Pitcher Plant Care
Pitcher Plant Care

पिचर प्लांट की ख़ास बात

यह एक अद्वितीय और आकर्षक पौधा है जो अपनी खूबसूरत पत्तियों के आकार और स्वाभाविक जड़ी-बूटी की तरह दिखने वाली संरचना के लिए जाना जाता है।

Pitcher Plant Care: पिचर प्लांट को आमतौर पर नैकटस भी कहा जाता है। यह एक अद्वितीय और आकर्षक पौधा है जो अपनी खूबसूरत पत्तियों के आकार और स्वाभाविक जड़ी-बूटी की तरह दिखने वाली संरचना के लिए जाना जाता है। यह पौधा अपनी पत्तियों में जाल बुनकर कीड़ों को आकर्षित करता है और उन्हें शिकार करता है। पिचर प्लांट को घर के अंदर उगाना और उसकी देखभाल करना थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है लेकिन सही तरीके से इसे उगाना संभव है। आइए जानते हैं घर के अंदर पिचर प्लांट उगाने और उसकी देखभाल के बारे में।

Pitcher Plant Care
Plants Care

पिचर प्लांट का नाम उसके आकार और रूप से आता है। इसकी पत्तियाँ एक पिचर के आकार में होती हैं जिनमें तरल पदार्थ होता है। यह पौधा विशेष रूप से उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाया जाता है। यदि आप पिचर प्लांट को घर के अंदर उगाना चाहते हैं तो आपको एक स्वस्थ पौधा चुनना चाहिए। यह पौधा विभिन्न किस्मों में उपलब्ध होता है जैसे कि Nepenthes, Sarracenia और DarlingtoniaNepenthes किस्म खासतौर पर घर के अंदर उगाने के लिए उपयुक्त होती है।

पिचर प्लांट को घर के अंदर ऐसे स्थान पर रखना चाहिए जहां उसे पर्याप्त प्रकाश मिले। पिचर प्लांट को बहुत अधिक सूर्य की रोशनी की आवश्यकता नहीं होती लेकिन उसे हल्की धूप या अप्रत्यक्ष रोशनी जरूर मिलनी चाहिए। आपको इसे ऐसी जगह पर रखना चाहिए जहां कम से कम 4-6 घंटे की हल्की धूप मिल सके। जैसे खिड़की के पास या आंगन में। पिचर प्लांट को पूरी तरह से अंधेरे में नहीं रखा जा सकता क्योंकि इसे प्रकाश की आवश्यकता होती है।

Plants Care Soil
Plants Care Soil

पिचर प्लांट को उपयुक्त मिट्टी में उगाना बेहद महत्वपूर्ण है। यह पौधा आम मिट्टी में नहीं उगता। इसे विशेष प्रकार की मिट्टी चाहिए जो कि एसिडिक और अच्छी जल निकासी वाली हो। आप मिक्स मिट्टी का उपयोग कर सकते हैं जैसे कि पीट मॉस, रेत और मिट्टी का मिश्रण। मिट्टी को नम बनाए रखें लेकिन ध्यान रखें कि पानी का जमाव न हो। बहुत अधिक पानी देने से इसके जड़ों में सड़न आ सकती है। इसलिए मिट्टी का सही प्रकार और जल निकासी की व्यवस्था जरूरी है।

पिचर प्लांट को पानी की बहुत आवश्यकता होती है लेकिन सर्दियों में विशेष ध्यान देना पड़ता है। इसे डिस्टिल्ड या बारिश के पानी से पानी देना सबसे अच्छा है क्योंकि सामान्य नल का पानी इसमें इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। नल के पानी में मिनरल्स होते हैं जो पिचर प्लांट के लिए हानिकारक हो सकते हैं। पानी का स्तर पिचर के जाल में भी देखा जाना चाहिए क्योंकि यह पौधा कीड़े पकड़ने के लिए उसे अपनी पत्तियों में इकट्ठा करता है। ध्यान रखें कि पिचर प्लांट को अधिक पानी न दें क्योंकि इससे जल जमाव हो सकता है।

Winter and summer care
Winter and summer care

पिचर प्लांट के लिए सबसे उपयुक्त तापमान 20-30 डिग्री सेल्सियस के बीच होता है। सर्दियों में यह पौधा थोड़ी सी ठंड सह सकता है लेकिन अगर तापमान बहुत अधिक गिर जाए तो यह मुरझा सकता है। गर्मी में भी इसे अधिक धूप और गर्म हवा से बचाकर रखना चाहिए। तापमान के बदलाव के दौरान पौधे को स्थानांतरित करने से बचें क्योंकि अचानक बदलाव से इसे तनाव हो सकता है।

संजय शेफर्ड एक लेखक और घुमक्कड़ हैं, जिनका जन्म उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में हुआ। पढ़ाई-लिखाई दिल्ली और मुंबई में हुई। 2016 से परस्पर घूम और लिख रहे हैं। वर्तमान में स्वतंत्र रूप से लेखन एवं टोयटा, महेन्द्रा एडवेंचर और पर्यटन मंत्रालय...