Anti Pollution Skincare: इन दिनों हम सभी न चाहते हुए भी वातावरण में फैल रहे स्माॅग या वायु प्रदूषण से जूझ रहे हैं। यह प्रदूषण सांस के जरिये हमारी बाॅडी में पहुंच कर फ्री-रेडिकल्स बनाते हैं जिनका असर हमारे आंतरिक और बाह्य स्वास्थ्य पर पड़ता है। वायु प्रदूषण हमारे फेफड़ों को तो नुकसान पहुंचाता ही है, हमारी स्किन भी इससे अछूती नहीं रहती। प्रदूषण के एक्सपोजर में आने से हवा में मौजूद प्रदूषक तत्व और विषैली गैसें स्किन की ऊपरी डर्मा लेयर को प्रभावित करते हैं। स्किन के पोर्स बंद हो जाते हैं जिसकी वजह से स्किन ठीक तरह से सांस नहीं ले पाती। ऑक्सीजन की कमी होने की वजह से ब्लड सर्कुलेशन बाधित होता है जिससे स्किन में रेशैज, इचिंग, एलर्जी होने लगती है। डैड स्किन, निर्जलीकरण या सूखापन, पिगमेंटेशन, ब्लैक हैड्स या पिंपल्स जैसी समस्याएं भी शुरू हो जाती हैं।
लेकिन घर पर आसानी से एंटीऑक्सीडेंट्स चीजों के नियमित इस्तेमाल से आसानी से अपनी स्किन को प्रदूषण से बचा सकती हैं। प्रदूषक तत्वों, गंदगी और जीवाणु से क्षतिग्रस्त स्किन को रिपेयर कर स्निग्ध बना सकती हैं।
एक्सफोलिएट या डीप क्लीनिंग करना
डेड सेल्स को दूर करने के लिए सप्ताह में कम से कम एक बार स्किन की एक्सफोलिएशन या डीप क्लीनिंग करना सबसे जरूरी है। सिर्फ चेहरे पर ही नहीं गर्दन, कोहनियों, पैरों पर भी लगाएं। इसके लिए गेहूं के आटे के चोकर से बटना की तरह स्क्रबिंग करना बेस्ट है। एक चम्मच चोकर में लेक्टो-एसिड युक्त कच्चा दूध मिलाकर पेस्ट बना लें। चोकर की पेस्ट को स्किन पर दस मिनट के लिए लगाएं। हाथों से क्लाॅक वाइज और एंटी क्लाॅक वाइज धीरे-धीरे मलते हुए उतारें।

ऑयली स्किन के लिए चोकर में कच्चे दूध की जगह गुलाब जल मिलाएं। बहुत ड्राई स्किन वाली महिलाएं इसमें कच्चे दूध या दही का इस्तेमाल कर सकती हैं। बाजार में मिलने वाले प्रोबाॅयोटिक मिल्क या लिक्विड भी मिला सकती हैं।
प्रदूषण की वजह से पिगमेंटेशन या स्किन में टैनिंग या कालापन आने पर चोकर में ग्लिसरीन और शहद मिलाकर स्क्रबिंग करें।
प्रदूषण के कारण होने वाले नजला-जुकाम से आंखों की स्किन फूली-फूली हो जाती है या बेजान नजर आती है। खीरे या आलू के स्लाइस काट कर आंखों पर रखें, इससे आंखों को ठंडक मिलेगी। जलन में आंखों में गुलाब जल की बूंदे या ड्राॅप्स सुबह-शाम डाल सकते हैं। इससे आंखें साफ भी रहेंगी।
अमरूद के पत्तों का उबला पानी नहाने या मुंह धोने वाले पानी में मिलाकर इस्तेमाल करें। एक पतीले पानी में मुट्ठी भर नीम की पत्तेें उबालकर भी नहाने के पानी में मिला सकती हैं। यह पानी त्वचा पर जमें प्रदूषक तत्वों को हटाता है यानी त्वचा को बाहरी तौर पर डिटाॅक्सीफाई करता है।
फेस पैक हैं उपयोगी

