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अचार हमारी भारतीय थाली का हमेशा से हिस्सा रहा है। अचार खाने से नुकसान ही नहीं बहुत से लाभ भी मिलते हैं। न्यूट्रीशनिस्ट कविता देवगन से जानिए स्वाद से भरपूर इन खट्टे-मीठे अचार के स्वास्थ्य लाभ।

अचार के बिना तो मानो कोई भोजन पूरा ही न हुआ हो। विज्ञान की मानें तो हमारे पूर्वज अचार के माध्यम से अपनी सेहत अच्छी रखते थे। अचार के ऐसे बहुत से स्वास्थ्य लाभ हैं,
जैसे कि-
यह अच्छे बैक्टीरिया यानी प्रो बायोटिक्स से भरपूर होते हैं जोकि हमारे पेट और पाचन तंत्र के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं।
बहुत सारे एंटी ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं, जो कई बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं।
इनके अंदर कैलोरीज़ की मात्रा काफी कम होती है और ये पोषण से भरपूर होते हैं।
इनमें काफी सारे विटामिन और मिनरल भी होते हैं।
जो सब्जियां हमें खाने में पसंद नहीं होती हैं उनका भी स्वाद बढ़ा देता है।

घर पर तैयार अचार के लाभ

पुराने समय में इन्हें प्राकृतिक रूप से ही घर पर तैयार किया जाता था। अब भी यह परंपरा काफी हद तक कायम है।

पहला लाभ : फर्मंेटेशन के द्वारा ही यह एक प्रो बायोटिक फूड बन पाता है। इसलिए इन्हें खाने से न केवल पाचन क्रिया ठीक रहती है बल्कि पेट में अच्छे बैक्टीरिया का उत्पादन भी होता है।
इससे हमारी इम्यूनिटी बढ़ती है और पोषण प्राप्त करने की क्षमता भी बढ़ जाती है।

दूसरा लाभ : घर पर ही बनने वाले अचार का दूसरा लाभ यह भी है कि आप इसमें इंग्रेडिएंट्स की मात्रा और क्वालिटी दोनों ही अपने अनुसार एडजस्ट कर सकती हैं।

अगर आपको तेल और नमक अधिक नहीं पसंद तो आप इन्हें कम कर सकती हैं।
बाजार में मिलने वाले अचार की सबसे बड़ी स्वास्थ्य से जुड़ी समस्या यही होती है कि उनमें तेल और नमक अधिक होता है

तीसरा लाभ : तीसरा लाभ यह है कि अगर आप एक अच्छे से अचार का सेवन कर लेती हैं तो आपका मूड तुरंत बदल जाता है।
अचार हमेशा एक व्यक्ति को खुश करने की क्षमता रखता है।

अगर ब्लड प्रेशर है तो

अगर आपकी चिंता का विषय वजन न हो कर ब्लड प्रेशर है तो आपको तेल वाला अचार छोड़ देना चाहिए, क्योंकि इससे आपका बीपी बढ़ सकता है।

इससे केवल ब्लड प्रेशर ही नहीं ब्लोटिंग और वॉटर रिटेंशन की समस्या भी देखने को मिल सकती है। इससे आपका कैल्शियम अब्जॉर्ब करने की क्षमता भी कम हो सकती है, जिससे बोन डेंसिटी प्रभावित होगी।

डायबिटिक्स भी मीठा अचार न खाएं

इसी प्रकार डायबिटिक्स भी मीठा अचार न खाएं और अगर खा रहे हैं तो पहले उसे पानी में धो लें फिर कम मात्रा में खाएं।
यद्यपि अचार में तेल और नमक होता है, लेकिन इसमें बहुत सारे स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं, जो इग्नोर नहीं किए जा सकते। इसलिए इनको सीमित मात्रा में खाएं। झटपट बनने वाले दो आसान अचार तीखे, चटपटे की रेसिपी

राजस्थानी आम का अचार

500 ग्राम छिला हुआ और कच्चा आम, 100 ग्राम नमक, हींग और मिर्च। इन सबको अच्छी तरह से मिला लें और 3 दिन के लिए एक हवा बंद जार में भरकर रख दें। फिर यह खाने के लिए तैयार है।

मीठा नींबू-अदरक अचार

250 ग्राम नींबू काट लें, आधा कप नमक और आधा कप चीनी, आधा कप मिर्च पाउडर, सभी चीजों को मिक्स करके एक ड्राई ग्लास में सूर्य के नीचे एक हफ्ते तकके लिए रख दें। आपका अचार तैयार है।
अचार को अचार की तरह से ही खाएं। सब्जी की तरह से नहीं। तभी इसका सेवन फायदेमंद होगा।

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