Kids Health: नवजात शिशु बेहद नाजुक होते हैं। जन्म के बाद उन्हें कई तरह की कठिनाइयों से गुजरना पड़ता है। ऐसी ही एक समस्या है नाभी से लिक्विड या पानी निकलना। हालांकि ये लिक्विड कुछ ही दिन निकलता है और अपने आप सूख जाता है लेकिन कई बार ये एलर्जी और इंफेक्शन जैसी समस्याओं का कारण भी बन सकता है। लंबे समय तक बच्चे की नाभी से यदि खून या लिक्विड निकलता है तो इसे नजरअंदाज करने की भूल न करें, बल्कि तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें। नवजात शिशुओं की नाभी से आखिर लिक्विड क्यों निकलता है चलिए जानते हैं इसके बारे में।
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नाभी से लिक्विड निकलने का कारण

शिशु की नाभी से पानी निकलना कोई गंभीर समस्या नहीं है। कई बच्चे इस समस्या का सामना करते हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक 80 प्रतिशत बच्चों को इस प्रकार की समस्या होती है। इसके पीछे कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं।
– संक्रमण: ये सबसे आम कारणों में से एक है। नाभी में लगभग 67 प्रकार के बैक्टीरिया होते हैं जो बैक्टीरियल इंफेक्शन का कारण बन सकते हैं। प्रॉपर सफाई या हाइजीन न होने की वजह से ये संक्रमण बढ़ सकता है।
– हर्निया: बेली बटन के आसपास एब्डॉमिनल टिशूज में सूजन की वजह से हर्निया की समस्या हो सकती है। यदि हर्निया बढ़ जाता है तो नाभी से लिक्विड बाहर निकलने लगता है।
– एलर्जी: बच्चों के लिए यूज किया जाने वाला साबुन या लोशन भी एलर्जी का कारण बन सकता है। बच्चों को नहलाते वक्त यदि बैली बटन में साबुन या लिक्विड चला जाए तो एलर्जी हो सकती है, जिसके चलते नाभी से लिक्विड निकलने लगता है।
नाभी से लिक्विड निकलने के लक्षण
– नाभी के आसपास लालपन और सूजन जैसे लक्षण देखे जा सकते हैं।
– नाभी लगातार गीली और नम महसूस हो सकती है।
– लिक्विड सूखने पर नाभी में खुंटर जमा हो सकता है।
– लिक्विड का रंग हल्का पीला और पानी जैसा हो सकता है।
– नाभी छूने पर शिशु को दर्द महसूस हो सकता है।
– कई मामलों में शिशु को नाभी में खुजली भी हो सकती है।
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क्या है नाभी से निकलने वाले लिक्विड का इलाज

खुद सूखने दें: नाभी से निकलने वाला लिक्विड सामान्यतौर पर अपने आप ही सूख जाता है। जहां तक हो सके नाभी को सूखा रखें। बार-बार सॉफ्ट कॉटन से नाभी को साफ करें ताकि इंफेक्शन को कम किया जा सके।
ऑइंटमेंट का इस्तेमाल: वैसे तो ये समस्या अपने आप ही ठीक हो जाती है लेकिन समस्या बढ़ने पर चिकित्सक की मदद ली जा सकती है। नाभी में मौजूद इंफेक्शन को कम करने के लिए एंटी-फंगल ऑइंटमेंट का इस्तेमाल किया जा सकता है।
साबुन न करें इस्तेमाल: छोटे बच्चे को नहलाने के लिए किसी प्रकार के हार्श लिक्विड या साबुन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। खासकर प्राइवेट पार्ट और नाभी पर इसका इस्तेमाल बिल्कुल न करें। बच्चों को नहलाने के लिए गुनगुने पानी और माइल्ड लिक्विड का प्रयोग करें।
तंग कपड़े न पहनाएं: छोटे बच्चे को तंग कपड़े नहीं पहनाने चाहिए। इससे उनका विकास कम हो जाता है। नाभी से लिक्विड निकलने की स्थिति में बच्चे को ढीले कपड़े पहनाएं और जहां तक हो सके बच्चे को पेट का हिस्सा खुला रखें। ऐसा करने से लिक्विड आसानी से सूख जाएगा।
