Chicken mutton :
अगर आप शाकाहारी हैं तो ज़रूरी मीट, फिश, अंडे जैसी चीज़ों से दूर रहेंगे, लेकिन अगर शाकाहारी होने के बावजूद इन चीजों का स्वाद लेना चाहते हैं तो यह संभव है। ‘मॉक मीट’ के जरिए आप मांसाहारी भोजन जैसे लगने वाली चीज़ों का सेवन कर स्वाद के साथ पोषक तत्व भी ले सकते हैं। मॉक मीट का चलन बढ़ रहा है क्योंकि यह प्रोटीन और अन्य पोषक तत्वों के मामले में मांसाहारी भोजन की तरह ही हैं। 100 ग्राम नकली मांस में लगभग 17 ग्राम प्रोटीन होता है।
यानी मॉक मीट प्लांट प्रोटीन से बना होता है, जो टेक्स्चर, स्वाद और पोषक तत्वों की दृष्टि से मीट के समान होता है। जबकि मांसाहारी भोजन खाने वाली 71% प्रतिशत आबादी के बावजूद भारत का मीटलेस मीट मार्केट कुछ साल पहले लगभग अस्तित्व में नहीं था, अब यह धीरे-धीरे बढ़ रहा है। आजीवन शाकाहारी लोगों के लिए मॉक मीट हास्यास्पद लग सकता है, लेकिन मांसाहारी लोगों के लिए जिन्होंने शाकाहारी बनने या शाकाहारी खाने की आदतों में बदलाव करने का फैसला किया है, मॉक मीट और अन्य प्लांट बेस्ड विकल्प प्रक्रिया को थोड़ा आसान बनाते हैं।
मॉक मीट के विकल्प मुख्य रूप से सोया, व्हे प्रोटीन और कटहल यानी जैकफ्रूट से आते है। चूंकि बहुत सारे मॉक मीट संसाधित होते हैं, इसे संतुलित करने के लिए उच्च सोडियम सामग्री पर नियंत्रण रखने और अपने नमक का सेवन कम करने की आवश्यकता होती है।
कोरोना महामारी के बाद से, दुनिया भर में ऐसे हजारों लोग हैं, जो स्वास्थ्य और स्थिरता के साथ-साथ जानवरों के लिए दया के बारे में बढ़ती जागरूकता के कारण हर एक दिन शाकाहार की और जा रहे हैं। इसके अलावा, बर्ड फ्लू के प्रकोप के कारण पोल्ट्री की खपत से दूर रहने वालों की संख्या भी बढ़ गई है। हालांकि, जिन लोगों ने पौधे आधारित प्रोटीन की ओर रुख किया है, वे अंडे, मांस और अन्य पशु-आधारित खाद्य पदार्थों के स्वाद को जरूर याद करते हैं। बस इसी के साथ मॉक मीट का चलन और बढ़ गया है। चाहे आप स्वास्थ्य उद्देश्यों, पर्यावरण या नैतिक उद्देश्यों के लिए शाकाहारी आहार पर स्विच कर रहे हों, भारतीय बाजार में उपलब्ध सबसे अच्छे मॉक मीट विकल्पों में से अपना सकते हैं।
रितेश देशमुख और जेनेलिया डिसूजा भी लेकर आए Imagine Meats

बॉलीवुड एक्टर रितेश देशमुख और उनकी पत्नी जेनेलिया डिसूजा नेImagine Meatsनाम से अपनी एक कंपनी शुरू की है। बिग बॉस के लेटेस्ट सीज़न के आखिरी एपिसोड में सलमान खान ने रितेश देशमुख के स्टार्ट अप को प्रमोट करते हुए कहा था ‘प्लांट बेस्ड मीट प्रोटीन का सबसे अच्छा रूप है।’ रितेश देशमुख ने स्टेज पर अपने नए प्लांट बेस्ड मीट ब्रांड इमेजिन मीट्स को प्रमोट भी किया था। रितेश और जेनेलिया मीट विकल्प देने में मदद करना चाहते थे।
Good Dot
को-फाउंडर अभिषेक सिन्हा और दीपक परिहार ने 2016 में उदयपुर स्थित ब्रांड गुड डॉट को शुरू किया। उनके रेडी-टू-इट Veg Bytz की तरह है बोनलेस मटन, जबकि Proteiz का टेक्स्चर चिकन की तरह है। Veg Bytz से आप क्या बना सकते हैं: करी, चाइनीज़ स्टिर-फ्राइज़, रैप्स, कबाब और ग्रिल्स। आप Proteiz से क्या बना सकते हैं: भुर्जी, स्टिर-फ्राइड ‘चिकन’। उनके पास सोया, गेहूं और मटर प्रोटीन से बने मॉक मीट के साथ थाई करी, बिरयानी और आचारी टिक्का के कुछ रेडी-टू-ईट पैक भी हैं।
