लगभग सप्ताह भर से गली में लड़कियों और महिलाओं के बीच एक चर्चा तीव्रता से फैल रही थी। इस चर्चा की मुख्य बिंदु थी- मानी। मानी की माँ को इस विषय में कुछ ज्ञात न हो ऐसा नहीं था क्योंकि उसने ही सर्वप्रथम अपनी बेटी की बात मुख से निकाली थी। इसके अतिरिक्त क्या करती […]
Author Archives: रश्मि पाठक
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मायामृग—गृहलक्ष्मी की कहानियां
नित्या अपनी सखी के विवाह समारोह में सम्मिलित होने उसके घर आयी थी ।घर में बेटी के विवाह के कारण,सभी के मुख पर मुस्कुराहट और आनंद का भाव फैला हुआ था।ऐसे किसी विशेष अवसर पर ही दूर -पास के सम्बन्धी एकत्र होते हैं , तब बातों का सिलसिला एकबार प्रारम्भ हो जाए तो ,रोके नहीं […]
