Prioritizing Your Happiness
Prioritizing Your Happiness

दूसरों से पहले अपनी खुशियों को अहमियत देना क्यों है ज़रूरी?

अपनी खुशियों को प्राथमिकता देने से आत्मविश्वास, मानसिक शांति और रिश्तों में संतुलन बना रहता है। एक खुश व्यक्ति ही दूसरों को सच्चे अर्थों में खुश और प्रेरित कर सकता है।

Prioritizing Your Happiness: हर व्यक्ति अपने परिवार, रिश्तेदारों और दोस्तों को खुश रखना चाहता है, लेकिन कई बार इसी कोशिश के चलते हम अपनी खुशियों और सपनों को पूरी तरह से नज़रअंदाज़ कर देते हैं। लगातार दूसरों को महत्व देने से हम अंदर से खालीपन महसूस करने लगते हैं। लेकिन असल ख़ुशी हम तभी हासिल कर सकते हैं जब  हम खुद संतुष्ट रहेंगे। जब आप अपनी खुशियों को महत्त्व देना शुर कर देंगे तब आप महसूस कर पाएंगे ऐसा करने से आपके अंदर आत्मविश्वास बढ़ने लगा है। अपना मन खुश रहने पर हमें मानसिक शांति मिलती है और रिश्तों में संतुलन भी बना रहता है।

इसलिए जीवन में सबसे पहले खुद की खुशियों को अहमियत देना ज़रूरी है।

Prioritizing Your Happiness
Happiness and peace at sunset

जब हम अपनी पसंद और इच्छाओं को पूरा करते हैं, तो मन में आत्मसंतुष्टि और शांति का अनुभव होता है। यह शांति हमें मानसिक रूप से मजबूत बनाती है और जीवन की चुनौतियों का सामना करने की ताकत देती है।

अगर हम खुद ही अंदर से असंतुष्ट या दुखी रहेंगे, तो हमारे अंदर की  नकारात्मकता हमारे रिश्तों पर भी नकारात्मक असर डालेगी। लेकिन अगर हम अपनी खुशी को महत्व देने लगेंगे तो हमारी सकारात्मक ऊर्जा दूसरों को भी खुश और उत्साहित करेगी।

खुद की इच्छाओं और ज़रूरतों को महत्व देने से आत्मविश्वास तेज़ी से बढ़ता है। जब हम अपनी खुशी के लिए फैसले लेते हैं, तो हमारे अंदर खुद को सम्मान देने की भावना आती है, जिससे हमारा आत्मसम्मान भी मजबूत होता है।

हमेशा दूसरों को खुश करने की कोशिश में हम तनाव और दबाव में रहने लगते हैं। इस तरह का मानसिक तनाव धीरे-धीरे शारीरिक परेशानी का गंभीर कारण बनता है। अगर हम अपनी खुशी को प्राथमिकता देंगे, तो तनाव भी कम होगा और सेहत भी अच्छी रहने लगेगी।

Digital connection and happiness
Digital connection and happiness

खुद को समझना और अपनी खुशी को महत्त्व देना हमें सकारात्मक और सही फैसले लेने में मदद करता है। जब हम खुद संतुष्ट होते हैं, तो निर्णय भी सही तरीके से ले पाते हैं। जिनसे हमारा आगे आने वाला समय सरल और सफल बनता है।

अगर हम हमेशा दूसरों की खुशी के लिए अपनी खुशी को महत्त्व देना छोड़ देंगे तो हमारे जीवन में एक ऐसा समय आएगा जब हमारे मन में अपने साथ-साथ सबके प्रति ही शिकायतें और कड़वाहट भर जाएगी। लेकिन इसके विपरीत जब हम खुद खुश रहेंगे तो अपने रिश्तों में भी संतुलन और मिठास बनी रहती है।

अपना जीवन केवल दूसरों की उम्मीदें पूरी करने तक सीमित ना रखें। हमारी अपनी भी इच्छाएँ और सपने होते हैं। जब हम अपनी खुशी को महत्व देते हैं, तो जीवन जीने का असली आनंद मिलता है और जीवन सकारात्मकता से भर जाता है।

Happiness and self-expression
Happiness and self-expression

एक खुश व्यक्ति अपने आस-पास भी सकारात्मक माहौल बनाता है। अगर हम अंदर से संतुष्ट रहेंगे, तो हमारी ऊर्जा परिवार और दोस्तों को भी प्रेरणा देगी। सकारात्मकता से जीवन में खुशियाँ आती है और खुशहाल मन अपने आसपास के लोगों को प्रेरित करता है।

उत्तराखंड से ताल्लुक रखने वाली तरूणा ने 2020 में यूट्यूब चैनल के ज़रिए अपने करियर की शुरुआत की। इसके बाद इंडिया टीवी के लिए आर्टिकल्स लिखे और नीलेश मिश्रा की वेबसाइट पर कहानियाँ प्रकाशित हुईं। वर्तमान में देश की अग्रणी महिला पत्रिका...