कम उम्र में इन वजहों से झड़ते हैं बाल: Hair Fall Reasons
Hair Fall Reasons

Hair Fall Reasons: बालों के झड़ने को हमेशा से ही उम्र के साथ जोड़कर देखा जाता है। जब व्यक्ति की उम्र बढ़ने लगती है तो उसके बाल गिरने लगते हैं। लेकिन आज के समय में लोगों के बाल कम उम्र में ही झड़ने लगते हैं। यहां तक कि अब युवावस्था में गंजेपन की समस्या भी देखी जाने लगी है। अमूमन जब लोगों के बाल तेजी से गिरने लगते हैं तो वे बहुत अधिक परेशान हो जाते हैं। ऐसे में वे तरह-तरह के हेयर प्रोडक्ट्स से लेकर घरेलू उपाय यहां तक कि हेयर ट्रीटमेंट का सहारा भी लेते हैं। यकीनन इससे आपको फायदा भी मिला होगा। लेकिन बहुत अधिक परेशान होकर एकदम से हजारों रूपए खर्च करने की जगह आप पहले कम उम्र में बाल झड़ने के कारण के बारे में जानें। जब आपको कारणों के बारे में पता होगा तो आपके लिए इलाज व बचाव करना काफी आसान हो जाएगा। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको कम उम्र में बाल झड़ने के लक्षण, कारण व इलाज के बारे में बता रहे हैं-

कम उम्र में बाल झड़ने के कारण 

आज के समय में जिस तरह लोगों का लाइफस्टाइल हो गया है, उसके कारण कम उम्र में बाल झड़ने की समस्या बेहद आम होती जा रही है। पोषक तत्वों की कमी से लेकर शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलाव आदि के चलते लोगों के बाल जल्दी झड़ने शुरू हो जाते हैं। यहां हम ऐसे ही कुछ कारणों का जिक्र कर रहे हैं-

शरीर में हार्मोनल बदलाव

कम उम्र में बाल झड़ने के कारण में सबसे प्रमुख है हार्मोनल बदलाव। जब शरीर में हार्मोनल बदलाव होते हैं, तो इसका असर व्यापक रूप से नजर आता है। खासतौर से, डीएचटी हार्मोन में बदलाव होने पर व्यक्ति के बाल तेजी से झड़ना शुरू हो जाते हैं। आमतौर पर, डीएचटी का असंतुलन अधिकतर यंग लोगों में देखा जाता है।

थायराइड की समस्या

Thyroid
Thyroid

महिलाओं में कम उम्र में बाल झड़ने के कारण के पीछे थायराइड की समस्या भी जिम्मेदार हो सकती है। दरअसल, जब किसी को थॉयराइड होता है तो इससे उसके शरीर में हार्मोनल का संतुलन गड़बड़ा जाता है, जिससे हेयर फॉल हो सकता है। कई बार थायराइड के चलते बाल तेजी से झड़ते हैं और आपको स्कैल्प पर पैचेस भी नजर आ सकते हैं।

पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम की समस्या

अमूमन यह माना जाता है कि जब किसी महिला को पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम की समस्या होती है तो उसे अनियमित पीरियड्स की प्रॉब्लम का सामना करना पड़ता है। हालांकि, पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम भी हार्मोन से जुड़ी एक समस्या है, जिसके चलते शरीर में कई तरह की परेशानियां हो सकती है। पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम होने पर ना केवल अनियमित पीरियड्स बल्कि एक्ने या फिर बाल झड़ने की परेशानी भी हो सकती है। 

आनुवंशिक

कई बार आनुवंशिक कारणों के चलते भी व्यक्ति के बाल कम उम्र में झड़ने शुरू हो जाते हैं। मसलन, अगर किसी व्यक्ति के माता-पिता को बालों के झड़ने की समस्या है तो यह काफी हद तक संभव है कि उस व्यक्ति को भी हेयर फॉल शुरू हो जाए। जिन परिवारों में हेयर फॉल पैटर्न देखा जाता है, वहां पर यंगस्टर्स को भी बाल झड़ने की समस्या हो सकती है।

