हीनू और पुन्नू गांव आए थे। गाँव में खूब मस्ती भरे दिन गुजर रहे थे उनके। पढ़ाई, होमवर्क, प्रोजेक्ट वर्क और ग्रेड की ए बी सी से दूर निश्चिंत और मगन थे वे…। वे दादा जी के हृदय के टुकड़े थे। दादी पल-पल उनकी बलैयां लेती थीं। उनके खाने-पीने का पूरा ख्याल रखती थीं। जैसे […]
