रूस के शहर मास्को में कुबिन्का नामक जगह पर बना यह शौर्य स्थल और चर्च रूस का नया आकर्षण है। जर्मनी पर रूस की जीत के 75 साल पूरे होने पर 2020 में यह चर्च बनकर तैयार हुआ। चार सालों तक चले युद्ध में लाखों रूसी नामरिक और सैनिक मारे गए थे। यह कैथेडल चर्च न सिर्फ देवालय बल्कि शौर्य स्मारक के में रूप भी विख्यात है। रूस में पहली बार कोई चर्च ग्लास और स्टील से मिलकर बनाया गया है। इसका उपरी ढोम सैंट ब्लेस्ड प्रिंस एलेक्जेंर के हेलमेट के आकार में बना है। मुख्य डोम का वजन 80 टन है। इसे बनाने के लिए रूस के आम लोगों से चंदा लिया गया था।
ग्लास और स्टील से बनकर तैयार आधुनिकतम चर्च