आहार पर ध्यान ना देना

जो लोग अपने आहार पर पर्याप्त ध्यान नहीं देते हैं और एक बैलेंस डाइट नहीं लेते हैं, उन्हें कई तरह की शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इन्हीं में से एक है बालों का झड़ना। आहार में विटामिन ए, विटामिन डी, विटामिन ई, प्रोटीन, जिंक व आयरन की कमी के कारण बाल तेजी से झड़ने लग जाते हैं। इसलिए, हेयर हेल्थ के साथ-साथ ओवरऑल हेल्थ का ख्याल रखने के लिए सही डाइट लेना बेहद आवश्यक होता है।

हीटिंग स्टाइलिंग टूल्स का इस्तेमाल

heating styling tools
heating styling tools

यंगस्टर्स हमेशा स्टाइलिश दिखने की चाहत रखते हैं और इसलिए वे हीटिंग स्टाइलिंग टूल्स का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन इस तरह के हीट स्टाइलिंग टूल्स मसलन ब्लो ड्रायर, हेयर स्ट्रेटनर और कर्लिंग आयरन आदि आपकी हेयर हेल्थ को प्रभावित करते हैं। वे बालों को कमजोर करते हैं और फिर बाल तेजी से टूटने शुरू हो जाते हैं। इतना ही नहीं, अगर बालों पर बार-बार केमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है तो इससे भी बाल डैमेज होकर टूटना शुरू हो जाते हैं।

अत्यधिक तनाव लेना

कई बार बहुत अधिक तनाव लेने के कारण भी हेयर फॉल शुरू हो जाता है। जब व्यक्ति युवावस्था पर पहुंचता है तो उसके शरीर में कई बदलाव होने शुरू हो जाते हैं। साथ ही साथ, स्कूल से लेकर कॉलेज तक ऐसी कई बातें होती हैं, जिसके कारण व्यक्ति को तनाव होता है। इस तनाव के चलते उनके शरीर में हार्मोन लेवल गड़बड़ाने लगता है। ऐसे में व्यक्ति के बाल भी तेजी से झड़ने लगते हैं।

कुछ दवाओं का सेवन करना

कई बार दवाओं के साइड इफेक्ट्स के कारण भी हेयर फॉल की समस्या होती है। दरअसल, यंग एज में लोगों को मुंहासों आदि की समस्या होती है। ऐसे में एक्ने की समस्या को दूर करने के लिए वे दवाओं का सेवन करते हैं। इन दवाओं के कारण कई बार बाल तेजी से झड़ने शुरू हो जाते हैं। हालांकि, यह देखने में आता है कि जब व्यक्ति उन दवाओं का सेवन करना बंद कर देता है तो इससे बालों का झड़ना भी रूक हो जाता है।

ट्रैक्शन एलोपेसिया के कारण

कई बार जब बालों पर बहुत अधिक खिंचाव आता है तो इससे बालों के झड़ने की समस्या शुरू हो जाती है। इसे ही ट्रैक्शन एलोपेसिया कहा जाता है। जो लोग लंबे समय तक हेलमेट पहनते हैं या फिर ओवरहेड ईयरफोन का इस्तेमाल करते हैं, उन्हें ट्रैक्शन एलोपेसिया की समस्या हो सकती है। इसके अलावा कुछ लोग बालों में ऐसे हेयरस्टाइल बनाते हैं, जिससे उनके बाल काफी देर तक खिंचते हैं। इसकी वजह से भी हेयर फॉल की समस्या हो सकती है।

बाल झड़ने के लक्षण

Hair Fall Symptoms
Hair Fall Symptoms

जब बाल झड़ने लगते हैं तो आपको अपने बालों में कई तरह के बदलाव नजर आ सकते हैं। आप अपने बालों के झड़ने के पैटर्न को देखकर भी इसका पता लगा सकते हैं। मसलन-

