लद्दाख में मनेगा गाल्डन नामचोट फेस्टिवल
इस त्यौहार के दौरान पारंपरिक लद्दाखी नृत्य और संगीत देखना और अनुभव करना बेहद खास है।
Galdan Namchot Ladakh: दिवाली की तरह लद्दाख में एक खास त्यौहार मनाया जाता है जिसे गाल्डन नामचोट के नाम से जाना जाता है। गाल्डन नामचोट को रोशनी के त्यौहार के रूप में भी जाना जाता है। यह एक तिब्बती और मंगोल त्यौहार है जो तिब्बती कैलेंडर के 10वें महीने के 25वें दिन से शुरू होता है। यह लद्दाख में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। यह गाल्डन नामचोट क्षेत्र के लोसार यानी तिब्बती नव वर्ष समारोह की शुरुआत भी करता है। इस साल यह 7 दिसंबर को मनाया जाएगा।
यह त्यौहार तिब्बती भिक्षु और दार्शनिक जे त्सोंगखापा को श्रद्धांजलि देता है, जिन्होंने तिब्बती बौद्ध धर्म के गेलुग स्कूल की स्थापना की थी। इस अवसर को मनाने के लिए, मठों और अन्य प्रतिष्ठानों को बटर लैम्प्स से सजाया जाता है और थुकपा और मोमोज की दावत दी जाती है। इस त्यौहार के दौरान पारंपरिक लद्दाखी नृत्य और संगीत देखना और अनुभव करना बेहद खास है।
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