Buttermilk Tips: गर्मियों में ठंडे और ताज़गी भरे पेय बेहद जरूरी हो जाते हैं, और छाछ यानी बटरमिल्क एक क्लासिक पसंद है। शरबत, नींबू पानी और लस्सी जैसे ऑप्शन भले ही पॉपुलर हों, लेकिन खाने के बाद एक गिलास छाछ पीना बहुत से लोगों की आदत होती है। दही से बनी यह नमकीन और मसालेदार ड्रिंक न सिर्फ शरीर को तुरंत ठंडक देती है, बल्कि पाचन को भी बेहतर बनाती है। बाजार में छाछ के पैकेज्ड वर्ज़न ज़रूर मिलते हैं, लेकिन घर पर बनी ताज़ी छाछ का स्वाद और फायदों से कोई मुकाबला नहीं। अगर आप हर बार परफेक्ट छाछ बनाना चाहते हैं, तो ये प्रो टिप्स ज़रूर ध्यान में रखें।
परफेक्ट छाछ बनाने के लिए टिप्स:
दही को अच्छे से फेंटें
छाछ की नींव दही होती है, इसलिए इसे अच्छी तरह से फेंटना बेहद जरूरी है। अगर दही अच्छे से फेंटी नहीं गई हो तो छाछ का टेक्सचर क्रीमी नहीं होगा। इसके लिए आप व्हिस्क या हैंड ब्लेंडर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
पानी की सही मात्रा मिलाएं
छाछ का टेक्सचर पतला होना चाहिए। एक कप दही के लिए कम से कम दो कप ठंडा पानी मिलाएं। इससे स्वाद और गाढ़ापन दोनों का सही संतुलन बनता है।
घर का बना मसाला डालें
अगर आप सादी छाछ पसंद करते हैं, तो सिर्फ काला नमक काफी है। लेकिन अगर आप स्वाद में थोड़ी चटपटाहट चाहते हैं, तो घर का मसाला बनाएं – थोड़ा जीरा और काली मिर्च भूनकर पीस लें, फिर उसमें काला नमक और सफेद नमक मिलाकर छाछ में डालें।
फ्लेवर को बढ़ाएं
पुदीना और धनिया छाछ में ताज़गी लाते हैं। अगर आप तीखा पसंद करते हैं तो इन दोनों पत्तों के साथ एक हरी मिर्च को पीसकर एक पेस्ट बना लें और आधा चम्मच छाछ में मिलाएं। स्वाद में जबरदस्त फर्क आएगा।

तड़के वाली छाछ भी ट्राय करें
तड़का लगी छाछ का स्वाद और भी गहराई लिए होता है। इसके लिए थोड़े घी में हींग, जीरा और कड़ी पत्ता डालकर कुछ सेकंड पकाएं और इसे छाछ में मिलाएं। स्वाद एकदम अलग और लाजवाब लगेगा।
घर पर छाछ कैसे बनाएं:
- एक कटोरी (1 कप) दही लें और अच्छे से फेंटें।
- इसमें आधा चम्मच काला नमक और आधा चम्मच भुना हुआ जीरा-काली मिर्च पाउडर डालें।
- ताज़ा पुदीना और धनिया पत्ती डालें या पेस्ट मिलाएं।
- अब दो कप ठंडा पानी डालें और फिर से अच्छे से ब्लेंड करें।
- गिलास में परोसें, ऊपर से थोड़ा हरा धनिया डालें और मज़ा लें।
छाछ क्यों है ज़रूरी गर्मी में?
गर्मी के मौसम में शरीर का तापमान बढ़ जाता है, जिससे डिहाइड्रेशन, पेट की गड़बड़ी और थकान जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं। ऐसे में छाछ एक प्राकृतिक और पारंपरिक उपाय है जो शरीर को ठंडक देने के साथ-साथ कई स्वास्थ्य लाभ भी देता है। यह दही से बनी होने के कारण प्रोबायोटिक्स से भरपूर होती है, जो पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में मदद करती है। मसालेदार भोजन के बाद छाछ पीने से एसिडिटी और भारीपन में राहत मिलती है। इसमें मौजूद इलेक्ट्रोलाइट्स शरीर में नमक और पानी के संतुलन को बनाए रखते हैं, जिससे लू लगने और डिहाइड्रेशन का खतरा कम होता है। साथ ही, यह बेहद हल्की और लो-कैलोरी ड्रिंक है, जो वजन नियंत्रित रखने में भी मददगार होती है।
छाछ न सिर्फ शरीर को अंदर से ठंडक देती है, बल्कि मन को भी ताजगी का एहसास कराती है। गर्मियों में इसे रोज़ाना भोजन के साथ शामिल करना न सिर्फ एक परंपरा है, बल्कि सेहतमंद आदत भी।
