आजकल की बदलती हुई लाइफस्टाइल और खान-पान का प्रभाव हमारे स्वास्थ्य पर बेहद गंभीर रूप से पड़ रहा है,जो पुरुषों में स्पर्म की क्वालिटी और क्वान्टिटी दोनों को भी घटा रहा है। जिसका असर उनकी फर्टिलिटी पर पड़ता है,यही कारण है कि आज देश के लगभग 10- 15% यानि करीब  2 करोड़ 30 लाख कप्ल्स इंफर्टिलिटी की समस्या से जूझ रहे हैं। पुरुषों की प्रजनन क्षमता लगातार घटती जा रही है। कई विशेषज्ञों के मुताबिक करीब 25- 30 साल पहले एक भारतीय पुरुष में एक मिलिलीटर सीमन में 60 मिलियन स्पर्म होते थे जो अब गिरकर केवल 20 मिलियन रह गए हैं। 

बिगड़ती लाइफ स्टाइल है जिम्मेदार :

पुरुषों में स्पर्म काउंट में कमी,स्पर्म की गतिशीलता में कमी और प्रीमैच्योर इजेक्यूलेशन इंफर्टिलिटी का कारण हो सकता है। जिसके लिए हमारी अनियमित दिनचर्या और खान-पान काफी हद तक जिम्मेदार है। देर रात तक जागकर काम करने वालों या जिन लोगों की नाइट शिफ्ट होती है उन लोगों में स्पर्म की क्वालिटी और उसकी क्रियाशीलता में कमी देखी जाती है। काम का अत्यधिक दबाब होने के कारण और दूसरे पारिवारिक कारणों से होने वाला तनाव भी स्पर्म की गिरती क्वालिटी के लिए जिम्मेदार है। इसके अलावा ज़्यादातर बाहर का भोजन खाना,अधिक जंक और प्रोसेस्ड फूड खाना और सही डाइट का न लेना भी इसके लिए जिम्मेदार है। 

प्रदूषण भी प्रभावित कर रहा है फर्टिलिटी : 

जहरीली हवा में सांस लेने से पुरुषों में स्पर्म काउंट में कमी आने लगी है और उनकी क्वालिटी भी लगातार गिरती जा रही है। यह जहरीली वायु जब हमारे लंग्स में जाती है,तो उनमें घुले कई हानिकारक तत्व जैसे- कापर,जिंक,लेड भी शरीर के अंदर चले जाते हैं। जो टेस्टोस्टीरोन हार्मोन के स्राव में कमी लाते हैं और स्पर्म सेल का प्रोडक्शन घटा देते हैं। जिससे स्पर्म की संख्या में कमी आने लगती है। 

कीमती गैजेट्स भी हैं बड़ी वजह :

शुक्राणुओं को जिंदा रहने के लिए कम तापमान की जरूरत होती है,इसलिए पुरुषों में टेस्टीज शरीर के बाहर होती हैं जिससे उसका तापमान शरीर के अंदर के तापमान से कम रह सके। लेकिन अधिकांश पुरुष अपनी पैंट या जींस की पॉकेट में मोबाइल रखते हैं या कई लोग अपने पैरों पर लैपटाप रखकर उसे इस्तेमाल करते हैं। इन गैजेट्स से लगातार हीट पैदा होती है जिस कारण वहाँ का तापमान बढ़ जाता है,जिससे स्पर्म्स और टेस्टीज पर बुरा असर पड़ता है। जो सीधा पुरुषों की फर्टिलिटी की क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव दिखाता है।  

 

स्पर्म की क्वालिटी सुधारने के लिए करें ये उपाय

  •  तनावमुक्त रहने के प्रयास करें। इसके लिए अपनी व्यस्त लाइफ में थोड़ा इंटरटेनमेंट जरूर शामिल करें। 
  • दिन में थोड़ा समय एक्सर्साइज़ के लिए अवश्य निकालें। खासकर योगा का अभ्यास तनाव से दूर करता है और आसनों के नियमित अभ्यास से स्पर्म की क्वालिटी और क्रियाशीलता में सुधार आता है।
  •  अपनी लाइफ स्टाइल में थोड़ा परिवर्तन लाकर उसे अपने स्वास्थ्य के अनुकूल बनाएँ।
  • अपनी डाइट सही रखें,उसमें पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व,फल और ड्राइ फ्रूट्स जरूर शामिल करें।
  •  ऐल्कोहल और सिगरेट से दूरी बना कर रखें।