गणेश चतुर्थी उत्सव, क्या है इसका महत्व: Ganesh Chaturthi Importance
Ganesh Chaturthi Importance

Ganesh Chaturthi Importance: गणेश चतुर्थी जिसे विनायक चतुर्थी या फिर गणेश उत्सव के नाम से भी जाना जाता है हिंदुओं का एक प्रमुख और सबसे खूबसूरत उत्सवों में से एक है l यह मुख्य रूप से महाराष्ट्र में मनाया जाता रहा है l लेकिन समय के साथ-साथ यह है, साउथ-इंडिया, गुजरात, उत्तर प्रदेश आदि भारत के सभी कोनों में भव्य रूप से मनाया जाने लगा I

क्यों और कैसे मनाया जाता है यह त्यौहार

Ganesh Chaturthi Importance
Ganesh Chaturthi Celebration

माना जाता है कि भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन भगवान गणेश का जन्म हुआ था और इसी उपलक्ष्य में हर साल यह उत्सव मनाया जाता है l इस 10 दिवसीय त्यौहार में लोग अपने घरों को सजाते हैं, भगवान गणेश का पूजन करते हैं, और हर दिन उनके मनपसंद भोग बनाकर उसका प्रसाद लगाते हैं l कहते हैं भगवान गणेश को मोदक बहुत पसंद हैं इसलिए इन दिनों में हर घर में विभिन्न तरह के मोदक बनाए जाते हैं l

गणेश चतुर्थी मनाने की शुरुआत कैसे हुई

In 1983 The Celebration started in the Grand way,publicly
Lord Ganesha

यों तो यह किसी को भी नहीं पता कि गणेश उत्सव पहली बार कब और कहां मनाया गया था पर ऐसा माना जाता है कि मराठा के राजा छत्रपति शिवाजी ने महाराष्ट्र में गणेश चतुर्थी मनाने की शुरुआत की थी l शुरुआत में यह त्यौहार घरों में निजी तौर पर मनाया जाता था पर वही इसे सार्वजनिक उत्सव के रूप में मनाने की शुरुआत बाल गंगाधर तिलक ने वर्ष में 1893 में पुणे में की l

इस उत्सव को भव्य अवसर में बदलने का श्रेय उन्हें ही जाता है उन्होंने गणेश चतुर्थी को एक 10 दिवसीय राष्ट्रीय त्योहार के रूप में लोकप्रिय बनाया l लोकमान्य तिलक सार्वजनिक स्थान पर भगवान गणेश की एक बड़ी मिट्टी की मूर्ति स्थापित करने वाले पहले व्यक्ति थे l 1905 तक यह पूरे देश में फैल चुका था l इन दिनों हजारों सार्वजनिक पंडाल लाखों रुपए में बनाए जाते हैं और यह उत्सव एक भव्य वार्षिक कार्यक्रम के रूप में विकसित हुआ है l

भगवान गणेश की मूर्ति का विसर्जन

Modak is the favorite sweet of Lord Ganesh
Ganpati Bappa Morya,Agle baras tu Jaldi Aa

इस उत्सव के दसवें यानी आखिरी दिन गणेश भगवान का विसर्जन किया जाता है और यह दिन अनंत चतुर्दशी के नाम से भी जाना जाता है l त्योहार के पहले दिन लोग गणेश जी की प्रतिमा अपने घरों ,ऑफिस और पब्लिक प्लेस पर स्थापित करते हैं और आखिरी दिन अपने प्यारे गणपति बप्पा को नदी या समुद्र में विसर्जित करके विदा करते हैं l

गणेश विसर्जन का महत्व

Lord Ganesh ,Vighnharta
Ganesh Visarjan

जहां भगवान गणेश को मंगल मूर्ति यानि सभी शुभ कार्यों के देव (lord of new beginnings) माना जाता है वहीं उन्हें विघ्नहर्ता यानि कि सभी बाधाओं को हरने वाले (Remover of obstacles) के नाम से भी संबोधित किया जाता है l ऐसा माना जाता है कि जब दसवें दिन गणेश जी को विसर्जन के लिए ले जाया जाता है वह अपने साथ हमारे घर की सारी बाधाएं भी ले जाते हैं l

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गणेश विसर्जन से भगवान गणेश की एक और इंटरेस्टिंग कहानी जुड़ी है l ऐसा माना जाता है कि इस त्यौहार के आखिरी दिन गणपति बाबा अपने माता-पिता भगवान शिव और माता पार्वती से मिलने के लिए कैलाश पर्वत पर लौट जाते हैं l


मेरा नाम दिव्या गोयल है। मैंने अर्थशास्त्र (Economics) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है और उत्तर प्रदेश के आगरा शहर से हूं। लेखन मेरे लिए सिर्फ एक अभिव्यक्ति का माध्यम नहीं, बल्कि समाज से संवाद का एक ज़रिया है।मुझे महिला सशक्तिकरण, पारिवारिक...