disease related to insomnia
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वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार साल 2024 तक दुनियाभर में करीब 284 मिलियन लोग एंग्जायटी डिसऑर्डर के शिकार मिले। वहीं 264 मिलियन से ज्यादा लोग डिप्रेशन से पीड़ित पाए गए।

anxiety and depression symptoms : आज के समय में अपनी शर्तों और चाहतों के हिसाब से जिंदगी जीना आसान नहीं है। दफ्तर के सिर घुमा देने वाले वर्कलोड और महंगाई के बीच हर इंसान एक मशीन की तरह काम कर रहा है। लेकिन फिर भी अपने सभी सपनों को पूरा नहीं कर पा रहा है। ऐसे में लोग एंग्जायटी और डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं। चिंता की बात ये है कि उन्हें खुद इस बात का एहसास ही नहीं होता। हालांकि खुद से 8 सवाल पूछकर आप इसका पता लगा सकते हैं।

लाखों लोग हैं इसके शिकार

Anxiety and Depression Symptoms-दुनियाभर में एंग्जायटी और डिप्रेशन एक बड़ी समस्या बना हुआ है।
Anxiety and depression remain a major problem around the world.

दुनियाभर में एंग्जायटी और डिप्रेशन एक बड़ी समस्या बना हुआ है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार साल 2024 तक दुनियाभर में करीब 284 मिलियन लोग एंग्जायटी डिसऑर्डर के शिकार मिले। वहीं 264 मिलियन से ज्यादा लोग डिप्रेशन से पीड़ित पाए गए। डिप्रेशन पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को ज्यादा प्रभावित करता है।

दोनों में अंतर पहचाने

एंग्जायटी और डिप्रेशन दोनों अलग-अलग हैं। जिन्हें पहचानना जरूरी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार उदासी, थकान, अपराध बोध, रुचि की कमी, आत्मसम्मान और फोकस की कमी अवसाद यानी डिप्रेशन के प्रमुख लक्षण हैं। वहीं एंग्जायटी यानी चिंता के लक्षण अलग हैं। इसमें आपको कोई भी फैसला लेते समय या काम करते समय डर लगना, टेंशन होना और घबराहट महसूस होने जैसे लक्षण दिखते हैं। ऐसे लोग जिंदगी की परिस्थितियों को लेकर हमेशा तनाव में रहते हैं। जिसके कारण बेचैनी, चिड़चिड़ापन, दूसरों से अलग महसूस करना, नींद न आना जैसे लक्षण दिखते हैं।

खुद से पूछे ये सवाल

अधिकांश लोग एंग्जायटी और डिप्रेशन को जिंदगी का हिस्सा मान लेते हैं। कई बार तो उन्हें एहसास ही नहीं होता कि वे मानसिक रूप से परेशान हैं। होम्योपैथिक डॉक्टर और हेल्थ कोच डॉ. आकाश मारवाह ने एक वीडियो शेयर कर ऐसे 8 साइलेंट लक्षण बताए हैं, जिनसे आप एंग्जायटी और डिप्रेशन टेस्ट कर सकते हैं।

1. बात-बात पर गुस्सा आना

अगर आपको हर छोटी-छोटी बात पर गुस्सा आता है। या फिर आप हर बात पर चिड़चिड़ा जाते हैं तो ये एंग्जायटी और डिप्रेशन के लक्षण हो सकते हैं।

2. पेट की सेहत बिगड़ना

एंग्जायटी-डिप्रेशन और पेट की सेहत के बीच गहरा संबंध है। क्योंकि इनसे शरीर में कोर्टिसोल नामक ‘टेंशन हार्मोन’ का उत्पादन बढ़ता है। जिससे एसिडिटी, गैस, ब्लोटिंग, डकार जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

3. नींद न आना

दिनभर की थकान के बावजूद अगर आपको रात में नींद नहीं आ रही है तो यह भी एंग्जायटी व डिप्रेशन का लक्षण हो सकता है। ऐसा अक्सर नकारात्मक विचारों के कारण होता है।

4. शरीर और जोड़ों में दर्द

बढ़ती उम्र में जोड़ों का दर्द होना आम है। लेकिन अगर कम उम्र में ही शरीर और जोड़ों में लगातार दर्द हो रहा है तो यह भी चिंता और अवसाद के लक्षण हो सकते हैं। क्योंकि तनाव और चिंता से कोर्टिसोल हार्मोन बढ़ता है, जिससे मांसपेशियों में तनाव और दर्द होने लगता है।

5. चेहरे पर हंसी, अंदर दुख

एंग्जायटी और डिप्रेशन के लक्षणों में यह बहुत ही कॉमन है। इसमें इंसान परिवार और दूसरों के साथ खुश नजर आता है। खूब हंसता है, लेकिन अंदर ही अंदर वह बेहद परेशान और दुखी रहता है।

6. किसी से बात न करना

जब आप अंदर से दुखी होते हैं तो आपका किसी से बात करने का मन नहीं करता। चाहे फिर वो आपका पार्टनर हो या बेस्ट फ्रेंड, आप बात करने से बचते हैं।

7. फोकस की कमी

एंग्जायटी और डिप्रेशन से पीड़ित लोगों में फोकस की कमी आने लगती है। वह घंटों सोशल मीडिया पर बिताते हैं। उन्हें लगता है कि ऐसा करके वह रिलेक्स होंगे, लेकिन असल में ऐसा नहीं होता। कई बार तो काम करने के दौरान भी वे मोबाइल चेक करने लगते हैं।

8. अक्सर चीजें भूल जाना

कभी मोबाइल तो कभी घर या गाड़ी की चाबी भूल जाना नॉर्मल है। लेकिन अगर आपके साथ ऐसा अक्सर होता है तो आपको सावधान होने की जरूरत है।

खुद करें यह टेस्ट

डॉ. मारवाह के अनुसार हर किसी को खुद से ये 8 सवाल पूछने चाहिए। या फिर खुद में इन लक्षणों को ट्रैक करना चाहिए। इनमें से अगर कुछ लक्षण भी आपको खुद में नजर आते हैं तो आपको ​तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

मैं अंकिता शर्मा। मुझे मीडिया के तीनों माध्यम प्रिंट, डिजिटल और टीवी का करीब 18 साल का लंबा अनुभव है। मैंने राजस्थान के प्रतिष्ठित पत्रकारिता संस्थानों के साथ काम किया है। इसी के साथ मैं कई प्रतियोगी परीक्षाओं की किताबों की एडिटर भी...