Plane Crash
Ahmedabad plane crash Credit: Istock

Air Plane Crash News: किसने सोचा था कि विदेश जाने की पहली यात्रा ही नई-नवेली दुल्‍हन की अंतिम यात्रा बन जाएगी। गुजरात के अहमदाबाद में क्रैश हुए एअर इंडिया के विमान AI-171 में अब तक 265 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है। जिसमें राजस्‍थान के बालोतरा जिले के अराबा गांव में रहने वाली 21 वर्षीय खुशबू भी शामिल हैं। आपको बता दें कि खुशबू का विवाह हाल ही में हुआ था और वह अपने पति से मिलने लंदन जा रही थी।

पति से मिलने का था इंतजार

Air Plane Crash News-नवविवाहित खुशबू की अंतिम यात्रा
Was waiting to meet my husband

21 वर्षीय खुशबू का विवाह जनवरी में यूके में रहने वाले एक डॉक्टर से हुआ था। वह महीनों से अपने पति के साथ लंदन में नया जीवन शुरू करने का इंतजार कर रही थीं। लेकिन उनकी यह यात्रा एक त्रासदी में बदल गई।

“आशीर्वाद खुशबू बेटा, गोइंग टू लंदन ”

खुशबू के पिता, मदन सिंह और चचेरा भाई  उन्हें फ्लाइट से एक रात पहले अहमदाबाद लेकर गए थे। हवाई अड्डे पर उनकी एक तस्वीर ली गई थी, जो परिवार के लिए उनकी आखिरी याद बन गई। इस तस्वीर के साथ खुशबू ने संदेश भेजा था: “आशीर्वाद खुशबू बेटा, लंदन जा रही हूं।” इस संदेश में उनकी खुशी और उत्साह साफ झलक रहा था। लेकिन किसे पता था कि यह उनकी आखिरी बात होगी।

परिवार वालों से ली विदाई

खुशबू ने घर छोड़ने से पहले अपनी मां और भाई-बहनों से भावुक विदाई ली थी। परिवार वालों का कहना है कि खुशबू ने एयरपोर्ट जाने से पहले सबसे विदाई और आर्शीवाद लिया। वह परिवारजनों और गांव वालों के गले लगकर खूब रोईं। उनकी मां ने उन्हें गले लगाकर आशीर्वाद दिया था, यह सोचकर कि उनकी बेटी जल्द ही अपने सपनों की उड़ान भरेगी। लेकिन वह उड़ान कभी मंजिल तक नहीं पहुंची। विमान दुर्घटना ने खुशबू के परिवार और पूरे गांव  को गहरे सदमे में डुबो दिया।

पिता को गहरा सदमा

नवविवाहित खुशबू की अंतिम यात्रा
Deep shock to the father

मदन सिंह आज भी उस पल को याद करते हैं, जब उन्होंने अपनी बेटी को हवाई अड्डे पर छोड़ा था। उनकी आंखों  में आंसुओं के साथ एक सवाल है कि आखिर ऐसा क्यों हुआ। खुशबू का गांव, जो कभी उनकी शादी की खुशियों से गूंज रहा था, अब मातम में डूबा है। गांव के लोग एक-दूसरे को सांत्वना दे रहे हैं, लेकिन इस दुख को कम करना आसान नहीं है।

परिवार में सबसे बड़ी थी खुशबू

खुशबू के परिवार वालों के अनुसार खुशबू के चार भाई-बहन हैं, जिसमें खुशबू सबसे बड़ी थी। उसके पिता मदन सिंह की गांव में मिठाई की दुकान है। खुशबू बेहद मिलनसार और परिश्रमी थी जो पिता के बिजनेस में उनका हाथ बंटाती थी। खुशबू अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनकी यादें उनके परिवार और गांव के दिलों में हमेशा जिंदा रहेंगी।

बिखर गए सपने

यह दुर्घटना न केवल एक परिवार की कहानी है, बल्कि उन अनगिनत सपनों की भी है, जो एक पल में बिखर गए। खुशबू की शादी को अभी कुछ ही महीने हुए थे। वह अपने पति के साथ एक नई दुनिया बसाने का सपना देख रही थीं। उनकी मेहनत, उनके परिवार का समर्थन, और उनके गांव की दुआएं सब कुछ उस एक पल में खत्म हो गया।