Summary: आखिर कौन-सी बातें हैं जो सितारों को प्रायवेट जेट की तरफ खींचती हैं

सेलेब्रिटीज़ को पसंद हैं लग्ज़री प्राइवेट जेट्स, जिनमें मिलती है बेडरूम जैसी सुविधाएं और पूरी प्राइवेसी।मुंबई-दिल्ली राउंड ट्रिप का किराया 18 से 30 लाख रुपये तक, लगेज और बोर्डिंग पूरी तरह हैज़ल फ्री।

Bollywood Private Jet: हाल ही में करिश्मा कपूर, करीना कपूर और सैफ अली खान को मुंबई से दिल्ली एक प्राइवेट जेट में जाते हुए देखा गया। ये लोग करिश्मा के पूर्व पति संजय कपूर के अंतिम संस्कार और प्रार्थना सभा में शामिल होने जा रहे थे। कपूर परिवार की तरह, कई सितारे अक्सर जल्दी और आराम से अपनी मंजिल तक पहुंचने के लिए प्राइवेट जेट किराए पर लेते हैं। पैपराजी अक्सर उन सितारों की तस्वीरें खींच लेते हैं जो मुंबई के कालिना एयरपोर्ट पर प्राइवेट जेट में चढ़ने के लिए पहुंचते हैं।

हाल ही में द हॉलीवुड रिपोर्टर इंडिया से बातचीत में स्कायलाइन चार्टर्स की डायरेक्टर मारिया चार्ल्स ने प्राइवेट जेट में उड़ान भरने से जुड़ी हर डिटेल साझा की। जैसे इसका किराया, सितारों को मिलने वाली सभी सुविधाएं और उड़ान से पहले कम से कम कितना समय पहले एयरपोर्ट पहुंचना होता है.. इन पर खुलकर बात हुई। आप भी इस बारे में अपनी जानकारी बढ़ाइए… 

मारिया ने बताया कि लेगेसी 600 एक्जीक्यूटिव जेट एअरक्राफ्ट, एक 13-सीटर प्राइवेट जेट है जो ज्यादातर सेलेब्रिटीज की पहली पसंद है। इस फ्लाइट में आमतौर पर दो पायलट और एक केबिन क्रू सदस्य होता है, हालांकि अगर ज्यादा मेहमान हों तो केबिन क्रू की संख्या दो हो सकती है। उन्होंने बताया कि इस प्राइवेट एयरक्राफ्ट के अंदर दो कंपार्टमेंट होते हैं। इनमें से एक कंपार्टमेंट को दो बेड में बदला जा सकता है और इन्हें परदों से अलग भी किया जा सकता है, यानी जेट के अंदर ही एक प्राइवेट स्पेस बन जाता है।

जब उनसे पूछा गया कि किसी को प्राइवेट फ्लाइट कितने पहले बुक करनी चाहिए, तो मारिया ने जवाब दिया, “कोई टाइम लिमिट नहीं है, मैंने 2 घंटे में भी फ्लाइट एक्टिवेट की है। ऑपरेटर को फ्लाइट एक्टिवेट करने में दो घंटे लगते हैं। पायलट को एयरपोर्ट पहुंचना होता है, एयरक्राफ्ट में फ्यूल भरना होता है, खाना ऑर्डर करना होता है। हर पायलट को हर उड़ान के बाद 14 घंटे आराम करना होता है, तो हमें यह देखना होता है कि क्या पायलट उड़ सकते हैं। अगर सब कुछ सेट है तो प्राइवेट जेट बुक करने की कोई समय सीमा नहीं है।”

मारिया ने यह भी बताया कि चार्टर फ्लाइट्स सिर्फ तय स्लॉट में ही उड़ सकती हैं और इन स्लॉट्स को बुक करना पड़ता है। अगर वांछित स्लॉट उपलब्ध है, तभी चार्टर फ्लाइट उस समय उड़ान भर सकती है। चूंकि यात्री प्राइवेट एयरक्राफ्ट का उपयोग करते हैं, उन्हें सिर्फ उड़ान से 15 मिनट पहले पहुंचने के लिए कहा जाता है।

मारिया ने यह भी कहा कि यात्री मुख्य टर्मिनल के बजाय प्राइवेट एयरपोर्ट से गुजरते हैं, इसलिए भीड़भाड़ का सामना नहीं करना पड़ता। डोमेस्टिक फ्लाइट्स में लगेज के साथ 30 मिनट पहले और इंटरनेशनल फ्लाइट्स में 45 मिनट पहले पहुंचना काफी होता है, जो कि सामान्य इंटरनेशनल फ्लाइट्स में तीन घंटे पहले पहुंचने की आवश्यकता के मुकाबले काफी कम है। उन्होंने यह भी साझा किया कि सेलिब्रिटीज को उस जगह के लोकल व्यंजन परोसे जाते हैं जहां वे जा रहे होते हैं, और खाने के मामले में वे जो चाहें वह ऑर्डर कर सकते हैं।

मारिया ने बताया कि प्राइवेट जेट किराए पर लेने की लागत मंज़िल और उड़ान की अवधि पर निर्भर करती है। उन्होंने एक उदाहरण दिया, “मुंबई से दिल्ली उड़ान भरने में 2 घंटे 15 मिनट लगते हैं (एक तरफ), तो कुल राउंड ट्रिप 4 घंटे 30 मिनट की होती है। ऐसे में कोई भी एक्सएल से लेकर लेगेसी तक का एयरक्राफ्ट 18 लाख से 30 लाख रुपए प्लस जीएसटी में राउंड ट्रिप करवा देगा।

समय की लचीलापन और एक्सक्लूसिविटी के अलावा एक और बड़ा फायदा यह है कि सेलेब्रिटीज़ को लगेज की झंझट नहीं झेलना पड़ती। मारिया ने बताया कि एयरपोर्ट स्टाफ उनके पूरे सामान को संभालता है और उनसे कहा जाता है कि वे अपने सामान को उनकी यात्रा से पहले भेज दें। उन्होंने कहा, “सामान आपके एयरपोर्ट पहुंचने से पहले ही फ्लाइट में लोड कर दिया जाता है”।

ढाई दशक से पत्रकारिता में हैं। दैनिक भास्कर, नई दुनिया और जागरण में कई वर्षों तक काम किया। हर हफ्ते 'पहले दिन पहले शो' का अगर कोई रिकॉर्ड होता तो शायद इनके नाम होता। 2001 से अभी तक यह क्रम जारी है और विभिन्न प्लेटफॉर्म के लिए फिल्म समीक्षा...