wamiqa gabbi
wamiqa gabbi

Wamiqa Gabbi News: अभिनेत्री वामिका गब्बी ने हाल ही में फिल्म इंडस्ट्री में फीस के असमान वितरण (Pay Disparity) को लेकर एक महत्वपूर्ण सवाल उठाया है। उनका यह बयान कई लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है, खासकर तब जब उन्होंने बॉक्स ऑफिस पर असफल होने वाली फिल्मों में भी पुरुष अभिनेताओं को मिलने वाली ज़्यादा फीस पर टिप्पणी की है।

फीस के असमान वितरण पर वामिका का बयान

वामिका गब्बी, जो हाल ही में अपनी फिल्म ‘भूल चूक माफ़‘ को लेकर चर्चा में थीं, ने एक इंटरव्यू के दौरान फिल्म इंडस्ट्री में मौजूद वेतन असमानता (Pay Disparity) पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि अक्सर पुरुष अभिनेताओं को महिला अभिनेत्रियों की तुलना में बहुत अधिक फीस दी जाती है, भले ही फिल्म में उनका योगदान या फिल्म का बॉक्स ऑफिस प्रदर्शन कैसा भी हो।

फ्लॉप फिल्मों पर हीरो की फीस पर सवाल

वामिका ने खास तौर पर उस पहलू पर ज़ोर दिया जहाँ हीरो की फिल्में फ्लॉप होने के बावजूद उनकी फीस में कोई कटौती नहीं की जाती। उन्होंने कहा, “दिक्कत ये है कि फीस में असमानता है। कई बार वे एक हीरो को बहुत पैसा देते हैं और फिर फिल्म नहीं चलती। ऐसे में उनकी फीस पर कोई असर क्यों नहीं पड़ता?” उनका यह सवाल सीधे तौर पर इंडस्ट्री के उस ढर्रे पर उंगली उठाता है जहाँ बॉक्स ऑफिस की सफलता या असफलता का खामियाजा अक्सर सिर्फ़ अभिनेत्रियों को भुगतना पड़ता है, जबकि पुरुष अभिनेताओं की फीस पर इसका कोई खास प्रभाव नहीं पड़ता।

‘पुरुष प्रधान’ कहानियों में भी नायिका की ज़रूरत

वामिका ने यह भी कहा कि भले ही आजकल ज़्यादातर ‘पुरुष-प्रधान’ (Male-centric) कहानियाँ बन रही हों, लेकिन एक नायिका के बिना फिल्म बनाना असंभव है। उन्होंने इस तर्क पर भी सवाल उठाया कि पुरुष अभिनेता ही दर्शकों को खींच सकते हैं, जबकि महिला कलाकार ऐसा नहीं कर सकतीं। वामिका का मानना है कि हीरोइन के बिना कोई फिल्म नहीं बन सकती, तो फिर उनकी फीस कम क्यों होती है?

वामिका का लक्ष्य: वेतन अंतर को पाटना

वामिका गब्बी का कहना है कि उनका लक्ष्य फिल्म इंडस्ट्री में इस वेतन अंतर को पाटना है। गैर-फिल्मी पृष्ठभूमि से आने वाली वामिका अपने लिए इंडस्ट्री में एक सुरक्षित जगह बनाने और पुरुष और महिला कलाकारों के बीच के वेतन अंतर को कम करने की दिशा में काम कर रही हैं। वह रचनात्मक तरीकों से अपनी बैंकबिलिटी साबित करने की कोशिश कर रही हैं ताकि यह धारणा बदले कि सिर्फ पुरुष अभिनेता ही बॉक्स ऑफिस पर भीड़ खींच सकते हैं।

इंडस्ट्री में वेतन असमानता की पुरानी बहस

वामिका गब्बी का यह बयान फिल्म इंडस्ट्री में लंबे समय से चली आ रही वेतन असमानता की बहस को फिर से हवा देता है। कई बड़ी अभिनेत्रियाँ जैसे करीना कपूर खान, प्रियंका चोपड़ा, आलिया भट्ट और तापसी पन्नू भी पहले इस मुद्दे पर अपनी बात रख चुकी हैं। यह दर्शाता है कि यह समस्या आज भी कायम है और इसे दूर करने के लिए और अधिक संवाद और बदलाव की ज़रूरत है।

मैं रिचा मिश्रा तिवारी पिछले 12 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हूं। विभिन्न न्यूज चैनल के साथ काम करने के अलावा मैंने पीआर और सेलिब्रिटी मैनेजमेंट का काम भी किया है। इतने सालों में मैंने डायमंड पब्लिकेशंस/गृह लक्ष्मी, फर्स्ट...