Actor Ravi Kishan Filmfare Awards 2025 Winner
Actor Ravi Kishan Filmfare Awards 2025 Winner

Overview: एक कलाकार का संघर्ष और उसका सुनहरा क्षण

फिल्मफेयर अवॉर्ड्स 2025 में रवि किशन की जीत सिर्फ एक कलाकार की उपलब्धि नहीं, बल्कि हर उस सपने की जीत थी जो संघर्ष के बीच भी जिंदा रहता है। 33 साल के इंतज़ार के बाद मिला यह सम्मान उनके धैर्य, समर्पण और श्रद्धा की कहानी कहता है। उन्होंने यह दिखा दिया कि अगर दिल में विश्वास और मेहनत हो, तो भगवान भी साथ देता है।

Filmfare Awards 2025 : फिल्मफेयर अवॉर्ड्स 2025 की शाम वैसे तो सितारों से जगमगा रही थी, लेकिन असली भावनाओं का तूफान तब आया जब रवि किशन ने मंच पर अवॉर्ड स्वीकार करते हुए आंसू बहा दिए। सालों की मेहनत, असफलताओं और उम्मीदों से भरे इस सफर के बाद, उन्होंने कहा —“33 साल से इस पल का इंतज़ार था… मुझे जिंदा रखने के लिए धन्यवाद महादेव।” उनके इस बयान ने न सिर्फ दर्शकों की आंखें नम कर दीं, बल्कि बॉलीवुड के गलियारों में भी भावनाओं की लहर दौड़ा दी।

33 साल का इंतज़ार आखिर खत्म हुआ

रवि किशन ने अपने करियर की शुरुआत 90 के दशक में की थी, लेकिन पहचान पाने में उन्हें दशकों का संघर्ष झेलना पड़ा। हिंदी, भोजपुरी और साउथ सिनेमा में काम करने के बावजूद उन्हें वह सम्मान नहीं मिला जो वे डिजर्व करते थे। लेकिन इस बार फिल्मफेयर 2025 ने उनका इंतज़ार खत्म कर दिया — रवि किशन को बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर के अवॉर्ड से नवाज़ा गया। मंच पर पहुंचते ही उन्होंने सिर झुकाकर महादेव को प्रणाम किया और कहा, “मैं आज जो हूं, वो मेरी मां की दुआ और महादेव की कृपा से हूं।”

संघर्ष, असफलता और अटूट विश्वास की कहानी

रवि किशन का सफर आसान नहीं रहा। छोटे-छोटे रोल्स, असफल फिल्में, और आर्थिक संघर्ष — सब कुछ उन्होंने झेला। कई बार हार मानने का मन हुआ, लेकिन हर बार महादेव में उनका विश्वास उन्हें दोबारा खड़ा कर देता था। उन्होंने कहा, “लोग हंसते थे, कहते थे – तुझसे कुछ नहीं होगा। लेकिन मैंने ठान लिया था कि एक दिन ये सब ताली बजाएंगे।” आज उनका यह सपना सच हो गया।

महादेव को समर्पित भावनात्मक पल

अवॉर्ड लेते वक्त रवि किशन की आंखों से आंसू झर-झर बह रहे थे। उन्होंने हाथ जोड़कर कहा, “मैं हर उस इंसान को धन्यवाद देना चाहता हूं जिसने मेरे रास्ते में रोड़ा डाला, क्योंकि उन्हीं की वजह से मैं मजबूत बना। और महादेव को धन्यवाद, जिन्होंने मुझे हार के बाद भी जिंदा रखा।” इस क्षण ने पूरे हॉल को खामोश कर दिया — और फिर एक लंबी तालियों की गूंज उस सन्नाटे को तोड़ गई।

‘मजनूं मियाँ’ से मिला बड़ा मुकाम

रवि किशन को यह अवॉर्ड उनकी फिल्म ‘मजनूं मियाँ’ के लिए मिला, जिसमें उन्होंने एक जटिल और दिल को छू जाने वाला किरदार निभाया। उनका अभिनय न सिर्फ दर्शकों को बल्कि समीक्षकों को भी प्रभावित कर गया। फिल्म में उनके किरदार की भावनात्मक गहराई और सादगी ने यह साबित किया कि रविकिशन सिर्फ भोजपुरी सिनेमा के सितारे नहीं, बल्कि भारतीय सिनेमा के सच्चे कलाकार हैं।

बॉलीवुड सितारों ने दी बधाई

रवि किशन के अवॉर्ड स्वीकारते वक्त अभिषेक बच्चन, आलिया भट्ट, रणवीर सिंह और कृति सेनन जैसे सितारे खड़े होकर तालियाँ बजा रहे थे। कई कलाकारों ने बाद में सोशल मीडिया पर उनकी तारीफ की। रणवीर ने लिखा — “यह सिर्फ अवॉर्ड नहीं, एक संघर्षशील आत्मा की जीत है।” वहीं विद्या बालन ने कहा — “रवि किशन ने साबित किया कि सच्ची प्रतिभा को देर से ही सही, पहचान ज़रूर मिलती है।”

मेरा नाम वंदना है, पिछले छह वर्षों से हिंदी कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हूं। डिजिटल मीडिया में महिला स्वास्थ्य, पारिवारिक जीवन, बच्चों की परवरिश और सामाजिक मुद्दों पर लेखन का अनुभव है। वर्तमान में गृहलक्ष्मी टीम का हिस्सा हूं और नियमित...