Soha Ali Khan With Saif ali khan
Soha Ali Khan With Saif ali khan

Summary : सोहा को अपना किराया जुटाने में ही सालभर लग जाता था

सोहा ने उस वक्त की शानदार नौकरी हासिल की लेकिन उनका मन इससे जल्दी भर गया, उन्हे तो फिल्मों में आना था...

Soha Ali Khan First Salary: 20 साल की उम्र के आसपास कोई शख्स अगर सालाना करीब दो लाख रुपए कमा रहा हो, तो आमतौर पर अपनी पूरी कमाई किराए में खर्च नहीं करेगा। लेकिन शुरुआती 2000 के दशक में सोहा अली खान ऐसा ही कर रही थीं। लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंस से मास्टर डिग्री करने के बाद जब सोहा ने फाइनेंस सेक्टर में काम शुरू किया, तो उनकी सालाना सैलरी करीब ₹2,20,000 थी। इसके बावजूद उन्होंने मुंबई में ऐसा घर लिया जिसका किराया ₹17,000 प्रति महीना यानी करीब ₹2,04,000 सालाना था।

हाल ही में इंस्टेंट बॉलीवुड से बातचीत में सोहा ने बताया कि जब वो मुंबई आईं और एक इंटरनेशनल बैंक में काम करने लगीं, तो उन्होंने लोखंडवाला में घर लिया और ₹17,000 किराया चुकाने लगीं। उन्होंने कहा— “मैं स्वतंत्र जीवन जीना चाहती थी और अपने पैसे खुद कमाना चाहती थी ताकि मैं अपने फैसले खुद ले सकूं और किसी और के कहे पर न चलना पड़े।” उस वक्त उनके भाई सैफ अली खान पहले से ही एक सफल अभिनेता थे और मुंबई में रहते थे।

सोहा ने बताया कि इस दौरान वो करियर बदलना चाहती थीं, लेकिन उन्हें डर था कि उनके माता-पिता(दिग्गज अभिनेत्री शर्मिला टैगोर और पूर्व क्रिकेटर मंसूर अली खान पटौदी) शायद नाराज हो सकते थे, क्योंकि उन्होंने फाइनेंस और इंटरनेशनल रिलेशन्स की पढ़ाई की थी। सोहा बोलीं, “जब मैं ₹17,000 किराया दे रही थी, तब बैंक में नौकरी थी, लेकिन मैं फिल्मों में आना चाहती थी। मुझे पता था कि मेरे माता-पिता इससे खुश नहीं होंगे। लेकिन मैं यह फैसला इसलिए ले पा रही थी क्योंकि मैं खुद कमा रही थी और किसी को जवाब देने की जरूरत नहीं थी।”

Soha Ali Khan With Daughter
Soha Ali Khan With Daughter

उन्होंने कहा कि उस वक्त उनकी सालाना सैलरी ₹2,20,000 थी। हां, इसके साथ कुछ फायदे भी थे— जैसे कम्यूटिंग और रेंट के लिए भत्ते मिलते थे, कुछ खर्चे क्लेम किए जा सकते थे, लेकिन आज के हिसाब से वो रकम कुछ भी नहीं है। उस समय पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री के बाद ये एक अच्छी नौकरी मानी जाती थी।

Soha Ali Khan
Soha Ali Khan

सोहा ने बताया कि उनके विचार बदलने की शुरुआत तब हुई जब उन्हें एक मॉडलिंग कॉन्ट्रैक्ट मिला, जिसकी फीस ₹5 लाख थी। वे कहती हैं, “मैं साल में ₹5 लाख कमाने वाली थी। बैंक की नौकरी में रोज जाकर सालाना ₹2.2 लाख मिलते थे, लेकिन मॉडलिंग में सिर्फ एक दिन काम करके ही साल भर का कॉन्ट्रैक्ट हो जाता। हालांकि इसमें लंबी अवधि की कोई गारंटी नहीं थी। मुझे नहीं पता था कि एक साल बाद मैं कहां रहूंगी, लेकिन उस उम्र में कितने लोग इतनी दूर की सोचते हैं।” इसके तुरंत बाद उन्हें पहली फिल्म दिल मांगे मोर मिली, जिसके लिए उन्हें लगभग ₹10 लाख का ऑफर मिला। सोहा ने कहा, “मेरा ऑफर करीब ₹10 लाख का था। ये रकम बहुत बड़ी थी, और मैं सोच रही थी कि ये तो करना ही है, बाकी बातों के बारे में बाद में सोचूंगी।”

सोहा ने पहले बताया था कि उन्होंने बैंक की नौकरी तब छोड़ी थी जब अमोल पालेकर ने उन्हें पहेली के लिए ऑफर दिया था, लेकिन वो फिल्म उस वक्त नहीं बनी। उस वक्त उनके पास न तो नौकरी रही और न ही फिल्म का ऑफर। हालांकि, बाद में किस्मत ने करवट ली और सोहा ने बॉलीवुड में अपने लिए एक जगह बना ली।

ढाई दशक से पत्रकारिता में हैं। दैनिक भास्कर, नई दुनिया और जागरण में कई वर्षों तक काम किया। हर हफ्ते 'पहले दिन पहले शो' का अगर कोई रिकॉर्ड होता तो शायद इनके नाम होता। 2001 से अभी तक यह क्रम जारी है और विभिन्न प्लेटफॉर्म के लिए फिल्म समीक्षा...