Summary: एयर इंडिया हादसा 2025 अब तक की सबसे दर्दनाक विमान दुर्घटनाओं की यादें ताजा
12 जून 2025 को हुआ एयर इंडिया हादसा एक और दर्दनाक याद बन गया, जो हमें इतिहास की ओर ले जाता है। दुनिया की सबसे बड़ी विमान दुर्घटनाएं और प्लेन क्रैश आज भी हवाई यात्रा की असुरक्षा को उजागर करते हैं।
Top 10 Deadliest Plane Crashes: इस साल की एक और दुखद घटना 12 जून 2025 को घटी, जब अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया फ्लाइट दुर्घटनाग्रस्त हो गई। यह एक ड्रीमलाइनर फ्लाइट थी। राज्य पुलिस नियंत्रण कक्षा ने कन्फर्म कर दिया कि बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर, अहमदाबाद से लंदन जा रहा था, जिसमें 242 पैसेंजर सवार थे। यदि आपको यह लग रहा है कि ऐसा घटना पहली बार हुई है, तो आप पूरी तरह से गलत हैं। पिछले कुछ सालों में टेक्नॉलजी और एविएशन इंजीनियरिंग में कई प्रगति के बावजूद एयर ट्रैवल खतरनाक ही है। इतिहास की सबसे खराब एविएशन (विमानन) दुर्घटनाओं पर नजर डालने से आपको अंदाजा हो सकता है कि जिन गलतियों को रोका जा सकता था, उनकी वजह से चीजें किस हद तक बुरी हो सकती हैं। आज इस लेख में ऐसी ही टॉप 10 प्लेन क्रैश के बारे में जानते हैं।
टेनेरिफ़ हवाई अड्डा आपदा (1977)
टेनेरिफ़ में हुई यह दुर्घटना सबसे घातक विमानन दुर्घटना है। 27 मार्च, 1977 को स्पेन के कैनरी आईलैंड में लॉस रोडियोस एयरपोर्ट पर केएलएम और पैन एम द्वारा संचालित दो बोइंग 747 रनवे पर टकरा गए। घने कोहरे और रेडियो कम्यूनिकेशन में गड़बड़ी के कारण केएलएम विमान ने अपना टेकऑफ रोल शुरू कर दिया, जबकि पैन एम जेट अभी भी टैक्सी कर रहा था। इस दुर्घटना में 583 लोग मारे गए।
जापान एयरलाइंस फ्लाइट 123 (1985)
12 अगस्त 1985 को जापान एयरलाइंस द्वारा संचालित एक बोइंग 747SR एक टूटे हुए रियर प्रेशर बल्कहेड के कारण कंट्रोल खोने के बाद माउंट ताकामागहारा में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसे पहले गलत तरीके से रिपेयर किया गया था। 520 लोगों की मृत्यु के साथ यह सबसे घातक सिंगल एयरक्राफ्ट दुर्घटना है।
चरखी दादरी टक्कर (1996)
12 नवंबर 1996 को सऊदी एयरलाइंस बोइंग 747 और कजाकिस्तान एयरलाइंस इल्यूशिन आईएल-76 के बीच हवा में टक्कर हुई, जिसमें 349 लोगों की मृत्यु हो गई। यह अब तक की सबसे खराब और बीच हवा में हुई दुर्घटनाओं में से एक है। यह टक्कर दिल्ली के पास हुई थी, जिसका कारण निर्धारित ऊंचाई बनाए रखने में विफलता और अंग्रेजी में खराब कम्यूनिकेशन के कारण थी।
सऊदी फ्लाइट 163 (1980)
19 अगस्त 1980 को सऊदी अरब की फ्लाइट 163 में टेकऑफ के तुरंत बाद कार्गो में आग लग गई। यह फ्लाइट सुरक्षित रूप से रियाद में उतर गया, लेकिन क्रू ने बाहर निकलने में देरी की और धुएं के कारण सभी 301 यात्रियों और क्रू की मौत हो गई।
मलेशिया एयरलाइंस की फ्लाइट MH17 (2014)

एम्सटर्डम से कुआलालंपुर जा रही फ्लाइट MH17 को 17 जुलाई 2014 को पूर्वी यूक्रेन के ऊपर सैन्य संघर्ष के दौरान सरफेस टू एयर मिसाइल से मार गिराया गया था। इसकी वजह से सभी 298 पैसेंजर और क्रू मारे गए।
ईरान एयर फ्लाइट 655 (1988)
ईरान एयर फ्लाइट 655 को 3 जुलाई 1988 को पर्शियन गल्फ के ऊपर अमेरिकी नेवी मिसाइल द्वारा मार गिराया गया था। इसमें 290 लोगों की जान चली गई, जिसमें कई महिलाएं और बच्चे शामिल थे।
अमेरिकन एयरलाइंस की फ्लाइट 191 (1979)
फ्लाइट 191 ने 25 मई 1979 को शिकागो ओ’हारे से टेकऑफ किया, जिसके तुरंत बाद बायां इंजन पंख से अलग हो गया और फ्लाइट क्रैश कर गई। कंट्रोल खोने के कारण 273 लोगों की मृत्यु हो गई।
पैन एम फ्लाइट 103 (1988)
पैन एम 103 को 21 दिसंबर 1988 को स्कॉटलैंड के लॉकरबी में एक आतंकवादी बम द्वारा नष्ट कर दिया गया था। इस फ्लाइट और जमीन पर मौजूद सभी 270 लोग मारे गए।
एयर इंडिया फ्लाइट 182 (1985)
23 जून 1985 को एयर इंडिया फ्लाइट 182 को अटलांटिक महासागर के ऊपर हवा में बम से उड़ा दिया गया था, जिसके वजह से फ्लाइट में सवार सभी 329 लोग मारे गए थे। यह 9/11 से पहले किसी विमान से जुड़ा सबसे घातक आतंकवादी हमला था।
इजिप्टएयर फ्लाइट 990 (1999)
31 अक्टूबर 1999 को इजिप्टएयर फ्लाइट 990 न्यूयॉर्क से टेकऑफ करने के कुछ ही समय बाद अटलांटिक में गिर गई। इसका कारण आज भी विवाद में है, लेकिन अमेरिकी जांच में को-पायलट द्वारा जानबूझकर की गई कार्रवाई की ओर इशारा किया गया। इसके परिणामस्वरूप 217 लोगों की मौत हो गई।