- डैमेज स्किन को कांतिमय बनाने के लिए फेस मास्क लगाएं। गुड़ को हल्का-सा पीस कर इसमें नींबू के रस और गुलाब जल की कुछ बूंदें मिलाकर पैक बना लें। इसे अपनी स्किन पर लगाएं।
- एलोवेरा जैल में चंदन पाउडर और थोड़ा-सा दूध मिलाकर लगाएं।
- स्किन पर सेब, पपीते जैसे फलों का पैक लगाना भी फायदेमंद है। आधे सेब को कद्दूकस करके एलोवेरा जैल मिला कर लगाएं।
- लाल मसूर की दाल के पाउडर में एलोवेरा जैल मिलाकर लगाएं।
- चंदन पाउडर और हल्दी बराबर मात्रा में लें। इसमें थोड़ा-सा दही और कुछ बूंदे नींबू के रस की मिलाकर बने पेस्ट को स्किन पर लगाएं।
- गुड़हल और गुलाब के फूल मिक्सी में पीस कर पेस्ट बना लें। पेस्ट में बराबर मात्रा में एलोवेरा जैल मिलाकर स्किन पर लगाएं।
- एक चम्मच फ्लेैक्स सीड्स मिक्सी में पीस लें। एलोवेरा जैल और टी ट्री एसेंशियल ऑयल की कुछ बूंदें मिलाकर पेस्ट बनाएं। पेस्ट को स्किन पर लगाएं।
माॅश्चराइज करें

अगर आपकी त्वचा तैलीय भी है, इस मौसम में प्रदूषण से बचाने के लिए माॅश्चराइजर जरूर लगाएं। माॅश्चराइजर की लेयर स्किन को होने वाले नुकसान से बचाती है और स्किन को हेल्दी रखती है। दिन में दो बार अच्छे क्लींजर से अच्छी तरह साफ करें और अपनी स्किन टोन के हिसाब से माॅश्चराइज करें। प्रदूषण के कारण रुखी और बेजान स्किन को रात में सोने से पहले माॅश्चराइज जरूर करें। इसके लिए कैस्टर ऑयल और ऑलिव ऑयल मिक्स करके स्किन की हल्के हाथों से मसाज करें।
चाहे आप घर में रहें या बाहर जाएं, दिन में अपनी स्किन के हिसाब से सनस्क्रीन जरूर लगाएं। यानी ऑयली स्किन के लिए जेल बेस्ड और ड्राई स्किन के लिए क्रीम बेस्ड सनस्क्रीन सनस्क्रीन क्रीम लगाएं। माॅश्चराइजर या सनस्क्रीन क्रीम प्रदूषण और यूएवी किरणों से बचाव के लिए स्किन पर ढाल का काम करते हैं।
अपनी डाइट का ध्यान रखें

एंटी ऑक्सीडेंट ओमेगा-3 और 6 फैटी एसिड, विटामिन और मिनरल से भरपूर बैलेंस डाइट लें। अलग-अलग रंगों के फल-सब्जियों और ड्राई फ्रूट्स को अपनी डाइट में शामिल करें । ये तत्व स्किन पर मजबूत लेयर बनाते हैं जो प्रदूषक तत्व, यूवी किरणों के प्रभाव से बचाते हैं। जरूरत हो तो डाॅक्टर की सलाह पर सप्लीमेंट्स भी ले सकते हैं। प्रदूषण से बचने के लिए दिन में कम से कम 5 ग्राम गुड़ का सेवन करना फायदेमंद है।
हाइड्रेट रहें

प्रदूषण से बचने के लिए स्किन को हाइड्रेट रखना भी जरूरी है। दिन में 8-10 गिलास पानी पीना लाभकारी है। इससे प्रदूषक तत्वों की वजह से स्किन ड्राईनेस की समस्या से बचेे रहेंगे। अमरूद के पत्तों और अदरक को उबाल कर बना ड्रिंक का सेवन स्किन को डिटाॅक्सीफाई करता है। दिन में कम से कम एक बार मिक्स वेजिटेबल जूस, नारियल-नींबू डिटाॅक्स वाॅटर, सूप जैसे ड्रिंक्स पिएं। ये शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को सुचारू रूप् से चलाने, विषाक्त पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने और प्रदूषण से होने वाले प्रभाव को दूर करने में मदद करता है और स्किन को हेल्दी बनाता है।
(आश्मिन मुंजाल, ब्यूटी एक्सपर्ट, स्टार सैलून एंड एकेडमी, नई दिल्ली)