Kachori Recipes: कचौरी का अपना एक स्वाद है। यह एक ऐसा व्यजंन है जो लगभग हर एक को पसंद आता है। सर्दियों में तो खैर इसका मजा और भी दोगुना हो जाता है। नॉर्थ इंडिया में अक्सर यह सुबह के नाश्ते के तौर पर पसंद किया जाता है। वहीं अगर आप राजस्थान की राजधानी जयपुर की बात करें तो यहां आपको नाश्ते में सुबह- सुबह जलेबी और कचौरी मिलती है, तो चलिए आप भी घर पर ही मजा लें इन पांच तरह की कचौरियों का।
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आलू की कचौरी

सामग्री
- मैदा-2 कप
- नमक- स्वादानुसार
- अजवाइन-1 छोटा चम्मच
- जीरा-1/2 चम्मच
- तेल-1/4 कप
ऐसे बनाएं
सबसे पहले सूखे मैदे में नमक, जीरा, अजवाइन और तेल को मिला लें। इसे अच्छे से मिक्स करने के बाद इसे थोड़े-थोड़े पानी का हाथ लगाते हुए आटे को गूंथ लें। आप याद रखें कि आपको आटा नर्म गूंथना है। इसे गूंथने के बाद 20 मिनिट के लिए ढककर रख दें। यह कचौरी का बेस है जो सभी कचौरियों के लिए एक जैसा ही रहेगा।
भरावन के लिए
- आलू- उबले 3
- अदरक-1 टुकड़ा
- नमक-स्वादानुसार
- चाट मसाला-1 चम्मच
- हरी मिर्च- बारीक कटी 1
- लाल मिर्च-1 छोटा चम्मच
- धनिया पाउडर- 1 छोट चम्मच
- हरा धनिया- सजावट के लिए
ऐसे बनाएं
उबले हुए आलुओं को एक बर्तन में मसल लें। अब एक पैन में थोड़ा सा तेल लें। इसमें अदरक हरी मिर्च और आलू डालें। इसके ऊपर थोड़ा नमक, चाट मसाला, धनिया पाउडर डालें। इस मसाले को थोड़ी देर पैन में सेंके। इससे उबले हुए आलुओं की नमी निकलेगी। इसमें हरी धनिए की पत्तियां डालकर मिश्रण को ठंडा होने दें। मैदे का जो आटा आपने तैयार किया है उसकी बराबर साइज की लोइयां बना लें। हाथ से पेड़ा बनाएं और उसमें स्टफिंग डालकर उसे अच्छे से लॉक करें। तेल में मध्यम आंच पर तलें। इसे आप धनिए की चटनी के साथ खाएं।
मटर की कचौरी

सामग्री
- मटर-1 कप
- जीरा-1 चम्मच
- हींग-1/4 चम्मच
- नमक- स्वादानुासार
- नींबू-1
- हरी मिर्च-2
- अदरक- छोटा सा टुकड़ा
- साबुत धनिया- 1 चम्मच
ऐसे बनाएं
सबसे पहले हरे मटर और हरी मिर्च को दरदरा पीस लें। इसके बाद एक कढ़ाई में तेल गर्म करें फिर उसमें जीरे और हींग को चटकाएं। अब इसमें दरदरा किया हुआ मटर डाल कर अच्छे से सेंक लें। अब इसमें नमक के साथ कुटा हुआ अदरक और साबुत धनिया डालें। फिर इसमें स्वादानुसार नींबू डालें। अपनी भरावन को ठंडा होने के लिए कुछ देर रख दें। मैदे की लोईयों में इस भरवन को भरें और तेल में भूरा होने तक तले।
कीमे की कचौरी

सामग्री
- कीमा-1/4 किलो
- लहसुन-4 से 6 कलियां
- प्याज-1 छोटी
- अदरक-1 छोटा टुकड़ा
- साबुत धनिया- 1 छोटा चम्मच
- नमक- स्वादानुसार
- लाल मिर्च-1 छोटा चम्मच
- गरम मसाला पाउडर-1 छोटा चम्मच
- दही-1 बड़ा चम्मच
- तेल- 1 बड़ा चम्मच
ऐसे बनाएं
सबसे पहले चिकन के कीमे को अच्छे से धो लें। इसके बाद इसमें दही, नमक, मिर्च लगाकर आधा घंटे के लिए मैरिनेट करें। इसके बाद कढ़ाही में तेल गर्म करें। अब इसमें मैरिनेट किया हुआ कीमा, पिसा हुआ लहसुन-अदरक और प्याज मिला लें। इसके बाद इसमें बाकी बचे मसाले मिलाएं। इसे हल्की आंच पर सेंके। जब यह अच्छे से एक सार हो जाए इसे दस मिनिट के लिए ढककर धीमी आंच पर रख दें। बस आपकी कीमे की भरावन तैयार है। इसे आप मैदे के पेड़े में भरें और फ्राई करें। सर्दियों में कीमे की कचौरी बहुत अच्छी लगती है।
बथुए की कचौरी

सामग्री
- बथुरा-1 कप
- मैदा-2 कप
- अजवाइन-1 छोटा चम्मच
- जीरा-1 छोटा चम्मच
- लाल मिर्च-1 छोटा चम्मच
- नमक- स्वादानुसार
- तेल- 1 बड़ा चम्मच मोयन के लिए
ऐसे बनाएं
सबसे पहले बथुए को एकदम बारीक काट लें। इसे काटने के बाद मैदे में इसे मसलते हुए मिलाएं। इसके बाद मैदे में जीरा, लाल मिर्च, नमक, अजवाइन और तेल को मिलाकर कचौरी का आटा लगा लें। कुछ देर ढककर रखें और बिना किसी स्टफिंग की इसकी कचौरियां बनाएं। सर्दियों के दिनों में उत्तरप्रदेश में इस कचौरी को बड़े चाव से खाया जाता है। इसके साथ में आलू टमाटर की तरी वाली सब्जी बनाई जाती है।
दाल की कचौरी

सामग्री
- मूंग दाल-1 कप भिगी हुई
- घी- 1 चम्म्मच
- सौंफ-1 चम्मच
- जीरा-1 चम्मच
- हींग-1 चुटकी
- हल्दी-1/2 चम्मच
- लाल मिर्च पाउडर-1 चम्मच
- धनिया पाउडर-1 चम्मच
- गरम मसाला-1 चम्मच
- खटाई-1 चम्मच
- नमक-स्वादानुसार
- बेसन-1 बडा चम्मच
ऐसे बनाएं भरावन
- भिगी हुई मूंग की दाल को मिक्सी में बिना पानी के दरदरा पीस लें। अब पैन में घी लें। इसे सौंफ, जीरे और हींग के साथ चटकाएं। इसके बाद इसमें हल्दी, मिर्च, गरम मसाला इस और दूसरी सभी चीजें मिला लें। सबसे अंत में बेसन डालें और जब तक यह सही से भुन न जाए इसे चलाते रहें। अब पिसी हुई मूंग दाल को इसमें मिला लें। भरावन को ठंडा करें। इसे कचौरी में स्टफ करें। इस कचौरी को इमली की चटनी के साथ खाएं।
