Benefits Of Breakup: जब हम एक रिश्ते में होते हैं, तो उसके साथ ही अपनी सभी खुशियां देखने लगते हैं। आमतौर पर, एक बार रिश्ते में जुड़ने के बाद साथी से अलग होने का ख्याल भी मन में नहीं आता है। अधिकतर लोगों को रिश्ते की शुरुआत में तो सब सही लगता है। लेकिन धीरे-धीरे रिलेशन में समस्या पैदा होने लगती है। अगर रिश्ता टॉक्सिक होने लगता है तो ऐसे में खुशियां कब परेशानी में तब्दील हो जाती हैं, इसका पता भी नहीं लगता है। कभी-कभी लोग एक टॉक्सिक रिलेशन में रहते हैं और लगातार परेशान होते रहते हैं। लेकिन अपने पार्टनर से अलग होने का ख्याल उन्हें कभी नहीं आता है। ऐसे में वे हर वक्त परेशानी झेलते रहते हैं। हो सकता है कि आप इसकी हिम्मत ना जुटा पा रहे हों। लेकिन क्या आपको पता है कि टॉक्सिक पार्टनर से ब्रेकअप करने से आपको कई फायदे मिल सकते हैं। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको इस बारे में बता रहे हैं-
1) खुद को पहचानने का मिलता है मौका

एक रिलेशन में रहते हुए व्यक्ति अमूमन अपने पार्टनर की खुशियों का ही ख्याल रखता है। उसकी पसंद-नापसंद सबसे ज्यादा मायने रखती है। लेकिन एक बार जब आप टॉक्सिक पार्टनर से ब्रेकअप करते हैं तो ऐसे में एक व्यक्ति के रूप में आप खुद को फिर से पा सकते हैं। ब्रेकअप के बाद आपको किसी साथी की इच्छा, आवश्यकता या फिर उसकी पसंद-नापसंद का ख्याल रखने की जरूरत नहीं है। बस आप अपनी रुचियों, शौक और जुनून को जी भरकर जी सकते हैं। साथ ही साथ, इससे आपको पर्सनल ग्रोथ और सेल्फ इंप्रूवमेंट करने का मौका भी मिलता है।
2) अपनी इच्छानुसार जीने की आजादी
हो सकता है कि ब्रेकअप के बाद आपको कुछ वक्त के लिए ऐसा लगने लगे कि अब आपकी जिन्दगी में कुछ नहीं रह गया है। लेकिन एक बार ब्रेकअप के दर्द से उबरने के बाद आपको यह समझ में आता है कि आपको किसी भी काम को करने के लिए किसी की खुशी की चिंता करने की जरूरत है। अब आप अपने जीवन से जुड़े हर फैसले को खुद ले सकते हैं। आप नई चीजों को एक्सपीरियंस कर सकते हैं, नए लोगों से मिल सकते हैं। अब आपको अपनी शर्तों पर काम करने की पूरी आज़ादी है।
3) होती है पर्सनल ग्रोथ
ब्रेकअप अक्सर आपकेा एक अच्छा इंसान बनाने का मौका देते हैं। दरअसल, जब आपका ब्रेकअप होता है तो उस समय आपका सेल्फ-कॉन्फिडेंस पूरी तरह से डाउन हो जाए। कई बार ब्रेकअप का दर्द व गुस्सा आपको पहले से कहीं अधिक बेहतर इंसान बनने का मौका देता है। अधिकतर लोग ब्रेकअप के बाद सेल्फ इंप्रूवमेंट पर ध्यान देते हैं। जिससे वे कहीं अधिक बेहतर इंसान बन पाते हैं।
4) खुद को पैम्पर करने का मिलता है मौका
एक रिश्ते में रहते हुए अमूमन हम सभी सिर्फ और सिर्फ अपने पार्टनर को ही पैम्पर करने की कोशिशों में लगे रहते हैं। खासतौर से, एक टॉक्सिक रिलेशन में लोगों की पहली प्राथमिकता उनका पार्टनर होता है। लेकिन ब्रेकअप के बाद व्यक्ति की पहली प्राथमिकता उनका पार्टनर नहीं, बल्कि वह खुद होते हैं। जिसके कारण वे खुद को पैम्पर करना शुरू कर देते हैं। ऐसे में वे अपने फिजिकल और मेंटल हेल्थ पर अधिक फोकस करते हैं। हो सकता है कि इस वीकेंड आप अपने पार्टनर के लिए सरप्राइज प्लॉन करने की जगह पार्लर की बुकिंग करें या फिर दोस्तों के साथ आउटिंग पर जाएं।
5) मजबूत होते हैं सामाजिक संबंध
जब व्यक्ति किसी के साथ टॉक्सिक रिलेशन में होता है तो ऐसे में वे मेंटली काफी डिस्टर्ब होता है। ऐसे में यह काफी हद तक संभव है कि इसके साथ उसके अन्य रिलेशन प्रभावित हों। कई बार इसके कारण उसके परिवार, रिश्तेदारों यहां तक कि दोस्तों से भी रिश्ते लगभग खत्म हो जाते हैं। लेकिन ब्रेकअप आपको दोस्तों और परिवार के सदस्यों के साथ फिर से जुड़ने, उन रिश्तों को मजबूत करने का फिर से एक अवसर प्रदान करता है।
6) डर के साए से बाहर निकलना
जब आप टॉक्सिक पार्टनर के साथ रहते हैं तो मन में हमेशा ही एक डर का भाव रहता है। ना जाने पार्टनर किस बात पर कब गुस्सा हो जाए, कहीं वह चिल्लाने ना लग जाए या फिर किसी वजह से हिसंक ना हो जाए। जब व्यक्ति अपने टॉक्सिक पार्टनर के साथ होता है तो उसके मन में प्यार या खुशी नहीं, बल्कि हमेशा ही एक डर रहता है। लेकिन जब आप टॉक्सिक पार्टनर से रिश्ता तोड़ देते हैं तो साथ ही आप डर की उन जंजीरों को भी तोड़ देते हैं, जिसमें आप अभी तक जकड़े हुए थ। इस तरह टॉक्सिक पार्टनर से रिश्ता तोड़कर आप निडर होकर सांस ले पाते हैं।
7) भावनात्मक रूप से होते हैं मजबूत
टॉक्सिक पार्टनर के साथ रहते हुए व्यक्ति अपनी काबिलियत पर ही शक करना शुरू कर देता है। यहां तक कि उसका इमोशनली भी काफी ब्रेकडाउन हो जाता है। इतना ही नहीं, एक बार टॉक्सिक पार्टनर से ब्रेकअप होने के बाद खुद को रिकवर करने में थोड़ा समय लग सकता है। लेकिन एक बार अलग होने के बाद जब आप खुद को हील कर लेते हैं तो भावनात्मक रूप से भी कहीं अधिक मजबूत हो जाते हैं। साथ ही साथ, एक बुरे व्यक्ति और रिश्ते से बाहर निकलने के बाद व्यक्ति दोबारा किसी भी रिश्ते में बहुत सोच-समझकर कदम रखता है। इस तरह वह अपने लिए एकदम सही पार्टनर ढूंढ पाता है।
