रात में लेनी है अच्छी नींद तो आज ही शुरू करें इन चीजों को खाना : eating habits for good sleep
लगभग 8 घंटे की नींद लेना सभी समस्या का समाधान हो सकती है परंतु कई लोग ऐसे होते हैं जो सोना तो चाहते हैं परंतु उसको नहीं आती हैं।
Good Sleep Diet: सभी लोगों को अच्छी नींद लेना बहुत ही ज्यादा जरूरी है अन्यथा हमारे शरीर को बीमारी घेर लेती है। लगभग 8 घंटे की नींद लेना सभी समस्या का समाधान हो सकती है परंतु कई लोग ऐसे होते हैं जो सोना तो चाहते हैं परंतु उसको नहीं आती हैं। बिस्तर पर जाने के बाद अक्सर ही उनकी नींद गायब हो जाती है या कुछ-कुछ देर में ही आंख खुलती रहती है। इसके बाद दोबारा सोना मुश्किल सा हो जाता है। यह अनिद्रा मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को पूरी तरह से प्रभावित करती है। ऐसे में डाइट ऐसी लेनी चाहिए जिससे हमें अच्छी तरह से नींद आए। तो आईये आपको बताते हैं रात में अच्छी नींद लेने के लिए किन चीजों का सेवन करना चाहिए।
मैग्नीशियम से भरपूर खाद्य पदार्थ का करे सेवन

एक्सपर्ट का कहना है कि कोई लोगों को नींद नहीं आती है जिसका मुख्य कारण होता है मैग्नीशियम की कमी होना। ऐसे में मैग्नीशियम की कमी को पूरा करने के लिए नाशपाती, पंपकिन, केला, आलमंड, ब्राउन राइस, किडनी बींस, एवोकाडो, फैटी फिश, ओट्स जैसे खाद्य पदार्थ को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए। इसका सेवन करने से न केवल आपको नींद आने की समस्या ठीक होती है बल्कि ओवरऑल हेल्थ को भी काफी ज्यादा फायदा पहुंचता है।
इसी के साथ-साथ एक्सपर्ट का कहना यह भी है की सबसे जरूरी है कि सोने से पहले हमें खुद का फोन लैपटॉप या किसी भी तरह का डिजिटल उपकरण अपने पास नहीं रखना चाहिए। उन्हें दूर रखना ही ज्यादा अच्छा होता है ऐसे में नींद की क्वालिटी को बेहतर किया जा सकता है।
रात में क्यों नहीं आती है नींद?

कई लोगों को रात में सही प्रकार से नींद नहीं आती है किसी को बुरे सपने आते हैं तो किसी की एक बार नींद खुलने के बाद उन्हें दोबारा नींद नहीं आती है। ऐसे में एक्सपर्ट के मुताबिक कहना है कि कई लोगों को नींद इसीलिए नहीं आती है क्योंकि मैग्नीशियम और जिंक की कमी हो जाती है। जब शरीर में मैग्नीशियम और जिंक की कमी हो जाती है तो वह सीधा मस्तिष्क पर असर डालती है जो नींद को नियंत्रित करती है जिन्हें GABA रेसेप्र्स्ट कहा जाता है।

यह GABA न्यूरोट्रांसमीटर के अच्छे स्तर के लिए आपको पर्याप्त मैग्नीशियम की जरूरत होती है। जब मैग्नीशियम की कमी हो जाती है तब हम खुद को तनाव ग्रस्त भी महसूस करने लगते हैं। अगर मैग्नीशियम की सही मात्रा नियमित तौर पर सही ली जाती है, तो इससे कार्य में सुधार होता है। वही जिंक भी न्यूरोट्रांसमीटर फंक्शन के लिए सबसे जरूरी है यह अहम भूमिका निभाता है और मेटाइटिनिन के मेटाबॉलिज्म के लिए बहुत ही ज्यादा जरूरी होता है। जिंक स्वास्थ्य नींद के लिए एक प्रमुख हार्मोन स्रोत भी माना जाता है।
पर्याप्त नींद नहीं ले पा रहे हैं तो हमारे शरीर में मैग्नीशियम और जिंक की कमी हो सकती है। इसके लिए हमें मैग्नीशियम और जिंक की कमी को पूरा करना बहुत ही ज्यादा जरूरी होता है। इसके जरिए हम पर्याप्त नींद ले सकते हैं और अपनी सेहत में सुधार कर सकते हैं।
