भारत में ऐसे कई राज्य हैं जो कि अपने खानपान के लिए पहचाने जाते हैं। छत्तीसगढ़ भी उनमें से एक हैं। यहां के रहवासी पारंपरिक व्यंजनों के साथ नए-नए व्यंजनों को बनाने और खाने के बहुत शौकीन रहते हैं। यहां तक कि छत्तीसगढ़ के अचार का स्वाद भी अनूठा होता है। स्वाद के साथ-साथ अचार बहुत गुणकारी भी होता हैं। बाँस करील का अचार खाने में बहुत स्वादिष्ट होता हैं, क्योंकि इस अचार में बहुत कम मिर्च मसाला और तेल होते हैं। इसी तरह कच्चे आम का अचार तो सब जगह बनता ही है, लेकिन छत्तीसगढ़ के कच्चे आम का अचार कुछ अनोखे तरीके से बनाया जाता हैं। इस अचार को आप सालों-साल तक बनाकर रख सकते है।
बाँस करील अचार

समाग्री
500 ग्राम बाँस (करील)
250 ग्राम हरी मिर्च
1 टी स्पून हल्दी पाउडर
1½ टी स्पून नमक
1 टेबल स्पून राई
1 टी स्पून अजवाइन
1 टेबल स्पून मेथी दाना
1 टेबल स्पून सौंफ
½ कप सरसो का तेल
विधि
- सबसे पहले करील के छिलके उतारकर किसनी से किस लें। इसे मिट्टी के बर्तन में 4-5 दिन के लिए ढ़ककर रखें, ताकि करील में अच्छे से खटाई चढ़ जाएं।
- अब एक कड़ाही में राई, अजवाइन, मेथी दाने और सौंफ डालकर गैस को धीमी आंच पर चालू करके भूनें। ठंडा हो जाने पर मिक्सर के जार में दरदरा पीसकर तैयार करें।
- एक बड़े बर्तन में किसे हुए करील निकालकर उसमें मसाले डालें। सबसे पहले हल्दी, नमक, तैयार अचार मसाला और सरसो का तेल डालकर हाथों से अच्छे से मिलाएं। अब करील में हरी मिर्च के बड़े-बड़े टुकड़े करके डालकर हाथों से मिलाएं।
- अब एक एयर टाइट सूखे कंटेनर में भरें और इसे 3-4 दिन के लिए धूप में रखें। जब भी खाना हो तब एक चम्मच से बोल में निकाल कर परांठे या पूरी के साथ खाए। एक बार आप भी बनाकर ट्राय करें, क्योंकि करील के अचार बहुत कम समय में बनकर तैयार हो जाता हैं।
छत्तीसगढ़ी आम अचार

सामग्री
1 किलो कच्चे आम
200 ग्राम अचार का मसाला
1 टेबल स्पून कश्मीरी लाल मिर्च पाउडर
½ टी स्पून हींग
1 टेबल स्पून हल्दी पाउडर
नमक स्वादानुसार
सरसों का तेल आवश्यकतानुसार
विधि
- सबसे पहले कच्चे आम को पानी से धोकर साफ करें। छोटे-छोटे पीसकर के एक तपेले में निकाल लें अब हल्दी और नमक डालकर हाथों से मिलाकर 3-4 घंटे के लिए छोड़ दें।
- थोड़े समय बाद कच्चे आम में नमक पानी छोड़ देगा। पानी में से कच्चे आम निकालकर एक कॉटन के कपड़े पर हल्दी नमक लगा कच्चा आम को धूप में 4-5 घंटे के लिए सूखा दें।
- अब कच्चे आम को एक तपेले में निकालकर मसाले मिलाएं अचार का मसाला, कश्मीरी लाल मिर्च पाउडर, हींग, हल्दी पाउडर और नमक डालकर हाथों से अच्छे से मिला लें।
- ऊपर से सरसों का तेल डालकर और अच्छे से मिलाएं। तपेले में 5-6 दिन तक रहने दें। इसके बाद एक कांच के सूखे कंटेनर में भरकर ऊपर से सरसों का तेल डालकर कंटेनर को अच्छे से हिला दें। 2-3 दिन में सूखे चम्मच से चलाते रहे। यह अचार खाने में बहुत ही स्वादिष्ट होता है और इस अचार को आप 6-7 साल तक स्टोर करके रख सकते हैं।