कभी -कभी ज्यादा स्ट्रैस या तनाव लेने की वजह से भी यह समस्या हो सकती है। योग में कुछ आसन ऐसे हैं जो बालों को पोषण देकर उनके झड़ने को रोकते हैं। यहाँ चार योगासनों के बारे में बता रहें हैं –
पादहस्तासन

बालों के झड़ने का एक मुख्य कारण होता है थकान। इस आसन को करने से रीढ़ की हड्डी तथा पैरों की मांसपेशियों में आराम मिलता है। साथ ही रक्त का प्रवाह चेहरे और सिर की तरफ होता है, जिससे बालों को मजबूती मिलती है।
ऐसे करें
- दोनों पैर मिलाकर सीधे खड़े हो जाएँ। दोनों हाथों को सिर के ऊपर उठाकर श्वास लें।
- फिर श्वास छोड़ते हुए धीरे- धीरे कमर से आगे की तरफ नीचे झुकें। अपने हाथों से जमीन को छूने की कोशिश करनी है।
- कुछ सेकंड इसी अवस्था में रहें। इस तरह से 10 -15 बार करना है।
अधोमुख श्वानासन

कुत्ते की तरह झुकी हुई इस अवस्था में रक्त का प्रवाह पूरे शरीर में खासकर सिर वाले भाग में अच्छे से होता है। सिर में ब्लड उचित मात्रा में पहुँचने से बालों को पोषण मिलता है जिससे बालों की जड़ें मजबूत होती हैं।
ऐसे करें
- दोनों हाथों और दोनों घुटनों को जमीन पर रखें।
- अपने घुटनों को सीधा करते हुए हिप्स को ऊपर की तरफ उठाएँ।
- अपनी बॉडी को तब तक स्ट्रेच करना है जब तक कि शरीर का भार हाथों और पैरों की उँगलियों पर न आ जाए।
- साधारण श्वास लेते हुए 5-10 सेकंड इसी अवस्था में रहें।
सर्वांगासन

इस आसन को करने से रक्त का प्रवाह सिर की ओर हो जाता है। जिससे बालों की जड़ों को रक्त से सही मात्रा में ऑक्सीज़न तथा पोषण मिलता है।
ऐसे करें
- पीठ के बल सीधे जमीन पर लेट जाएँ। श्वास लेते हुए अपने पैरों को जमीन से ऊपर 90 डिग्री पर उठाएँ।
- दोनों हाथों से अपनी बैक और हिप्स को सपोर्ट देते हुए अपनी कमर को भी ऊपर की ओर उठाएँ।
- शरीर का पूरा वेट आपके कंधों पर आना चाहिए। 15-20 सेकेंड्स तक इसी अवस्था में रहें। फिर श्वास छोड़ते हुए धीरे -धीरे वापस आयें।
अपानासन

बाल झड़ने का एक कारण कब्ज और पाचन ठीक न होना भी होता है। इस आसन को करने से शरीर के अंदर की दूषित वायु और गंदगी बाहर निकलती है। साथ ही कब्ज की समस्या से भी निजात मिलता है।
ऐसे करें
- पीठ के बल लेटकर अपने पैरों को घुटनों से मोड़ते हुए अपने दोनों हाथों से पकड़ें।
- अपने पैरों को पेट के जितना नजदीक ला सकते हों, लाएँ। फिर धीरे- धीरे श्वास छोड़ते हुए अपने सिर को ऊपर की ओर उठाएँ और अपने घुटनों से छूने की कोशिश करें।
- कुछ सेकण्ड्स तक इसी अवस्था में रुकें, फिर श्वास लेते हुए वापस आ जाएँ।