुराक प्रतिदिन 15 मिलीलीटर से अधिक नहीं लेनी चाहिए। इसे दूध में मिलाकर या सलाद की ड्रेसिंग के तौर पर सेवन किया जा सकता है। इसके सेवन से लगभग 4-5 घंटे बाद इसका असर दिखाई दे सकता है।

FAQ | क्या आप जानते हैं

पेट साफ करने के लिए अरंडी के तेल का कैसे करें सेवन ?

पेट साफ करने या कब्‍ज की समस्‍या से निजात पाने के लिए आप 15 मिलीलीटर अरंडी के तेल का सेवन कर सकते हैं। इसे गुनगुने पानी या दूध के साथ लिया जा सकता है।

क्‍या अरंडी का तेल खाली पेट लेना बेहतर है ? 

अरंडी का तेल का सेवन रात के समय नहीं करना चाहिए इससे पेट खराब हो सकता है। इस तेल का सेवन सुबह के समय खाली पेट करना चाहिए ताकि उल्‍टी या दस्‍त की स्थिति में खुद को संभाला जा सके।

अरंडी के तेल का सेवन करने के बाद कैसा भोजन करना चाहिए ?

अरंडी का तेल काफी हैवी होता है इसलिए इसके सेवन के बाद अधिक और भारी खाने से बचना चाहिए। तेल के सेवन से डिहाइड्रेशन की समस्‍या भी हो सकती है इसलिए पर्याप्‍त मात्रा में पानी पिएं।

अरंडी के तेल का सेवन कब तक किया जा सकता है ?

अरंडी का तेल जल्‍दी खराब नहीं होता इसलिए इसे 5 से 6 साल तक स्‍टोर किया जा सकता है। लेकिन इसे कोल्‍ड स्‍टोरेज में रखना बेहतर माना जाता है।

क्‍या मैं शुद्ध अरंडी का तेल पी सकता हूं ?

अरंडी के तेल में अधिक मात्रा में मॉइस्‍चराइजर होता है इसलिए इसे शुद्ध पीना नुकसानदायक हो सकता है। अरंडी के तेल को पानी या दूध के साथ पीना लाभदायक हो सकता है।