The Impact of Stress on Thyroid: थायराइड ग्रंथि से थायराइड हार्मोन का स्राव होता है। थायराइड और तनाव कई तरीके से आपस में जुड़े होते हैं। हमारे गर्दन में थायराइड ग्रंथि मौजूद होते हैं, जो मेटाबॉलिज्म रेगुलेशन एनर्जी प्रोडक्शन और हमारे बॉडी के टेंपरेचर को मेंटेन करने का काम करते हैं। तनाव लेने से काफी प्रभाव पड़ता है। हमारी बॉडी में सभी हार्मोन एक दूसरे से जुड़े होते हैं। अगर एक हार्मोन में परिवर्तन होता है तो इसका असर दूसरे हार्मोंस पर भी पड़ता है।
क्रॉनिक स्ट्रेस की वजह से हाशिमोटो थाइरॉएडाइटिस (HT) के जोखिम बढ़ते नजर आते हैं। ऐसी स्थिति में हमारा इम्यून सिस्टम थायराइड ग्रंथि पर आक्रमण कर सकता है और थायराइड हार्मोन के फंक्शन पर नेगेटिव असर डालता है।
स्ट्रेस की वजह से थायरॉयडीटिस के विकास में तेजी आती है और थायराइड ग्रंथि स्वेल हो जाता है। थायराइड ग्रंथि में सूजन के कारण थायराइड हार्मोन के उत्पादन में समस्या आती है। वैसे तो थायराइड की परेशानी के लिए स्ट्रेस का योगदान काफी हद तक माना जा सकता है, लेकिन इसके अलावाअन्य आनुवंशिक और लाइफस्टाइल भी थायराइड हेल्थ को खराब करने में भूमिका निभाते हैं।
स्ट्रेस की वजह से थायरॉयडिटिस (Thyroiditis due to stress)

स्ट्रेस हमारे पिट्यूटरी ग्लैंड और हाइपोथैलेमस को भी प्रभावित करता है। यह हमारे थाइरॉएड हार्मोस रेगुलेट करने का काम करता है। स्ट्रेस की वजह से थायराइड हार्मोन के प्रोडक्शन और रेगुलेशन में अंतर आता है।
तनाव थायराइड (Stress effect on thyroid) को प्रभावित कर शरीर के मेटाबॉलिज्म को स्लो करता है और इसकी वजह से वजन बढ़ाने की समस्या होती है। हालांकि यह प्रत्येक व्यक्ति में अलग-अलग हो सकता है। थायराइड का फंक्शनिंग धीरे होने के कारण बॉडी में थायरोक्सिन (T4) और ट्राई आयोडोथयोनिन हार्मोन (T3) का लेवल भी कम हो जाता है। लंबे समय तक चलने वाले तनाव या चिंता से हाइपोथाइरॉएड के लक्षण नजर आ सकते हैं।
तनाव से बचने के उपाय (Stress And Anxiety Treatment)

- आज के समय में तनाव मुक्त रहना सबसे जरूरी चीज है और थायराइड से बचने के लिए मेंटल स्ट्रेस पर कंट्रोल पाना सबसे सरल उपचार है। तनाव हमारे लाइफस्टाइल को प्रभावित करता है। कुछ सरल परिवर्तन करके आप तनाव से दूर रह सकते हैं।
- अगर आप अपनी दिनचर्या सही रखते हैं, जिसमें समय से सोना, समय से उठना, मेडिटेशन, व्यायाम, हेल्दी खाना और पर्याप्स मात्रा में पानी पीना यह सब शामिल है। जब भी हम अपनी दिनचर्या का सही से पालन नहीं करते हैं। किसी चीज की अधिकता या किसी चीज की कमी के कारण कई मानसिक बीमारियां हमें घेर लेती हैं।
- सही खाना एक स्वस्थ आहार लेने से आपका ही बीमारियों को खुद से दूर रख सकते हैं। अगर आप अपने शरीर को सही भोजन दे रहे हैं तो भोजन आसानी से पच जाएगा और थायराइड हार्मोन पर नकारात्मक प्रभाव में कमी आएंगे।
- तनाव होने की वजह से रात में अच्छी नींद काफी मुश्किल हो जाती है। अगर आप रात में अच्छी नींद नहीं लेते हैं तो इससे थायराइड हारमोंस पर काफी प्रभाव पड़ता है। सोने से पहले इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज जैसे- फोन, लैपटॉप इत्यादि का इस्तेमाल न करें और सही समय पर सोने का प्रयास करें।
