शरीर के लिए बेहदजरूरी है बायोटिन: Importance of Biotin
Importance of Biotin

Importance of Biotin: यदि आप चाहती हैं कि आपके बाल खूबसूरत बनें तो बायोटीन युक्त आहार खाएं।

बायोटिन क्या है

बायोटिन के बारे में कम लोगों को ही पता होगा, जबकि यह शरीर के लिए बेहद ही महत्वपूर्ण है। बायोटिन विटामिन बी का एक प्रकार है जो पानी में घुलनशील होता है। यह शरीर में एंजाइम के एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में काम करता है। इसे बी7 के नाम से भी जाना जाता है। बायोटिन का मुख्य कार्य शरीर के लिये ऊर्जा में परिवर्तन करने के लिये कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा जैसे पोषक तत्वों को संचालित करता है। पहले बायोटिन को विटामिन एच के नाम से जाना जाता था। बायोटिन चमकदार त्वचा, अच्छे मजबूत बाल, नाखून और लिवर के लिये जरूरी है। साथ ही साथ, यह नर्वस सिस्टम के भी बेहतरीन फंक्शनिंग में मददगार है।

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अगर बायोटिन शरीर में नहीं होता तो क्या होता

Importance of Biotin
Importance of Biotin by Ritika Bansal

बी7 की कमी से मानसिक तनाव हो सकता है, व्यक्ति डिप्रेशन में भी जा सकता है। इसके अलावा, आंखों का लाल होना या खुजली होना भी बी7 की कमी के कारण हो सकता है। बी7 की कमी से खून में कमी, नींद कम आना, बेजान स्किन, बालों का झड़ना, नाखून टूटना और पेलाग्रा रोग भी हो सकता है।
हेल्दी स्किन, मजबूत बाल व नाखूनों के लिए हमें बी7 से भरपूर आहार लेना चाहिए। ध्यान रखें कि डाइट के जरिए हमें प्रतिदिन कम से कम 20-30 एमजी बायोटिन का सेवन करना चाहिए।

बायोटिन की कमी के कारण

  1. प्रतिदिन ज्यादा मात्रा में कच्चे एग व्हाइट का सेवन करने से।
  2. धूम्रपान करने से।
  3. शराब पीने से।
  4. प्रेगनेंसी के समय।
  5. कीटोजेनिक डाइट से बायोटिन कम होने की संभावना।
  6. क्रॉनिक लिवर फेलियर जैसी बीमारी में बायोटिन का कम हो जाना।

बायोटिन के फूड सोर्स

बायोटिन की कमी को दूर करने के लिए आप कई सारे फूड्स को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं-
नट्स और बीज : बहुत सारे नट्स और सीड्स (मेवे और बीजों) में भी बायोटिन होता है। बायोटिन की कमी पूरी करने के लिए नट्स और सीड्स का सेवन सबसे बेहतर है क्योंकि इन्हें आप रोजाना खा सकते हैं। मूंगफली, बादाम, अखरोट, पिस्ता आदि में बायोटिन की अच्छी मात्रा होती है।
मछली : मछलियां प्रोटीन, विटामिन्स और कई तरह के एंटी-ऑक्सीडेंट्स का बहुत अच्छा स्रोत होती हैं। कई तरह की मछलियों में भी बायोटिन खूब पाया जाता है। ट्यूना और सैलमन जैसी मछलियां बायोटिन के साथ-साथ ओमेगा-3 फैटी एसिड से भी भरपूर होती हैं। इसलिए ये हार्ट की बीमारियों से बचाती हैं और शरीर में सूजन कम करती हैं।
शकरकंद : शकरकंद भी बायोटिन का अच्छा स्रोत है। आधा कप उबली हुई शकरकंद में 2.4 माइक्रोग्राम बायोटिन होता है। शकरकंद में बीटा कैरोटिन की मात्रा भी अच्छी होती है। बीटा-कैरोटीन आंखों की रोशनी का ख्याल रखते हैं और पाचन को बेहतर बनाते हैं।
डेयरी प्रोडक्ट्स : दूध और दूध से बने प्रोडक्ट्स में भी बायोटिन होता है। इसलिए रोजाना दूध पीना चाहिए या फिर दूध से बने प्रोडक्ट्स खाने चाहिए। दूध से बने प्रोडक्ट्स में आप योगर्ट, चीज, पनीर, दही, छाछ आदि खा सकते हैं। भैंस के दूध से ज्यादा बायोटिन गाय के दूध में होता है इसलिए गाय के दूध का सेवन करना बायोटिन के लिहाज से ज्यादा फायदेमंद है।
अंडा : अंडा बायोटिन का बहुत अच्छा स्रोत है। अंडे के पीले भाग (जिसे जर्दी भी कहते हैं) में बायोटिन अच्छी मात्रा में होता है। एक उबले हुए अंडे में लगभग 10 माइक्रोग्राम बायोटिन होता है। ध्यान रहे कि अंडे को उबालकर या पकाकर ही खाएं। कच्चे अंडे के इस्तेमाल से आपको बायोटिन का फायदा नहीं मिलेगा।

बायोटिन के फायदे

बायोटिन के सेवन से आपकी सेहत को कई फायदे मिल सकते हैं। मसलन-
डायबिटीज : आजकल शुगर की समस्या बेहद आम हो चुकी है। लेकिन बायोटिन ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मददगार है।
हाई ब्लड प्रेशर : नेशनल सेंटर फॉर टेक्नोलॉजी इनफार्मेशन की रिसर्च ने बताया है कि बायोटिन हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में मददगार है।
थॉयराइड : बायोटिन मेटाबॉलिक डिसऑर्डर को होने से बचाता है।
स्किन रैशेज : आहार में बायोटिन प्रचुर मात्रा में लेने से स्किन को चमकदार रखा जा सकता है। ठ्ठ