ये चीज़ें गायब कर देती हैं आपके चेहरे का ग्लो,आज ही बना लें इनसे तय दूरी
समय पर सोना,समय पर उठना,भरपूर मात्रा में पानी पीना,और सबसे जरुरी है समय पर संतुलित आहार लेना। खाने पीने में कुछ ऐसी चीज़ें भी हैं जिनका इस्तेमाल हमें कम से कम या बिल्कुल नहीं करना चाहिए।
Diet for Flawless Skin: खूबसूरत त्वचा की चाहत किसे नहीं होती। इसके बारे में सोच लेना तो बहुत आसान है,पर मुश्किल है इस पर अमल करना। केवल अलग अलग तरह के महंगे या आर्गेनिक कॉस्मेटिक प्रोडक्ट इस्तेमाल कर के आप खूबसूरत त्वचा नहीं पा सकती हैं। इसके लिए आपको अपनी दिनचर्या पर ध्यान देना होगा,समय पर सोना,समय पर उठना,भरपूर मात्रा में पानी पीना,और सबसे जरुरी है समय पर संतुलित आहार लेना। खाने पीने में कुछ ऐसी चीज़ें भी हैं जिनका इस्तेमाल हमें कम से कम या बिल्कुल नहीं करना चाहिए।
कुछ लोग इस तरह के खान पान को कुछ समय के लिए तो आसानी से अपना लेते हैं लेकिन साथ ही एक बहुत बड़ी गलती ये सोचकर करते हैं की शायद कुछ समय तक इस तरह का आहार लेने से हमेशा के लिए हमारा स्वास्थ और त्वचा दोनों ही बेहतर हो जाएंगी। जिस तरह का खाना हम खाते हैं वैसा ही हमारी बॉडी रियेक्ट करती है। सरल शब्दों में कहें तो आपको संतुलित आहार लेना होगा जो आपके शरीर के लिए फायदेमंद साबित होगा। अगर आप अपनी त्वचा से प्यार करती हैं तो आपको अपने आहार पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
पोषणयुक्त आहार लेने पर आपकी त्वचा के साथ साथ शरीर के सभी अंग स्वस्थ रहेंगे और आपको कोईस्वास्थ सम्बन्धी परेशानी नहीं होगी।अपनी त्वचा को खूबसूरत बनाये रखने के लिए समय रहते ये चीज़ें अपनी डाइट से निकाल दें।
मैदा है धीमा ज़हर

मैदे से बनी चीज़ें खाने में तो बड़ी स्वादिष्ट होती हैं,पर इन्हें लम्बे समय तक खाते रहने के ना जाने कितने ही नुक़सान हैं। मैदा किसी भी तरह से स्वस्थ भोजन नहीं है। इसे खाने से आपकी सेहत पर कई तरह के दुष्प्रभाव होते हैं। इसके लगातार सेवन से आपके चेहरे पर दाने या मुहांसे उभर आते हैं जिनसे निजात पाना बेहद मुश्किल होता है। लम्बे समय के बाद ये ठीक भी हो जाएँ तो चेहरे पर इसके दाग-धब्बे आसानी से देखे जा सकते हैं।मैदा आटे का रिफाइंड रूप है। इसे बनाने के लिए आटे को बहुत बार पीसा जाता है जिस से ये काफी बारीक हो जाए। आटे को इस तरह बार बार पीसने पर उत्तम क्वालिटी का मैदा तो बन जाता है पर उसमे आटे के पोषक तत्त्व नहीं रह पाते हैं। मैदा बिना पोषक तत्वों वाला पदार्थ है। शरीर में सूजन,ब्लड शुगर का बढ़ना, मेटाबोलिज्म धीमा हो जाना, फ़ूड एलर्जी, आंतो की परेशानी, त्वचा का ख़राब होना जैसे दाग धब्बे हो जाना या पस भरे मुँहासे हो जाना ये सारे दुष्प्रभावों को मैदा बढ़ावा देता है।
गाय का दूध

