Weight Loss Tips: अधिकतर लोग वजन कम करने के लिए जिम जाते हैं और डाइट पर काफी खर्च करते हैं। मगर आप चाहें तो थोड़ी सी कसरत और खूब सारी मौसमी सब्जियां खाकर भी खुद को फिट और तरोताजा रख सकती हैं। आइए जानते हैं कि वो मौसमी सब्जियां कौन सी हैं-
अकसर लोग सोचते हैं कि वजन कम करना एक मुश्किल काम है क्योंकि इस दौरान मन मारकर सिर्फ उबला हुआ भोजन ही खाना पड़ेगा। इतना ही नहीं जमकर कसरत भी करनी होगी, जबकि देखा जाए तो ऐसा नहीं है। वजन घटना इतना भी कठिन नहीं है। अगर मौसम को ध्यान में रखकर सब्जियों को भोजन में शामिल किया जाए तो इससे हेल्दी तरीके से वेट लॉस करने में मदद मिलती है। मसलन, अब बाजार में मौसमी सब्जियां मिलनी शुरू हो गई हैं। ये सब्जियां स्वाद में तो लाजवाब होती ही हैं, साथ ही साथ, वजन कम करने में भी मददगार होती हैं। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको ऐसी ही कुछ सब्जियों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें आप अपनी सर्दियों की डाइट में शामिल करके अपना वजन 4 हफ्ते में आसानी से कम कर सकते हैं-
सर्दियों में गाजर से कम होगा वजन

जब सर्दियों में वजन कम करने की बात होती है तो ऐसे में गाजर का सेवन करना यकीनन एक अच्छा विचार हो सकता है। दरअसल, गाजर फाइबर से भरपूर होती है, जो पचने में समय लेती है, जिससे आपका पेट लंबे समय तक भरा रहता है। जब आप खुद को अधिक तृप्त महसूस करते हैं, तो ऐसे में आप ओवर ईटिंग से बचते हैं और वेट लॉस में मदद मिलती है। इतना ही नहीं, गाजर में कैलोरी भी बहुत कम होती है।
इन बातों का रखें ध्यान
- गाजर को लोग कच्चा, भाप में पकाकर, उबालकर, भूनकर या सूप और तरीदार सब्जी के रूप में खा सकते हैं।
- गाजर को उबालने से कुछ विटामिन सामग्री कम या समाप्त हो सकती है। इसलिए इन्हें कच्चा या स्टीम करके खाना सबसे अच्छा माना जाता है।
- गाजर का अधिक सेवन करने से व्यक्ति को सूजन या कब्ज की समस्या हो सकती है।
- अगर आपको लीवर की बीमारी है तो गाजर का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
- कच्ची गाजर और रस का अधिक मात्रा में सेवन करने से बच्चों और वयस्कों में पैरों और स्किन में पीलापन हो सकता है।
अमरूद

सर्दियों में हम कई तरह के फलों का सेवन करते हैं, लेकिन अगर आप वेट लॉस करना चाहते हैं तो ऐसे में अमरूद का सेवन किया जा सकता है। अमरूद आहार फाइबर से भरपूर होते हैं, जो आपके दैनिक अनुशंसित फाइबर सेवन का लगभग 12 प्रतिशत जरूरत को पूरा करते हैं। इतना ही नहीं, यह आपके डाइजेशन और मेटाबॉलिज्म को भी बूस्टअप करता है, जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है।
इन बातों का रखें ध्यान
- अमरूद को कभी भी खाली पेट नहीं खाना चाहिए, साथ ही इसे भोजन के तुरंत बाद भी खाने से बचना चाहिए। ध्यान रखें कि आपके मील और अमरूद के बीच कम से कम 30 मिनट का अंतराल अवश्य हो।
- इस फल के अधिक सेवन से व्यक्ति को गैस की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
- यह दस्त व इरिटेबल बाउल सिंड्रोम का कारण भी बन सकता है इसलिए इसका सेवन कम मात्रा में ही करें और पहले एक बार डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।
पालक की मदद से कम करें वजन

विंटर में हरी पत्तेदार सब्जियां काफी मिलती हैं और इन्हीं में से एक है पालक। यह आपके वेट लॉस में काफी मददगार साबित हो सकता है। दरअसल, पालक में इनसॉल्यूबल फाइबर प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं और यह आपके वजन को घटाने में सहायक हैं।
इस बात का रखें ध्यान
- एक दिन में तीन कप से अधिक पालक का सेवन ना करें।
- आप पालक से सब्जी, या सूप बनाकर ले सकते हैं। इसके अलावा इससे परांठा या चटनी भी बनाई जा सकती है।
- पालक के अधिक सेवन से आपको पेट में गैस, ब्लोटिंग, पेट में दर्द, डायरिया या कब्ज की समस्या हो सकती है।
- पालक का ओवरडोज किडनी स्टोन की वजह भी बन सकता है। इतना ही नहीं, जिन लोगों को पहले से किडनी स्टोन की समस्या है, उन्हें पालक का सेवन करने से परहेज करना चाहिए।
- जब आप पालक का सेवन कर रहे हैं तो उसके साथ विटामिन सी रिच फूड खाएं। चूंकि पालक आयरन का अच्छा स्रोत है और आयरन के साथ विटामिन सी लेने से शरीर में आयरन को अच्छी तरह से अवशोषित करने में मदद मिलती है।
शकरकंद

विंटर में मिलने वाले शकरकंद को वेट लॉस के लिए अच्छा माना जाता है। दरअसल, यह डायटरी फाइबर से भरपूर होता है, जो वेट लॉस में मददगार होता है। यह आपको लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराता है और इस प्रकार आपको अधिक खाने से रोकता है। इसके अलावा, इनमें विटामिन बी 5 और बी 6 भी होते हैं, जो एक मेटाबॉलिज्म को बूस्ट-अप करने में मदद करता है।
इस बात का रखें ध्यान
- शकरकंद खाने का सबसे अच्छा समय लंच टाइम है। खाने के बाद शकरकंद लेने से उसमें मौजूद कैल्शियम को शरीर में अवशोषित होने में 4-5 घंटे लगते हैं। इस दौरान सूरज की रोशनी कैल्शियम के अवशोषण को बढ़ावा दे सकती है।
- शकरकंद में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होती है। इसलिए, इसे अपनी डाइट में शामिल करने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।
- शकरकंद में मौजूद ऑक्सालेट की मात्रा के कारण गुर्दे की पथरी बनने का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए, इसका सेवन लिमिटेड मात्रा में ही करें। ऑक्सालेट एक प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला पदार्थ है, जो विभिन्न प्रकार की सब्जियों और फलों में पाया जाता है। हमारी हड्डियां और मांसपेशियां रक्त से कैल्शियम को अवशोषित करती हैं, लेकिन जब रक्त में इस पोषक तत्व की मात्रा अधिक हो जाती है, तो ये मूत्र के साथ बाहर निकल जाता है।