बहुत शौक से मेहमान खाएंगे 'बाँस करील अचार', जानिए सिंपल रेसिपी
बाँस करील अचार खाने में स्वादिष्ट होने के साथ ही काफी फायदेमंद भी होता है। बाँस का अचार हाइट बढ़ाने से लेकर हड्डियां मजबूत करता है।
Bans Karil Achaar: भारतीय भोजन में स्वाद बढ़ाने के लिए अक्सर घरों में खाने के साथ अचार जरूर परोसा जाता है। हमारे घरों के किचन में ऐसे कई तरह के अचार मिलते हैं, जो खाने में बेहतरीन होते हैं। खासकर, पराठे और खिचड़ी के साथ अचार सर्व करने की एक अलग ही परंपरा है। उत्तर प्रदेश, पंजाब, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों के लोग अचार खाना काफी पसंद करते हैं। आज हम आपको झारखंड के बारे में बताने वाले हैं, जहां बाँस करील अचार काफी लोकप्रिय है और अब यह धीरे-धीरे अन्य राज्यों में भी पसंद किया जाने लगा है। ये खाने में स्वादिष्ट होने के साथ ही काफी फायदेमंद भी होता है।
बाँस का अचार हाइट बढ़ाने से लेकर हड्डियां मजबूत करता है। ये अचार करील बांस की ताजा कोपलों से बनता है, जो बेहद ही कोमल होती हैं। अगर आप इस अचार को एकबार बना लेती है, तो इसे पूरे सालभर खा सकती है। इसे आप घर पर बेहद आसान रेसिपी से बना सकती है, जिसके बारे में आज हम बताने वाले है।
घर पर बाँस करील अचार बनाने की सामग्री

ताजा बांस की कोपले- 1 किलो
सौंफ – 1 चम्मच
जीरा- 3 चम्मच
साबुत धनिया – 2 चम्मच
सूखी हुई लाल मिर्च- 5
मेथी- आधा या 1 चम्मच
कलोंजी-2 चम्मच
नमक
तेल- 3 कप
हल्दी- 1 चम्मच
आमचूर-एक चम्मच
बाँस करील का अचार बनाने की विधि

बाँस करील की अचार बनाने के लिए सबसे पहले उसके छिलके उतार लें और इसके पतले या छोटे-छोटे टुकड़े काट लें। इसे काटने के बाद मिट्टी के बर्तन में 3 दिन के लिए धूप में रख दें। जब बाँस अच्छी तरह से सूख जाए, तो एक पैन ले। इसमें राई, मेथी के दाने, अजवाइन और सौंफ डालकर धीमी आंच पर भूनें और ठंडा हो जाने के बाद मिक्सर में अच्छी तरह से दरदरा पीस लें। अब करील के बर्तन में ही करील के ऊपर पिसा मसाला डालें। इसके साथ ही आप अमचूर, मिर्च पाउडर, हल्दी, नमक डालकर अच्छे से मिक्स कर लें।
फिर, गैस पर कढ़ाई चढ़ाएं और उसमें दो चम्मच सरसों का तेल डालें और उसे इतना गर्म करें कि उससे भाप उठने लगे। जब तेल गरम हो जाए, तो उसे करील के ऊपर अच्छी तरह से डाल दे। इसके बाद करील के तैयार अचार को एयर टाइट कंटेनर के मर्तबान में रखें। फिर इसे एक सप्ताह के लिए धूप में रखें। ऐसा करने से आपका आपका बाँस करील का अचार तैयार है।

अचार बनाते समय इस बात का ध्यान रखें कि कभी भी अचार के कंटेनर में गीली या झूठी चम्मच ना डाले। ऐसा करने से अचार जल्दी खराब होता है। जब भी अचार खाने का मन करे, तो उसे सूखे चम्मच या कटोरी में निकालें। आप बाँस करील का अचार पराठे से लेकर दाल- चावल, चावल-सब्जी के साथ खा सकती है ।