Unived
यह कटहल यानी जैकफ्रूट से बने वेगन मीट को बेचता है, जिसे वे एक टेक्स्चर के साथ रेडी-टू-ईट के विकल्प के रूप में पैकेज करते हैं और लगभग चिकन के समान दिखते हैं। सामग्री को पैन या माइक्रोवेबल डिश में डालें, 50मिली पानी डालें, कुछ मिनट के लिए गरम करें और यह तैयार है। इस फेक मीट में फाइबर की मात्रा अधिक होती है। यह सीज़न्ड, स्पाइस्ड और रेडी-टू-ईट आता है और इसे चपाती के साथ खाया जा सकता है। इसे सैंडविच में इस्तेमाल किया जाता है या सलाद में डाला जाता है। इसका टेस्ट बिलकुल भी मीट से जुदा नहीं है।
Veggie Champ
अहिंसा फूड का प्लांट-बेस्ड मीट ब्रांड Veggie Champ मॉक डक, मॉक फिश फिललेट्स और मॉक पेपर सलामी बेचता है, जिसे ग्रिल्ड या सोते करके खाया जा सकता है। प्रोडक्ट्स को सोया, सोया तेल और सोया प्रोटीन, दूध, गेहूं और गेहूं प्रोटीन और स्टार्च का इस्तेमाल करके बनाया जाता है। हालांकि फाइबर में उच्च, इनमें से कुछ प्रोडक्ट्स में दूध से कोलेस्ट्रॉल होता है। इसके अलावा दूध के कारण, इन प्रोडक्ट्स को फ्रोज़न करने की ज़रूरत होती है और इस्तेमाल से पहले डीफ़्रॉस्ट किया जाता है।
Vegeta Gold
चेन्नई स्थित ब्रांड मीट को छोड़ना थोड़ा सा आसान बनाने का काम करने की कोशिश करता है। आपके इवनिंग स्नैक्स के लिए लॉलीपॉप, समोसा, मछली फिलेट्स और प्रॉन्स हैं। और जब आप कालेजी के लिए तरसते हैं, तो उसके लिए भी एक शाकाहारी विकल्प है। प्रोड्क्ट्स को शीटेक मशरूम, सोया और टेक्स्चर वाले वेजिटेबल प्रोटीन के कॉम्बिनेशन से बनाया जाता है।
Urban Platter
मीट के बिना मालाबार करी, मीट चॉप्स और चिकन टिक्का का स्वाद ले सकते हैं। ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म अर्बन प्लैटर, जिसकी स्थापना 2015 में चिराग केनिया और धवल केनिया द्वारा की गई थी, ने हाल ही में रेडी टू ईट मॉक मीट की एक लाइन शुरू की जिसमें जैकफ्रूड और सोयाबीन का उपयोग कई प्रकार के मसालों के साथ किया जाता है। ‘मीट’ को सिर्फ तवे पर या थोड़े पानी के साथ माइक्रोवेव में गर्म करके खाया जा सकता है।
Vezlay Foods
दिल्ली स्थित Vezlay Foods के संस्थापक अमित बजाज को पहली बार मॉक मीट का कॉन्सेप्ट तब समझ आया था जब वह विदेश में एमबीए कर रहे थे। घर वापस कर उन्होंने मार्केट में विकल्पों की कमी देखी और कंपनी शुरू की। कंपनी सीख कबाब, शवरमा फिलिंग, शम्मी कबाब,नेगेट्स, ड्रमस्टिक और टिक्का ऑफर करते हैं, जिन्हें सोयाबीन से बनाया है।
Wakao Foods
Wakao Foods भारत में मॉक मीट में नया है। इसके फाउंडर साइराज धोंड ने गोवा से कटहल से मॉक मीट तैयार किया। उनके फेहरिस्त में रॉ जैकफ्रूट भी शामिल है जिसे किसी भी डिश में शामिल किया जा सकता है जैसे बिरयानी से लेकर टिक्के तक। अन्य रेडी-टू-ईट किस्में जैसे टेरीयाकी और बार्बेक्यू-फ्लेवर्ड जैकफ्रूट और बर्फी पैटीज़ शामिल हैं।