House Helper: हर महिला चाहे वर्किंग हों या होममेकर कहीं न कहीं उनकी जिंदगी में काम वाली बाई कमला, रमा या वैजंती की अलग अहमियत है। इस अहमियत का गाहे-बगोह पता चलता ही रहता है जब वो नहीं आती और हमें ऑफिस काम के साथ घर के सभी कामों को मैनेज करना पड़ता है। इसकी वजह है कि भारतीय परिवारों में आज भी कहीं न कहीं घर के कामों को दोयम दर्जे का समझा जाता है। बड़े शहरों की बात छोड़ दी जाए तो छोटे शहरों में और खास तौर से संयुक्त परिवारों में पुरुषों की घर के कामों में उपस्थित न के बराबर होती है। ऐसे में बाई के साथ मैनेजमेंट दीदी या भाभी को ही करना होता है। इसे किस तरह स्मार्टली डील किया जाए इसके बारे में हम इस आर्टीकल में हम आपको जानकारी देंगे।
कुछ मीठा हो जाए

मीठा बोलने से खुद को भी तनाव कम रहता है और हमारे आस-पास जो लोग होते हैं उनसे डील करने में भी हमें बेहद आसानी रहती है। यह तो आप बहुत अच्छे से जानती हैं कि आपकी बाई आपके घरेलू काम को निपटाने के लिए आपका एक दांया हाथ है। जाहिर है कि घर का काम करने वाली बाई काम करते हुए कुछ कमियां रखती हैं तो आप उन्हें उनके बारे में बताएंगी। लेकिन बताने के तरीके को आपको थोड़ा बदलना होगा। अक्सर लोगों के साथ होता है कि वो अपने से कमज़ोर या नीचे काम करने वाले लोगों पर गुस्सा निकालते हैं, जोकि बेहद गलत है। अगर आपको लग रहा है कि सामने वाले के काम करने में गलती है तो आप उन्हें प्यार के साथ समझाएं। हो सकता है कि आपके ताने देने या डांटने की वजह से वो ऐसा कर भी ले लेकिन उसके मन में आपके प्रति हीन भावना आ जाएगी।
उससे बातचीत करती रहें
सभी के जीवन में परेशानियां हैं लेकिन कई बातें ऐसी होती हैं जिन्हें बोलकर मन हल्का हो जाता है। आप सिर्फ बाई से काम के बारे में बातचीत न करें उसके जीवन में क्या हो रहा है उसके बारे में भी जानकारी रखें। जब वो बातचीत करेगी तो आपको भी इस बात का अंदाजा रहेगा कि उसके जीवन में आखिर चल क्या रहा है। कभी ऐसे ही उसके गांव के बारे में पूछें। धीरे-धीरे वो आपको अपना समझकर अपनी परेशानी और खुशियां साझा करेगी। आप भी अपनी कुछ बातें उसके साथ कर सकती हैं। इस बात को याद रखें कि जब दो लोगों के बीच में बातचीत बनी रहती है तो उनका खूलूस भी बना रहता है।
प्रोफेशनलिज्म सिखाएं

सबसे पहले तो आपको अपने दिमाग में इस बात को बैठाना होगा कि वो आपकी हाउस हेल्पर है नौकरनी नहीं। वो आपके घर में जॉब कर रही है। ऐसे में जिस तरह से हमें अपने ऑफिस में काम के अलावा कुछ अधिकार और सुविधाएं मिलती हैं वैसे ही उसे भी मिलनी चाहिए। बाईयां अपने अधिकारों को लेकर बीते कुछ सालों में अवेयर हुई हैं। वो अब अपना वीक ऑफ लेती हैं। लेकिन उन्हें थोड़ा प्रोफेशनल आपको करना होगा। उन्हें बताएं कि अगर उन्हें लंबी छुट्टी चाहिए तो इस बारे में पहले से बताएं। इस बात की भी वे जानकारी दें कि वे किस दिन जॉइन करेंगी। ऐसा भी होता है कि किसी इमरजेंसी सिचुएशन की वजह से उन्हें कोई छुट्टी लेनी पड़ें तो उन्हें जानकारी देनी होगी कि वे नहीं आ पा रहीं। फोन को ऑफ करके बैठना कोई हल नहीं है। अगर आप वर्किंग हैं तो उन्हें बताएं कि ऑफिस में किस तरह छुटि्टयां ली जाती है।
कभी छूट भी दें
ऐसा बहुत बार होता है कि काम करने का मन नहीं करता। अपनी तरह उसे इंसान समझें और कभी- कभी घर के कामों में कुछ रियात कर दें या उसकी हेल्प कर दें। कभी अगर वो आपको थकी लग रही है तो मौका हो तो उसके लिए चाय बना दें। यह जो छोटी-छोटी चीजें बहुत बड़ा रोल प्ले करती हैं लाइफ में। आप समझ पाएंगी कि जब वो आप इन छोटी बातों का ध्यान रखेंगी तो वो कैसे आपकी जरुरत के वक्त में आपका साया बनी खड़ी होगी। इसके अलावा एक और अहम चीज आप उसे अपने विश्वास में लें। उसे कहें कि उसे जो भी चाहिए वो आपसे कहे चाहे वो खाने की चीज हो मेकअप का सामान हो या कपड़े। बहुत बार यह लोग अपनी मजबूरी की वजह से चोरी करने लगते हैं। वो आपके घर में है और यह आपकी जिम्मेदारी है कि वो चोरी न करे।
कभी यों ही पैसे दें

परोपकार घर से ही शुरु होता है। यहां हम यह स्थापित करने की कोशिश नहीं कर रहे कि आप तनख्वाह के अलावा उसे छोटे-मोटे काम करने के लिए लोभ दें। सच है कि अगर आप हर समय काम करने के पैसे देने लगते हैं तो आदत बिगड़ जाती है। लेकिन कभी बिना काम के ही उसे थोड़े बहुत पैसे दें। लेकिन हां पैसा देकर उसे कभी गुस्से में जताए नहीं।
