अगर आपका मन सिर्फ एक दिन होली खेलकर नहीं मानता तो आइए वृंदावन, मथुरा, बरसाना, गोकुल की गलियों में, जहां के प्राचीन रीति-रिवाज और परंपराएं पर्यटकों एवं तीर्थयात्रियों को अपने रंग और हुड़दंग में एकसार कर लेती हैं। ‘राधे-राधे’ की गूंज और आज बिरज में होली… जैसे फाल्गुनी गीतों के बीच लट्ठमार होली, लड्डू होली, […]
Author Archives: Shweta Rakesh
स्वास्थ्य-समाचार
दुनिया के लिए नया खतरा है कोरोना वायरस पिछले महीने चीन में कोरोना वायरस ने भयंकर आतंक फैलाया था। इसकी चपेट में केवल चीन ही नहीं बल्कि जापान, थाइलैण्ड यहां तक कि भारत के भी कुछ नागरिक आए थे। कोरोना वायरस कई किस्म के होते हैं मगर इनमें से छह को ही लोगों को संक्रमित […]
होली के रंगों की कहानी
मस्ती और तरंग भरा फागुन का त्योहार होली अपने साथ जुड़ी अनेकों खट्टी-मीठी यादों और आपसी मेल-मिलाप लेकर आता है, बच्चे व बड़े सभी उत्साह से भर जाते हैं। बच्चे कई दिन पहले से ही तरह-तरह के रंग और गुलाल खरीदने लगते हैं। बच्चों के साथ बड़े भी पूरा उत्साह दिखाते हैं, पर इस उत्साह […]
बांग्लादेश में भी देवी आराधना के हैं सब रंग
ढाका के लालबाग किले से लगभग 1 कि.मी. की दूरी पर स्थित है 800 साल पुराना ढाकेश्वरी मंदिर। यह बांग्लादेश में हिंदू संस्कृति और आस्था का प्रमुख केंद्र है। विभाजन पूर्व यह मंदिर संपूर्ण भारत के प्रमुख मंदिरों में से एक था। लेकिन अब भी न सिर्फ बांग्लादेश में रहने वाले हिंदू समाज बल्कि भारतीय […]
नारी आंदोलन की मशाल और मिसाल- सावित्रीबाई फुले
तत्कालीन प्रतिकूल परिस्थितियों में समाज सुधारक सावित्री बाई फुले युग नायिका बनकर उभरीं। अपनी तीक्ष्ण बुद्धि, निर्भीक व्यक्तित्व, सामाजिक सरोकारों से ओत-प्रोत ज्योतिबा ‘फुले के साथ कंधे से कंधा मिलाकर दकियानूसी समाज को बदलने हेतु इन्होंने अपने तर्कों के आधार पर बहस की। सावित्रीबाई का जीवन परिचय सावित्री बाई फुले का जन्म 3 जनवरी 1831 […]
ग्रामीण भारत की महिलाओं के साहस को सलाम
भारत की महिलाएं आज विश्व में अपना नाम कमा रही हैं। जहां पहले एक ओर पहले भारतीय समाज में महिलाओं के प्रति कई अन्याय किए जाते थे तो वहीं अब महिलाओं ने सशक्तीकरण की बागडोर खुद अपने हाथ में ही ले ली है। राजनीति का मंच हो या सिनेमा की दुनिया, खेल का मैदान या विज्ञान […]
विकराल हो चला है जल संक्रमण
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार जल-संक्रमण की वजह से हर साल भारत में करीब 9 करोड़ लोग बीमार पड़ते हैं। बच्चों के लिए ये बीमारियां कहीं अधिक जानलेवा ही हैं और इसका अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि इनमें से केवल एक बीमारी अतिसार से ही हर साल […]
प्रभु में विश्वास रखें – परमहंस योगानंद
भय लगातार आपका पीछा कर रहा है। ईश्वर सम्पर्क से ही भय का अन्त होता है, और किसी से नहीं। तब प्रतीक्षा क्यों? योग से आप ईश्वर के साथ उस सम्पर्क को स्थापित कर सकते हैं। भारत के पास आपको देने के लिए कुछ है जिसे कोई अन्य राष्ट्र कभी नहीं दे सका। मैं प्रत्येक […]
चन्द्रमा की शांति के उपाय
चन्द्रमा ग्रह को खगोल विज्ञान में पृथ्वी का प्राकृतिक उपग्रह माना गया है। चन्द्रमा से ही समुन्द्र में ज्वार-भाटा उत्पन्न होता है। चन्द्रमा मन के साथ-साथ औषधि, मोती, जल, अश्व, दूध और बीज आदि का भी कारक है। चन्द्रमा मन का कारक है, इसलिए चन्द्रमा का पीड़ित होना सीधे तौर पर मनुष्य के मन को […]
घूंघट से बाहर निकल रहा है देश का भविष्य
हम अपनी भारतीय संस्कृति में तो महिलाओं को उच्च स्थान देते हैं, लेकिन समाज में नहीं। हम शक्ति के लिए मां दुर्गा को पूजते हैं, धन-वैभव के लिए मां लक्ष्मी की आराधना करते हैं और ज्ञान व सद्बुद्घि के लिए मां सरस्वती का ध्यान करते हैं। देवी के रूप में हम इन स्त्रियों को पूजते […]
