जीवन की रेलमपेल में उम्र का धागा कब खुलता चला गया, पता ही नहीं चला। घर-परिवार की जिम्मेवारियां निभाते-निभाते समय कब आप पर अपने निशान छोड़ गया, आइना अब शायद इसका आभास करवा रहा है। बालों से झांकती सफेदी, रूखी होती त्वचा हाथों पैरों पर झुरियां और उम्र बीतते-बीतते शक्ति क्षीणता, पर चिन्ता किस बात की। बच्चे बड़े हो चुके हैं। उनकी एक अलग दुनिया है, पति महोदय भी व्यस्त हैं, आप अब तुलनात्मक रूप से अधिक फ्री हैं तो क्यों न वो सभी काम किए जाएं जिन्हें आप आज तक नही कर सकीं।

स्टार्ट थिंकिंग पॉजिटिव
आज तक अगर आप निराशावादी रही हैं तो जिंदगी के उजले पहलू को देखना सीखिए। पॉजिटिव सोच कैसे मुश्किले आसान कर देती है आप स्वयं आजमा कर हैरान हो जाएंगी। विशेषज्ञों का मानना है कि अक्सर हम जैसा सोचते हैं वैसा ही पाते हैं और वैसा ही हो जाता है इसलिए सकारात्मक सोच रखना आज से ही शुरू कर दें।

स्टार्ट थिंकिंग यंग
स्वयं को कभी भी बूढ़ा मत होने दीजिए आपके हाव-भाव, आपके काम, आपकी सोच सभी जिंदादिली एवं मस्ती से परिपूर्ण होने चाहिए। अपने आप को षोडशी नहीं तो बूढ़ी अम्मा भी मत मानिए। उम्र का कोई भी पड़ाव कभी भी अंतिम नही होता। स्वयं को जिंदादिल और एर्नजेटिक मानना आज से ही शुरू कर दें।

 

योगा शुरू करें
तन्दुरुस्ती हजार नियामत के बराबर होती है। अब तक आपने अपने स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही की तो कोई बात नहीं, पर अब सजग हो जाइये। किसी प्रशिक्षक की देख-रेख में योग शुरू कीजिए। माॄनगवॉक भी आप शुरू कर सकती हैं। चाहें तो जिम भी ज्वाइन कर सकती हैं। समुचित व्यायाम से न केवल आपका स्वास्थ्य अच्छा होगा बल्कि बढ़ती उम्र की बीमारियों से भी आप बची रहेंगी।

ब्यूटी पार्लर ज्वाइन करें
चेहरे पर तनाव, उम्र व जलवायु के निशान दृष्टिगोचर हो रहे हैं तो शरमाइये मत। किसी भी अच्छे ब्यूटी पार्लर जा कर फेशियल, मसाज, पैडीक्योर, मैनिक्योर की सुविधा आप ले सकती हैं। बढती उम्र में पार्लर जाने से झिझक कैसी? यही तो सबसे उचित समय है अपने को संवारने का। चाहे तो आप पार्लर पर पसर्नल ग्रूमिंग कोर्स भी कर सकती हैं। इसमें स्वयं की देखभाल, हेयर स्टाइल आदि सिखाए जाते हैं।

शौक पूरे करें
हर व्यक्ति का कोई ना कोई शौक अवश्य होता है। आपने भी यदि सिलाई, कढाई, पेन्टिग, बुनाई, कुकिंग, बागवानी, लेखन आदि को परिवार की जिम्मेदारियों के रहते तिलांजलि दे रखी हो तो फिर शुरू कीजिए। किसी भी उम्र, किसी भीपड़ाव पर, जो संतुष्टि आपको आपके शौक देंगे वो और कोई भी नहीं दे सकता। कई महिलाओं को तो इसी से आॢथक सम्बल भी मिला है।
 
वार्डरोब बदल डालें
यदि हमेशा से आपकी इच्छा थी कि आप माडर्न आउटफिट पहनें, जींस, केप्री, चूड़ीदार या लांग स्कर्ट तो अब पहन लीजिए, बशर्ते आपके शरीर पर ये फबे। झिझकिए मत। अपनी वार्डरोब यदि आप उजले रंगों से रंगना चाहती हैं पर सोचती हैं कि लोग क्या कहेंगे तो हो सकता है कि वो आपकी तारीफ करें। इसलिए अपने पर जो सूट करे वो पहनें। आपके व्यक्तित्व में निखार आ जाएगा।
 
 
प्रतियोगिता में हिस्सा लें
स्कूल कॉलेज के समय से यदि मन में इच्छा रह गई हो कि प्रतियोगिताओं में भाग लेती तो अब भी क्या बिगड़ा है। कुकिंग, राइटिंग, मेंहदी, हेयर स्टाइल, कहानी आदि कितनी प्रतियोगिताओं में आप अपनी काबलियत दिखा सकती हैं।
 
बिजनेस शुरू करें
पारिवारिक परिस्थितियों को देखते हुए या व्यापार की अच्छी संभावनाएं किसी क्षेत्र विशेष में आपको नजर आ रही हों तो आप बिजनेस शुरू कर सकती हैं। बड़ी उम्र में व्यापार करने का सबसे बड़ा लाभ तो आपका अनुभव ही होगा।
 
समाज सेवा शुरू करें
दीन-दुखियों की मदद यदि आप करना चाहती थी तो अब अनुकूल समय है। घर परिवार की जिम्मेदारियां कुछ कम होने से आप समाज को अब अपना योगदान दे सकती हैं। गरीब बच्चों को पढ़ाना, पेड़ लगाना, सताई हुई महिलाओं को सहारा देना आदि सभी कार्य इसी उम्र में किए जा सकते हैं।