Summary: IIT टॉपर कशिश मित्तल ने ऐसे साधे सुर कि वीडियो को देखा 3 मिलियन से अधिक लोगों ने
कशिश मित्तल की जीवन-यात्रा किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं। IIT में ऑल इंडिया रैंक 6 और UPSC में रैंक 58 हासिल कर चुके कशिश ने IAS अधिकारी के रूप में देश की सेवा की, लेकिन उनका दिल हमेशा से संगीत में रमा रहा। हाल ही में वायरल हुए एक वीडियो में उनकी कव्वाली प्रस्तुति ने लोगों के दिल छू लिए।
IAS Officer Singing Viral: कभी-कभी जिंदगी हमें ऐसे मोड़ पर लाकर खड़ा कर देती है, जहां मंजिलें भले ही ऊंचाइयों पर हों, लेकिन दिल किसी और सुकून की तलाश में होता है। कशिश मित्तल की कहानी कुछ ऐसी ही है। यह एक ऐसा नाम है, जिसने IIT और IAS जैसी दो सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में टॉप रैंक हासिल करने के बावजूद सुकून भरी आवाज में जब गाता है तो लोग वाह वाह किए बिना नहीं रह पाते हैं। सोशल मीडिया पर कशिश मित्तल का “अंदाज-ए-करम” गाना गाते हुए वीडियो वायरल हो चुका है।
कशिश मित्तल का वायरल वीडियो
इस वायरल वीडियो में कशिश मित्तल को अंदाज़-ए-करम गाते हुए देखा गया। यह कव्वाली मूल रूप से नुसरत फ़तेह अली खान की है, लेकिन कशिश की आवाज में जो मिठास और गहराई है, उसने हर सुनने वाले को ठहर जाने पर मजबूर कर दिया। उनके सुरों में सिर्फ रियाज़ की महक नहीं, बल्कि एक टूटी हुई भावना की भी सच्चाई सुनाई दी।
वीडियो का कैप्शन भी है शानदार
इस वीडियो के साथ ही इसका कैप्शन भी सबका ध्यान खींच रहा है। कशिश ने इस वीडियो को पोस्ट करते हुए कैप्शन में लिखा, “जब आप मोहब्बत में सब कुछ खो बैठते हैं।” आप चाहे जितनी दफा भी इस कव्वाली को सुन लें, आप महसूस करेंगे कि कशिश की आवाज में सिर्फ सुर नहीं, बल्कि भावनाओं की गूंज भी है।
लोगों के कमेंट्स
इस वीडियो को अब तक 3.1 मिलियन लोग देख चुके हैं। इसके पोस्ट होते ही इस पर जबरदस्त व्यूज़ आएं और लोगों ने ताबड़तोड़ कमेन्ट करना शुरू कर दिया। एक यूजर ने लिखा, “IAS और IIT के बाद भी अगर दिल टूटा है, तो फिर बाकी सब का क्या होगा?” एक अन्य यूजर ने लिखा, “आईआईटी और आईएएस करने के बाद लड़के।” एक अन्य ने मजाक में पूछा, “सर, आपका दिल किसने तोड़ दिया।” एक कमेंट में लिखा था, “आईआईटी में 6वीं रैंक और आईएएस बनने के बाद भी, आप अपने जुनून को आगे बढ़ा रहे हैं, इस बात का सम्मान करता हूं, आदरणीय सर।” एक व्यक्ति ने कहा, “यह या कुछ नहीं। क्या आवाज है, क्या सुर है।”
कशिश मित्तल का बैकग्राउन्ड
कशिश की यह भावुक प्रस्तुति केवल एक पल नहीं है बल्कि यह उनके जीवन की एक लंबी साधना का परिणाम है। जालंधर में जन्मे कशिश ने बचपन से ही संगीत की ओर रुझान दिखाया था। पढ़ाई में अव्वल, उन्होंने कंप्यूटर साइंस में B.Tech करने के लिए IIT दिल्ली में प्रवेश लिया और वहां भी अपनी प्रतिभा का परचम लहराया। ऑल इंडिया रैंक 6 जैसी असाधारण उपलब्धि के बाद भी उनके भीतर एक कलाकार सांस ले रहा था। UPSC परीक्षा में भी पहली ही बार में 58वीं रैंक प्राप्त करके उन्होंने IAS अधिकारी का दर्जा हासिल किया। कई वर्षों तक उन्होंने देश की सेवा की। चंडीगढ़ में एडिशनल डिप्टी कमिश्नर से लेकर अरुणाचल प्रदेश के तवांग में डिप्टी कमिश्नर, फिर विदेश मंत्रालय और नीति आयोग जैसी प्रतिष्ठित जगहों पर काम किया। लेकिन कहीं न कहीं, सुर अब भी उन्हें बुला रहे थे।
संगीत को समर्पित
9 साल की सेवा के बाद उन्होंने अपने पहले प्यार संगीत को जीवन समर्पित करने का एक साहसी निर्णय लिया। वह अब आगरा घराने के एक प्रमुख युवा कलाकार के रूप में देखे जाते हैं। उन्हें ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन से ‘A ग्रेड’ प्राप्त है, जो कि उनके शास्त्रीय संगीत के प्रति समर्पण का प्रमाण है। कशिश ने 2007 में पंजाब स्टेट अवॉर्ड फॉर आर्ट एंड कल्चर, 2010 में IIT दिल्ली से सरस्वती सम्मान और 2018 में नाद श्री सम्मान जैसे कई पुरस्कारों से अपनी प्रतिभा को प्रमाणित किया है। उनकी यह यात्रा उन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो अपनी पहचान केवल डिग्री या जॉब प्रोफाइल से जोड़ते हैं।
