ग्रामोफोन में लगा रिकार्ड घिस गया हो और सूई किसी एक ही पंक्ति पर अटक कर रह गयी हो जैसे ठीक वही स्थिति थी। पिछले महीने भर से अपनी मां के मुंह से लगातार एक ही बात सुनते-सुनते चंदर तंग आ गया था। एक बार, दो बार नहीं कम से कम दर्जनों बार वह अपना […]
Author Archives: अखिलेश श्रीवास्तव चमन
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श्रम की खुशी – 21 श्रेष्ठ बालमन की कहानियां उत्तर प्रदेश
गंगा नदी का पानी पूरे उफान पर था। गंगा के किनारे स्थित सारे छोटे, बड़े सभी शहर इन दिनों बाढ़ की चपेट में थे। दूरदर्शन के सभी चैनलों और सभी समाचार पत्रों में लगातार बस बाढ़ के ही चित्र तथा बाढ़ की ही खबरें देखने व सुनने को मिल रही थीं। अमोल के जीवन में […]
