हिम्मत है तो देखने जाइए नर कंकालों से भरी झील को...यहां वीराना भी चीखता है: Roopkund Lake Mystery
Roopkund Lake Mystery

Roopkund Lake Mystery: आप और हम जितना सोचते हैं दुनिया उससे कहीं ज्यादा खूबसूरत है। यह अद्भुत आश्चर्यों और चमत्कारी, अनोखी जगहों से भरी है। प्रकृति ने दुनिया को ऐसे वरदान दिए हैं, जिनकी गुत्थी सुलझाने की कोशिश में आज भी साइंस जुटी है। इनमें से कई अनोखी जगहें भारत में भी स्थित हैं। हम आपको बता रहे हैं, ऐसी ही शानदार जगहों के बारे में।

इस बीच से गायब हो जाता है समुद्र

Roopkund Lake Mystery
There are many wonderful beaches in India, but the one that stands out is Chandipur Beach in Odisha..

भारत सहित दुनियाभर में कई शानदार बीच हैं, लेकिन इनमें से सबसे अलग और अनोखा है ओडिशा का चांदीपुर बीच। बालासोर से करीब 16 किलोमीटर दूर स्थित इस बीच की खासियत है इसकी ‘लुका छुप्पी’। जी हां, इस बीच से दिन में दो बार समुद्र का पानी गायब हो जाता है और फिर नजर आती है सिर्फ रेत ही रेत। ऐसे उच्च और निम्न ज्वार के दौरान होता है। यानी आप समुद्र के किनारे बैठे होंगे और थोड़ी देर में समुद्र ही गायब हो जाएगा।

कभी देखी है तैरते टापुओं की झील

लोकटक झील को फ्लोटिंग लेक कहा जाता है।
Loktak Lake is called a floating lake.

झीलें तो आपने कई देखी होंगी, लेकिन क्या आपने कभी तैरती हुए टापुओं की झील देखी है। अगर नहीं देखी तो चले आईए मणिपुर। यहां की लोकटक झील को फ्लोटिंग लेक कहा जाता है। यह झील तैरते टापुओं का घर है, जिन्हें स्थानीय भाषा में ‘फुमदी’ कहा जाता है। देसी विदेशी जीव जंतुओं का आश्रय स्थल बनी इस झील में तैरता हुए एक केइबुल लामजाओ राष्ट्रीय उद्यान भी है। झील में दिखाई देने वाले हरे भरे टापुओं के कारण अद्भुत नजारा दिखता है। यह भारत की सबसे बड़ी फ्रेश वाटर झीलों में से एक है।

कहानियों से घिरी, कंकालों की झील

उत्तराखंड में करीब 5,029 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है रूपकुंड जिसे 'स्केलेटन झील' भी कहा जाता है।
Roopkund is situated at an altitude of about 5,029 meters in Uttarakhand, which is also known as ‘Skeleton Lake’.

उत्तराखंड में करीब 5,029 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है रूपकुंड जिसे ‘स्केलेटन झील’ भी कहा जाता है। चमोली जिले के थॉम्पसन शहर में स्थित यह झील जितनी खूबसूरत है, उतनी ही अनोखी भी। इसे देखने के लिए आपको काफी हिम्मत जुटानी होगी। दरअसल, बर्फ से ढके पहाड़ों के बीच यह झील मानव कंकालों से भरी है। बर्फ पिघलने पर ये कंकाल साफ नजर आते हैं। यहां वीराना भी चीखता है। ये कंकाल यहां कैसे आए, इससे आज भी कई कहानियां जुड़ी हैं। अगर आपको भी एडवेंचर पसंद हैं तो आप यहां जा सकते हैं।

यहां उल्टा बहता है झरना

नानेघाट वॉटरफॉल' देखना लाइफ टाइम एक्सपीरियंस होगा।
Seeing Naneghat Waterfall will be a life time experience.

ऊंचे पहाड़ों से गिरते पानी के झरनों को देखना बहुत ही सुकून भरा होता है। लेकिन क्या आपने सुना है कभी कोई झरना जो नीचे की जगह ऊपर की ओर बहे। अगर प्रकृति का यह चमत्कार देखना है तो आपको आना चाहिए महाराष्ट्र। यहां का ‘नानेघाट वॉटरफॉल’ देखना लाइफ टाइम एक्सपीरियंस होगा। यह झरना उल्टा बहता है और इसी कारण इसे रिवर्स वॉटरफॉल भी कहते हैं।  यह पुणे से करीब 150 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। 

मैं अंकिता शर्मा। मुझे मीडिया के तीनों माध्यम प्रिंट, डिजिटल और टीवी का करीब 18 साल का लंबा अनुभव है। मैंने राजस्थान के प्रतिष्ठित पत्रकारिता संस्थानों के साथ काम किया है। इसी के साथ मैं कई प्रतियोगी परीक्षाओं की किताबों की एडिटर भी...