बचपन से हम अपने बड़ों से ये सुनते आये हैं की दूध बच्चों से लेकर बड़ों तक के लिए सम्पूर्ण आहार है। इसी वजह से हम दूध को सेहत के लिए अच्छा मानते हैं, ये काफी हद तक सही भी है। पर सबके लिए ये बात सही है ऐसा भी नहीं है। दूध में बहुत से ऐसे तत्त्व पाए जाते हैं जो चेहरे पर मुहासों की समस्या पैदा कर सकते हैं। इतना ही नहीं बहुत से लोगों को तो चेहरे के साथ साथ बाँहों और पीठ पर भी एक्ने की समस्या होने लगती है। उनके लिए अपनी त्वचा का ध्यान रखना बहुत जरुरी है। अगर कभी आपको लगे दूध के सेवन के बाद से आपको मुहांसों की समस्या होने लगी है तो इसका उपयोग उसी समय बंद कर दें। दूध हमारी त्वचा में तेल की मात्रा बड़ा देता है। गाय के दूध में ऐसे तत्त्व शामिल होते हैं जो हमारे शरीर के हॉर्मोन्स में तेज़ी से बदलाव लाते हैं। इस वजह से हमारी त्वचा तैलीय होने लगती है और अक्सर तैलीय त्वचा पर ही दानों और मुहांसों के बढ़ने का खतरा रहता है। ध्यान रखें अगर आप लैक्टोज़ इन्टॉलरेंट हैं तो भूल कर भी दूध का सेवन ना करें। चाहें तो इस बारे में अपने डॉक्टर से सलाह लें।
चीनी से तोड़ें नाता

अगर आपको मीठा बहुत पसंद है तो आपके लिए ये जान लेना बहुत जरुरी है की चीनी आपकी त्वचा और सेहत दोनों के लिए दुश्मन का काम करती है। जरुरत से ज्यादा मीठा खाने से आपकी त्वचा ख़राब हो सकती है। अगर आप ये सोच रहे की बाहरी तौर पर ही ये त्वचा को नुक़सान पहुँचाती है तो ऐसा बिलकुल नहीं है ये आपकी त्वचा को अंदर तक ख़राब कर देती है। जिसकी वजह से आपको बहुत सी त्वचा सम्बन्धी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
त्वचा की सूजन बढ़ाना, कोलोजन का स्तर घटा देना, समय से पहले उम्रदराज दिखने लगना, जब आपकी त्वचा से कोलोजन का स्तर कम होने लगता है तो आपकी त्वचा अपना कसाव खोने लगती है और ढीली हो कर झुर्रियां उभरने लगती हैं। इस वजह से आपकी त्वचा फटी और सूजी हुई दिखने लगती है। ज्यादा परेशानी होने पर त्वचा पर लाल चकत्ते भी उभरने लगते हैं। त्वचा में रिंकल्स होने लगते हैं और धीरे धीरे डार्क सर्कल की समस्या भी बढ़ने लगती हैं।
हमारी त्वचा में कोलोजन और इलास्टिन नाम के दो प्रोटीन होते हैं, जो त्वचा को चमकदार बनाने के साथ नमी भी प्रदान करते हैं। इलास्टिन नाम का प्रोटीन त्वचा में लचीलापन बनाये रखता हैं जिसकी वजह से त्वचा के अंदर होने वाली छोटी मोटी टूट फूट की भरपाई होती रहती हैं। चीनी से बने पदार्थों में ग्लाइसेमिक नामक तत्त्व होता हैं जो शरीर में सूजन की समस्या को जन्म देता है। अपनी डाइट में कम से कम चीनी का उपयोग करें ज्यादा चीनी का सेवन करने से बैक्टीरियल और फंगल इन्फेक्शन होने का डर बना रहता है।

शरीर में चीनी की मात्रा ज्यादा होने पर इन्सुलिन हॉर्मोन डिस्बैलेंस होने का खतरा रहता है। इन्सुलिन हॉर्मोन डिस्बैलेंस होने से पिगमेंटेशन की परेशानी होती है। हर व्यक्ति में मीठा खाने के अलग अलग नुक़सान हो सकते हैं। ज्यादा मीठा लेने से बहुत से लोगों को स्किन में डार्कनेस की परेशानी होने लगती है। उनकी त्वचा का अलग अलग हिस्सा गहरा होने लगता है और कुछ समय बाद ये धब्बों का रूप ले लेता है। इन दाग धब्बों से छुटकारा पाना इतना आसान नहीं होता। इसके लिए भी आपको दवाइयों का सहारा लेना पड़ता है। समय रहते अपनी त्वचा की अच्छे से देखभाल करें और साथ ही स्वस्थ रहें।
