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मुंबई क्राइम ब्रांच के सूत्रों के अनुसार मामले में फरार चल रहे मुख्य आरोपी जीशान अख्तर को कनाडा में डिटेन किया गया है। आपको बता दें कि सिद्दीकी हत्याकांड के बाद से ही जीशान अख्तर फरार था।
Who is Zeeshan Akhtar: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी नेता बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। मुंबई क्राइम ब्रांच के सूत्रों के अनुसार मामले में फरार चल रहे मुख्य आरोपी जीशान अख्तर को कनाडा में डिटेन किया गया है। आपको बता दें कि सिद्दीकी हत्याकांड के बाद से ही जीशान अख्तर फरार था। अब क्राइम ब्रांच इस बात की जांच कर रही है कि आखिर जीशान कनाडा पहुंचा कैसे।
लॉरेंस बिश्नोई गैंग का गुर्गा
सूत्रों के अनुसार लॉरेंस बिश्नोई गैंग का खास गुर्गा जीशान अभी कनाडा पुलिस की गिरफ्त में है। बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल शूटर्स का हैंडलर 22 वर्षीय जीशान ही था। मूल रूप से पंजाब के जालंधर में रहने वाले जीशान के गैंगस्टर बनने की कहानी भी फिल्मी है। वह बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक है।
लॉरेंस बिश्नोई का करीबी है जीशान
पुलिस की ओर से दायर की गई चार्जशीट में सामने आया कि जीशान अख्तर लॉरेंस बिश्नोई का बेहद करीबी है। लॉरेंस ने ही पिछले साल मई में जीशान अख्तर और शुभम लोनकर को बाबा सिद्दीकी की हत्या के लिए कहा था। जीशान और शुभम ने मिलकर इस पूरे हत्याकांड की साजिश रची थी। सूत्रों के अनुसार जीशान ने ही हथियार देने से लेकर शूटर्स के रहने तक की व्यवस्था की थी। हालांकि बाबा सिद्दीकी की हत्या करने से एक महीने पहले जीशान मुंबई छोड़कर चला गया था।
ऐसे करीब आए लॉरेंस और जीशान
सूत्रों के अनुसार लॉरेंस बिश्नोई और जीशान अख्तर पहले एक दूसरे को नहीं जानते थे। पंजाब की एक जेल में रहने के दौरान जीशान का संपर्क लॉरेंस गैंग के लोगों से हुआ। यहीं से दोनों की नजदीकियां बढ़ीं। जिसके बाद जीशान को बाबा सिद्दीकी की हत्या का ठेका दिया गया। जेल से रिहा होकर जीशान सिद्दीकी की हत्या की साजिश में जुट गया। इसी कड़ी में वह हत्याकांड के आरोपी गुरमेल सिंह से मिलने के लिए हरियाणा के कैथल गया। गुरमेल को साथ लेने के बाद वह शिवकुमार गौतम और धर्मराज कश्यप को लेकर मुंबई पहुंचा। यहां उसने सभी के रहने की और हथियारों की व्यवस्था की।
दो महीने की बाबा सिद्दीकी की रेकी
पुलिस सूत्रों के अनुसार जीशान ने बाबा सिद्दीकी की हत्या के लिए पुख्ता साजिश रची थी। इसके लिए आरोपियों ने करीब दो महीने तक बाबा सिद्दीकी के घर और ऑफिस दोनों की रेकी करना शुरू कर दिया था। पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि रेकी के दौरान भी सभी आरोपी पिस्टल से लेस रहते थे। साथ में बुलेट्स भी रखते थे, जिससे वह मौका मिलते ही हत्या को अंजाम दे सकें। 12 अक्टूबर, 2024 की रात हत्यारों को यह मौका मिला और उन्होंने तुरंत बाबा सिद्दीकी पर फायरिंग कर दी। जिसमें उनकी मौत हो गई। सिद्दीकी की हत्या के बाद हत्यारों ने भागने की कोशिश की। लोगों ने गुरमेल और धर्मराज को तो मौके पर पकड़ लिया, लेकिन शिवकुमार फरार हो गया। जिसे उत्तर प्रदेश के बहराइच से गिरफ्तार किया गया।
इसलिए निशाने पर आए सिद्दीकी
इस हत्याकांड के पीछे लॉरेंस बिश्नोई गैंग का हाथ माना जाता है। सूत्रों के अनुसार बॉलीवुड एक्टर सलमान खान से करीबी संबंध होने के कारण गैंग ने सिद्दीकी की हत्या की। इस हत्याकांड में गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों के खिलाफ मकोका के तहत मामला दर्ज किया गया है।
