Dadi Maa ke Nuskhe
Dadi Maa ke Nuskhe for Common Health Problems

Overview:पुराने नुस्खों में छिपा है सेहत का खजाना

दादी माँ के ये घरेलू नुस्खे सिर्फ शरीर को ठीक नहीं करते, बल्कि उनसे जुड़ी आत्मीयता भी सुकून देती है। इन नुस्खों में कोई केमिकल नहीं होता, और न ही कोई साइड इफेक्ट। ये नुस्खे आज भी उतने ही प्रभावशाली हैं जितने पहले थे।

Desi Home Remedies: हमारे घरों में दादी-नानी के पास हर छोटी-बड़ी बीमारी का घरेलू उपाय हुआ करता था। बिना किसी साइड इफेक्ट के, ये देसी नुस्खे पीढ़ियों से आज़माए जाते रहे हैं। आज जब दवाइयों के नाम और ब्रांड बदलते जा रहे हैं, तब भी दादी माँ के ये नुस्खे भरोसेमंद साबित होते हैं। आइए जानें कुछ आम बीमारियों के लिए दादी माँ के कारगर घरेलू उपाय।

सर्दी-खांसी में कारगर है तुलसी और अदरक की चाय

जाड़ों में सबसे आम परेशानी होती है सर्दी-खांसी। ऐसे में दादी माँ तुलसी की पत्तियां, अदरक और काली मिर्च को पानी में उबालकर पीने की सलाह देती थीं। इसमें थोड़ा-सा शहद मिलाकर पिया जाए तो गले की खराश में राहत मिलती है और इम्यूनिटी भी बढ़ती है।

पेट दर्द और गैस की दिक्कत में अजवाइन का कमाल

अक्सर खाना हजम न होना या गैस बनना आम बात है। दादी माँ एक चुटकी अजवाइन में थोड़ा-सा काला नमक मिलाकर गर्म पानी के साथ लेने की सलाह देती थीं। ये नुस्खा तुरंत राहत देता है और पेट हल्का महसूस होता है।

सिरदर्द से राहत दिलाए नींबू-पानी और तेल मालिश

थकावट या तनाव से होने वाला सिरदर्द दूर करने के लिए दादी माँ नींबू का रस नमक के साथ लेने की सलाह देती थीं। साथ ही, सरसों के तेल से सिर की हल्की मालिश करने से भी काफी राहत मिलती है।

घाव या जलने पर हल्दी का इस्तेमाल

चोट लगने या जल जाने पर दादी माँ हल्दी को देसी घी या नारियल तेल में मिलाकर लगाती थीं। हल्दी एंटीसेप्टिक होती है और घाव जल्दी भरने में मदद करती है।

नींद न आने पर दूध में केसर और जायफल

अगर किसी को नींद नहीं आती तो दादी माँ रात को सोने से पहले एक गिलास गुनगुने दूध में चुटकीभर केसर और थोड़ा-सा जायफल मिलाकर पीने की सलाह देती थीं। इससे मन शांत होता है और नींद गहरी आती है।

मुंह के छालों में काम आता था नारियल तेल या शहद

मुंह में छाले होना आम बात है। ऐसे में दादी माँ नारियल तेल से गरारे करने या उसमें थोड़ा शहद मिलाकर छालों पर लगाने की सलाह देती थीं। इससे सूजन और जलन में राहत मिलती है।

कमजोरी में सहारा देता था च्यवनप्राश और बादाम का पेस्ट

शरीर में कमजोरी महसूस हो तो दादी माँ च्यवनप्राश और बादाम को दूध में मिलाकर खाने को कहती थीं। इससे शरीर को ऊर्जा मिलती है और याददाश्त भी तेज होती है।

मेरा नाम श्वेता गोयल है। मैंने वाणिज्य (Commerce) में स्नातक किया है और पिछले तीन वर्षों से गृहलक्ष्मी डिजिटल प्लेटफॉर्म से बतौर कंटेंट राइटर जुड़ी हूं। यहां मैं महिलाओं से जुड़े विषयों जैसे गृहस्थ जीवन, फैमिली वेलनेस, किचन से लेकर करियर...