कैंसर के मरीज लगातार भारत समेत दूसरे देशों में बढ़ते जा रहे हैं। मोटापा शरीर में कैंसर पनपने की एक बड़ी वजह बनकर सामने आया है। दरअसलए मोटापा एक वैश्विक चुनौती है और कई प्रकार के कैंसर के बढ़ते खतरे से जुड़ी है। अध्ययन के नतीजे बताते हैं कि अधिक वजन वाले और मोटे वयस्कों में पोस्टमेनोपॉजल ब्रेस्ट, एंडोमेट्रियल, रीनल.सेल और कोलोन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। इसमें से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा सबसे अधिक है। दरअसल, मोटापा सिर्फ आपकी लुक्स को ही खराब नहीं करता है, बल्कि कहीं न कहीे सेहत को भी गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाता है। मोटापे से ग्रस्त लोगों में कई बीमारियों का खतरा दूसरे लोगों के मुकाबले दोगुना होता है। सांस लेने में समस्या होती है और शरीर में फैट कोशिकाओं के बढ़ने से मेटाबॉलिज्म कमजोर हो जाता है। इससे शरीर में सूजन आ जाती है। हार्मोन का संतुलन बिगड़ जाता है, जिससे कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है।
कैंसर से दौरान रखें इन बातों का ख्याल 
1 नियमित एक्सरसाइज से वजन न बढ़ने दें।
2 आहार में रेशेदार चीजें जैसे फलए अंकुरित अनाज व हरी सब्जियां शामिल करें।
3 फास्ट फूड बिल्कुल ना खाएं।
स्तन कैंसर के सामान्य कारण
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार बच्चे नहीं पैदा करना, अधिक उम्र में पहला बच्चा होना, स्तनपान नहीं कराना, वजन में अत्यधिक वृद्धि और अक्सर शराब का सेवन करना तथा खराब व अनियंत्रित जीवनशैली स्तन कैंसर के प्रमुख कारण हैं। इसके अलावा अनुवांशिक रूप से भी स्तन कैंसर की बीमारी होना संभव है।
इसके अलावा महिलाओं को जागरूक रहने के साथ ही नियमित तौर पर स्तन कैंसर की जांच करवाना चाहिए। महिलाएं अपने ब्रेस्ट का परीक्षण, मैमोग्राफी से करवा सकती हैं। इसका उपयोग रोग की पहचान करने और उसका पता लगाने के उपकरण के रूप में किया जाता है। मैमोग्राफी का लक्ष्य स्तन कैंसर का शुरूआती दौर में ही पता लगाना है।
स्तन कैंसर के लक्षण
. स्तन के आकार में बदलाव महसूस होना।
. स्तन या बांह के नीचे की ओर गांठ महसूस होना।
. स्तन को दबाने पर दर्द होना,कोई तरल या चिपचिपा पदार्थ स्त्रावित होना।
. निप्पल के अग्रभाग का मुड़ना एवं रंग लाल होना, स्तनों में सूजन आ जाना, स्तन कैंसर के प्रमुख लक्षण हैं।
ब्रेस्ट कैंसर से बचने के लिए इन उपायों को ज़रूर अपनाएं।
नियमित तौर पर शारीरिक व्यायाम करें
शारीरिक तौर पर एक्टिव रहकर आप स्तन कैंसर के खतरे को कम कर सकती हैं। आप प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट की एक्सरसाइज करें या फिर घर के काम में अच्छे से एक्टिव रहें। यह आपके शरीर की चर्बी को गलाने में मदद करेगा। अपना वज़न हमेशा चेक करते रहें। ज्यादा मोटापा और वज़न दोनों ही हमारी सेहत के लिए नुकसानदायक होते हैं। इसलिए अपने वज़न को कंट्रोल में रखेंए यह ब्रेस्ट कैंसर का एक कारण है। खासतौर पर रजोनिवृत्ति ;मासिक धर्म बंद होने के बादद्ध यदि आपका वज़न ज्यादा होता हैए तो इसका खतरा बढ़ जाता है। दरअसलए फैट कोशिकाएं ही कैंसर संबंधी ट्यूमर या गांठ बढ़ाने के लिए ज़िम्मेदार होती हैं।
स्तनपान
स्तन कैंसर की रोकथाम में स्तनपान की अहम भूमिका होती है। आप जितने अधिक समय तक स्तनपान करेंगीए उतना अधिक समय पर आप इस खतरे का रोक पाएंगी। जिन महिलाओं ने अपने बच्चे को स्तनपान करवाया है उनमें ब्रेस्ट कैंसर का खतरा उन महिलाओं की तुलना से पांच प्रतिशत कम होता है जिन्होंने अपने बच्चे को स्तनपान नहीं करवाया है।
 पौष्टिक आहार का सेवन करें 
ब्रेस्ट कैंसर से बचाव के लिए आप संतुलित आहार का सेवन करें। अपने आहार में फलए जूस और हरी सब्जियों के सेवन को बढ़ाएं। कार्बोहाइड्रेट को अपनी डाइट में कम करें। इससे मोटापा बढ़ता है। आप बाहर का पैक्ड पेय पदार्थए जैसे कि जूस और कोल्ड ड्रिंक का सेवन करने से बचें। 
तनाव से बचें 
यह प्रतिरक्षा को कमजोर करता है और शरीर के रक्षा तंत्र को बिगाड़ता हैण् योग अभ्यासए गहरी सांस लेने और व्यायामक रने से लाभ होता है
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