Women around the world are buying hyper-realistic reborn baby dolls, treating them like real infants despite their lakh-level cost.

Summary: दुनियाभर में छा गई ‘रीबॉर्न बेबी डॉल’, कीमत जानकर रह जाएंगे हैरान

मां बनने का एहसास हर महिला के लिए बेहद खास होता है। लेकिन कई बार किस्मत ऐसा मोड़ लेती है कि यह सपना अधूरा रह जाता है। ऐसे ही अधूरे मातृत्व का सुकून देने के लिए इन दिनों दुनियाभर में “रीबॉर्न बेबी डॉल” का चलन तेजी से बढ़ रहा है।

Reborn Baby Doll: दुनिया की हर महिला के लिए मां बनना जीवन का सबसे खूबसूरत एहसास होता है। लेकिन कई बार प्रेग्नेंसी में आने वाली कॉम्प्लिकेशंस के कारण गर्भपात हो जाता है या महिला मां नहीं बन पाती। ऐसे समय में वह जीवन के सबसे कठिन दौर से गुजरती है, जब उसे इमोशनल सहारे की जरूरत होती है। ऐसी ही महिलाओं के लिए हाल ही में एक खास गुड़िया मार्केट में लॉन्च की गई है, जिसे ‘रीबॉर्न बेबी डॉल’ कहा जाता है। इन दिनों यह डॉल सोशल मीडिया पर तेजी से ट्रेंड कर रही है। तो चलिए जानते हैं, आखिर यह डॉल क्या है और इसकी कीमत कितनी है।

Close-up of a lifelike reborn baby doll that looks like a real newborn, trending worldwide for its high price
Viral reborn baby doll price

एक रिपोर्ट के अनुसार, “रीबॉर्न बेबी डॉल्स” की कीमत आम गुड़ियों की तुलना में काफी ज्यादा होती है। इनकी कीमत कुछ सौ पाउंड से शुरू होकर 20,000 पाउंड यानी करीब 20 लाख रुपये तक पहुंच सकती है। इन गुड़ियों की कीमत इस बात पर निर्भर करती है कि उन्हें कितनी बारीकी और नज़ाकत से बनाया गया है, उनका चेहरा, त्वचा, बाल और हाव-भाव कितने हद तक असली बच्चे जैसे दिखते हैं। जितनी ज्यादा हकीकत से मिलती-जुलती डॉल होती है, उसकी कीमत उतनी ही अधिक होती है।

रीबॉर्न बेबी डॉल को बनाना एक लंबा प्रॉसेस है। पहले कलाकार सिलिकॉन या विनाइल से इसका शरीर बनाते हैं, फिर उसे असली बच्चे जैसा दिखाने के लिए हाथ से रंग भरते हैं। उसके बाद डॉल में बाल, पलके और नाखून लगाए जाते हैं ताकि यह बिल्कुल असली लगे। कुछ डॉल्स में बैटरी लगाई जाती है जिससे वे सांस लेती या हिलती हुई महसूस हों। इसे बनाने में कई दिन लगते हैं, इसलिए इनकी कीमत भी बहुत ज्यादा होती है।

हालांकि, इन गुड़ियों का इस्तेमाल हर बार अच्छे इरादों से नहीं होता। हाल ही में स्कॉटलैंड की 23 वर्षीय काइरा कज़िन्स ने एक रीबॉर्न बेबी गुड़िया को असली बच्चा बताकर सबको धोखा दे दिया। जब लोगों को सच्चाई पता चली, तो उसे सोशल मीडिया पर कड़ी ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा और मानसिक जांच तक करानी पड़ी। अगर भारत की बात करें तो यहां फिलहाल “रीबॉर्न बेबी डॉल्स” का क्रेज उतना ज्यादा नहीं देखा जा रहा है। हालांकि, विदेशी महिलाओं के बीच इन डॉल्स के प्रति अट्रैक्शन काफी बढ़ गया है। सोशल मीडिया पर इससे जुड़ी कई वीडियो तेजी से वायरल हो रही हैं, जहां लोग इन डॉल्स के साथ अपनी फीलिंग्स शेयर करते हुए नजर आ रहे हैं।

Women around the world are buying hyper-realistic reborn baby dolls, treating them like real infants despite their lakh-level cost.
Reborn baby doll

कई जगहों पर अब ‘रीबॉर्न बेबी डॉल्स’ मुफ्त में भी दी जा रही हैं। कुछ NGO ऐसी महिलाओं को ये डॉल्स गिफ्ट करते हैं, जिन्होंने गर्भपात का दर्द झेला हो या किसी वजह से बच्चा खो दिया हो। उनका मानना है कि ये डॉल्स महिलाओं को भावनात्मक सहारा देने का काम करती हैं और उन्हें मानसिक रूप से संभलने में मदद करती हैं। इसी कारण कई संस्थाएं इन गुड़ियों को जरूरतमंद महिलाओं तक बिना किसी कीमत के पहुंचा रही हैं।

स्वाति कुमारी एक अनुभवी डिजिटल कंटेंट क्रिएटर हैं, जो वर्तमान में गृहलक्ष्मी में फ्रीलांसर के रूप में काम कर रही हैं। चार वर्षों से अधिक का अनुभव रखने वाली स्वाति को खासतौर पर लाइफस्टाइल विषयों पर लेखन में दक्षता हासिल है। खाली समय...