सारेगामापा रियलिटी शो से अपने करियर की शुरूआत करने वाली श्रेया ने अपने इस लंबे सफर में एक से बढ़कर एक खूबसूरत गाने गाये हैं। चाहे वह शास्त्रीय संगीत हो या फिर मेलोडी से भरा हल्का-फुल्का रोमांटिक गाना, हर गाने को श्रेया ने अपनी मधुर आवाज से हर दिल अजीज बना दिया है। लता मंगेशकर को अपना आइडियल मानने वाली श्रेया के इस संगीत का सफर वर्षों पुराना है। रियलिटी शो में इस छोटी सी बच्ची पर पहली बार नजर पड़ी संजय लीला भंसाली की मां लीला भंसाली की। कहते हैं कि उन्होनें ही पहली बार संजय को अपनी फिल्म में श्रेया से गाना गवाने की सलाह दी थी और तब से लेकर आज तक यह सिलसिला चलता ही चला आ रहा है। संजय लीला भंसाली की हर एक फिल्म चाहे वह ‘देवदास’ हो, ‘रामलीला’, ‘पद्मावत’ या ‘सांवरिया’ उन्होनें हर एक फिल्म में अपनी आवाज का जादू बिखेरा है। श्रेया ने ना सिर्फ हिंदी बल्कि तमिल, तेलगु, मलयालम, बंगाली, कन्नड, गुजराती, मराठी और भोजपुरी भाषाओं के गीतों को भी अपनी आवाज दी है। इसमें कोई शक नहीं कि वो आज के समय की सबसे बेहतरीन और मोस्ट सक्सेसफुल सिंगर हैं। श्रेया ने छोटे पर्दे के बहुत से रियलिटी शो को भी जज किया है फिर चाहे वह ‘इंडियन आइडल’ हो, ‘अमूल वॉइस स्टार ऑफ इंडिया’ या फिर ‘छोटे उस्ताद’।
श्रेया की गायकी का जलवा ना सिर्फ इंडिया में बल्कि इंडिया के बाहर भी है। श्रेया के चाहने वालों की एक लंबी तादाद विदेशों में भी है। ये हमेशा से ही देश के बाहर भी लाइव शोज करती रही हैं यही कारण है कि इनके फैन फॉलोइंग में कभी कोई नहीं आई है। अपने डेब्यू किये गाने से ही नेशनल पुरस्कार जीतने का सिलसिला हो या फिर फोब्स की सूची में 100वें पायदान पर आना श्रेया ने अपने संगीत और आवाज के दम पर हर वो शोहरत हासिल की, जिसका सपना हर एक आम इंसान देखता है। इतनी शोहरत के बावजूद भी श्रेया की सादगी और मासूमियत देखते बनती है। साल 2015 में श्रेया ने अपने बचपन के दोस्त शिलादित्य मुखोपाध्याय को अपना जीवन साथी बना लिया। वह पेशे से बिजनेसमैन हैं। आज श्रेया कामयाबी के इस शिखर पर पहुंच कर भी जिस सादगी भरे अंदाज में जिंदगी को जीना पसंद करती हैं वह सचमुच ही काबिलेतारीफ है। वह अपने नाम के अनुरूप ही ऐसे ही समृद्ध होती चली जाएं उनके जन्मदिन पर बस यही एक कामना है।
