Vivek Oberoi Net Worth
Vivek Oberoi Net Worth

Vivek Oberoi Net Worth: विवेक ओबेरॉय ने बिज़नेस की दुनिया में एक अलग ही पहचान बना ली है। वे अब स्क्रीन पर कम नज़र आते हैं, लेकिन उनके बिज़नेस वेंचर्स यह साबित करते हैं कि वे एक ऐसी विरासत बना रहे हैं जो किसी भी फ़िल्मी किरदार से कम नहीं है। उनके निवेश कई क्षेत्रों में फैले हैं — रियल एस्टेट और शिक्षा से लेकर फ़ैशन और प्रीमियम शराब तक। लगभग ₹1200 करोड़ की कुल संपत्ति उन्होंने बना ली है। अब ज़्यादातर कमाई फ़िल्मों के बाहर से आती है। एक नजर उनके कुछ बिजनेस पर…

विवेक ओबेरॉय ने लग्ज़री रियल एस्टेट की दुनिया में नाम कमा लिया है। बीएनडब्ल्यू रियल एस्टेट डेवलपमेंट्स के सह-संस्थापक और प्रबंध निदेशक बतौर वे यूएई में कुछ सबसे भव्य रेसीडेंशियल प्रोजेक्ट्स को आकार दे रहे हैं। अभी उनके 23 प्रोजेक्ट्स चल रहे हैं। बीएनडब्ल्यू तेजी से हाई नेट वर्थ इंडिविजुअल्स के बीच लग्ज़री होम्स की पहली पसंद बनता जा रहा है।

फन फैक्ट: बीएनडब्ल्यू जैसे रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स सिर्फ़ घर नहीं बनाते, बल्कि पूरी कम्युनिटी का निर्माण करते हैं। इसे एक शानदार साम्राज्य समझिए जहां सिर्फ़ सुपर-रिच लोग रहा करते हैं।

ओबेरॉय ने सोलिटेरियो की स्थापना की। यह एक ऐसा ब्रांड जो लैब-ग्रो डॉयमंड्स (प्रयोगशाला में बने हीरे) में विशेषज्ञता रखता है। फ़िल्म ब्लड डायमंड से प्रेरित होकर उन्होंने यह पेश करने का निर्णय लिया था। सोलिटेरियो अब वैश्विक ब्रांड बन चुका है, जिसकी मौजूदगी 8 देशों के 25 शहरों में है। 

फन फैक्ट: लैब-ग्रो डायमंड्स काफ़ी किफायती भी होते हैं। अगर आप प्रपोज करने की सोच रहे हैं, तो इस विकल्प को ज़रूर सोचिए, आपका बैंक बैलेंस भी बना रहेगा।

शिक्षा हमेशा से ओबेरॉय के दिल के क़रीब रही है, यही वजह है कि उन्होंने आई-स्कॉलर की सह-स्थापना की। यह ऐसा प्लेटफॉर्म जो ऑनलाइन लर्निंग को क्रांतिकारी तरीके से ग्रामीण और कमजोर इलाकों तक पहुंचा रहा है।

फन फैक्ट: क्या आप जानते हैं कि iScholar की ऑनलाइन कोचिंग सिर्फ़ किताबों तक सीमित नहीं है? यहां जीवनभर काम आने वाली स्किल्स जैसे क्रिटिकल थिंकिंग और प्रॉब्लम सॉल्विंग भी सिखाई जाती हैं!

2021 में ओबेरॉय ने अपने सामाजिक उद्देश्यों के जुनून को बढ़ाते हुए कॉर्पोरेट कम्युनिकेशंस की रणनीतिकार अनुपूति श र्मा के साथ मिलकर इम्प्रेसारियो ग्लोबल की सह-स्थापना की। यह एक मारटेक (MarTech) स्टार्टअप है जो ब्रांड्स को ऐसे तरीके से मार्केटिंग करने में मदद करता है जिससे सामाजिक कार्यों को भी बढ़ावा मिले। चाहे महिलाओं को सशक्त बनाना हो या सामुदायिक पहलों को समर्थन देना – इम्प्रेसारियो ग्लोबल यह सुनिश्चित करता है कि ब्रांड्स केवल उत्पाद न बेचें बल्कि उद्देश्य भी बेचें।

फन फैक्ट: अगर आपने कभी किसी ब्रांड कैंपेन को सामाजिक उद्देश्य का प्रचार करते देखा है, तो अच्छी संभावना है कि उसके पीछे इम्प्रेसारियो ग्लोबल की मेहनत हो!

हममें से हर किसी के साथ कभी न कभी ऐसा हुआ है — सड़क किनारे टायर पंचर या इंजन खराब हो गया हो। ऐसे में रेडीअसिस्ट आपका मददगार बनता है, जिसकी स्थापना ओबेरॉय ने की थी। यह कंपनी पूरे भारत में 24×7 वाहन मरम्मत और सड़क किनारे सहायता प्रदान करती है। चाहे वह टायर पंक्चर हो, इंजन फेल हो या बैटरी डाउन — ReadyAssist यह सुनिश्चित करता है कि आपकी मदद तुरंत पहुंच जाए।

फन फैक्ट: जितनी देर आप अपनी गाड़ी को कोसते हैं, उतनी देर में ReadyAssist आपकी मदद के लिए निकल भी चुका होता है।

मार्च 2025 में विवेक ओबेरॉय ने स्कॉटलैंड स्थित प्रीमियम क्राफ़्ट जिन कंपनी रट्लैंड स्क्वेयर स्पिरिट्स लिमिटेड में निवेश कर शराब की दुनिया में कदम रखा। कंपनी में 21% इक्विटी हिस्सेदारी लेकर ओबेरॉय ने अपने व्यापारिक पोर्टफोलियो में एक नया और परिष्कृत आयाम जोड़ा।

फन फैक्ट: स्कॉटलैंड सिर्फ़ व्हिस्की के लिए नहीं जाना जाता, जिन भी वहां तेजी से लोकप्रिय हो रही है!

ढाई दशक से पत्रकारिता में हैं। दैनिक भास्कर, नई दुनिया और जागरण में कई वर्षों तक काम किया। हर हफ्ते 'पहले दिन पहले शो' का अगर कोई रिकॉर्ड होता तो शायद इनके नाम होता। 2001 से अभी तक यह क्रम जारी है और विभिन्न प्लेटफॉर्म के लिए फिल्म समीक्षा...