  • जब आप बालों को कॉम्ब करते हैं तो आपको अपनी कंघी पर सामान्य से अधिक बाल नजर आ सकते हैं। यहां तक कि जब आप बालों में हाथ घुमाते हैं, तब भी बहुत अधिक संख्या में बाल झड़ सकते हैं।
  • इसके अलावा, बालों को कॉम्ब करके जब आप मिडिल पार्टिंग करते हैं तब आपको अपना मिडिल पार्ट एरिया अधिक चौड़ा हो रहा है। यह बताता है कि आपके बाल पतले हो रहे हैं।
  • बालों के झड़ने से सिर्फ बीच की मांग ही चौड़ी नहीं होती है, बल्कि कभी-कभी हेयरलाइन भी सामान्य से अधिक ऊंची दिखती है। दरअसल, जब बाल पतले होते हैं और झड़ने लगते हैं तो ऐसे में हेयरलाइन भी अधिक ऊंची दिखती है। इतना ही नहीं, कभी-कभी पूरी हेयरलाइन से ही बाल निकल जाते हैं।
  • बाल झड़ने के कारण कभी-कभी स्कैल्प पर पैच भी नजर आने लगता है। जब स्कैल्प के एक हिस्से से बहुत अधिक बाल निकल जाते हैं तो इससे स्कैल्प पर पैच दिखाई देते हैं।

बाल झड़ने का इलाज

बाल झड़ने की समस्या को रोकने के लिए आपको उसके कारणों पर काम करना होगा। मसलन-

  • अगर बाल झड़ने का कारण ट्रैक्शन एलोपेसिया है तो ऐसे में आप टाइट हेयरस्टाइल बनाने से बचें। इसके अलावा, लंबे समय तक हेलमेट पहनने या फिर ओवरहेड ईयरफोन का इस्तेमाल करने से बचें।
  • इसके अलावा अपनी डाइट पर विशेष रूप से ध्यान दें। बैलेंस्ड डाइट लें, जिसमें आपको सभी आवश्यक पोषक तत्व प्राप्त हों।
  • बहुत अधिक हेयर स्टाइलिंग टूल्स या फिर केमिकल्स के इस्तेमाल से बचें। इससे बालों के डैमेज होकर टूटने की संभावना काफी कम हो जाती है।
  • थॉयराइड के कारण अगर हेयर फॉल हो रहा है तो ऐसे में आप उसे नियंत्रित करने के लिए डॉक्टर की सलाह लें।
  • तनाव को मैनेज करने के लिए कुछ उपाय अपनाएं। योगा से लेकर मेडिटेशन आदि के जरिए खुद को रिलैक्स रखने की कोशिश करें।
  • अगर लगातार हेयर फॉल हो रहा है तो ऐसे में आप डॉक्टर की मदद भी ले सकते हैं।

FAQ | क्या आप जानते हैं

कितना बाल गिरना स्वाभाविक है?

जब भी हम बालों को वॉश करते हैं या फिर उन्हें कॉम्ब करते हैं तो कुछ हद तक बाल टूटते ही हैं। हालांकि, इसे बालों का झड़ना नहीं कहा जा सकता। डर्मेटोलॉजिस्ट के अनुसार, रोजाना 50-100 बाल गिरना स्वाभाविक है। अगर इससे अधिक बाल गिरते हैं तो इसे हेयर फॉल कहते हैं।


20 साल की उम्र में बाल क्यों झड़ते हैं?

आज के समय में 20 की उम्र में भी बाल झड़ते हैं और इसके पीछे कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। मसलन, हार्मोनल बदलाव, मेडिकल कंडीशन, अनुवांशिकता, डाइट या फिर तनाव आदि।  

बाल झड़ने की उम्र क्या होती है?

आमतौर पर यह माना जाता है कि बाल झड़ना अधिक उम्र में शुरू होता है। लेकिन बालों के झड़ने और टूटने की कोई उम्र नहीं होती है। आज के समय में 20 साल की उम्र में भी बाल झड़ने शुरू हो जाते हैं। चाहे पुरूष हो या महिला, बाल झड़ने की समस्या किसी को भी हो सकती है।

किसकी कमी के कारण बाल झड़ते हैं?

शरीर में पोषक तत्वों की कमी से बाल झड़ने शुरू हो जाते हैं। खासतौर से, कैल्शियम, मैग्निशियम, जिंक, आयरन, विटामिन ए, विटामिन डी, विटामिन ई, प्रोटीन की कमी के चलते बाल बहुत तेजी से झड़ते हैं।