पेड़ उगाने के लिए गार्डन की जगह नहीं है तो आप निराश मत होइए
अगर आप भी अपने घर में उगाये और ताजे कटे हुए फलों का आनंद लेना चाहते हैं और पेड़ उगाने के लिए गार्डन की जगह नहीं है तो आप निराश मत होइए। हम इस लेख के माध्यम से कुछ ऐसे फल देने वाले पेड़ों के बारे में बताने जा रहें हैं
Potted Fruit Plants: बागवानी करने के तौर तरीके हर रोज़ बदल रहे हैं। ऐसे में अर्बन फॉर्मिंग पहले से काफी आसान हो गई है। ऐसे में यदि आप भी अपने घर में उगाये और ताजे कटे हुए फलों का आनंद लेना चाहते हैं और पेड़ उगाने के लिए गार्डन की जगह नहीं है, तो आप निराश मत होइए। हम इस लेख के माध्यम से कुछ ऐसे फल देने वाले पेड़ों के बारे में बताने जा रहें हैं, जिन्हें आप अपने घर की बालकनी या टैरिस पर गमले या ग्रो बैग में उगा सकते हैं।
1- सेब

सेब के ग्राफ्टेड पौधे को आप किसी भी नर्सरी से ख़रीदकर गमले या ग्रो बैग की मिट्टी में लगाएं। पौधे को समय समय पर खाद और पानी देते रहें। कोशिश करें की एक से ज़्यादा पौधे लगायें ताकि यह एक दूसरे को आसानी से परागित कर सकें। सेब का पेड़ कहीं भी उगाया जा सकता है बशर्ते वह जगह बहुत ज़्यादा गरम और बहुत ज़्यादा ठंडी नहीं हो। पौधों को रोगों और कीटों से बचाने के लिए इनका नियमित रूप से देखभाल ज़रूरी होता है।
2- चेरी

चेरी के पौधे को आप बीज और कटिंग दोनों के ही माध्यम से लगा सकते हैं। यह पौधा सूखी दोमट मिट्टी में अच्छे से उगता है। एक बार इसे गमले या ग्रो बैग में लगाने के बाद नियमित रूप से पानी देते रहें ताकि चेरी के पौधे रसदार फल विकसित कर सकें। चेरी के पौधे धूप वाली जगह पर अच्छे से विकसित होते हैं। इनकी नियमित देखभाल करते रहे। पौधों को कीड़े आदि से बचाव के लिए नीम तेल का छिड़काव करें।
3- अंजीर

अंजीर के पौधे के लिए रेतीली दोमट मिट्टी सबसे अच्छी मानी जाती है। आप इसे अपने घर पर तैयार किए हुए पॉटिंग मिश्रण में भी लगा सकते हैं। अंजीर अच्छी जल निकसी वाली मिट्टी में अच्छी तरह से विकसित करता है। पौधे को गमले में एक बार रोपित करने के बाद नियमित रूप से पानी देते रहें अन्यथा इस से पत्ते गिरने लगते हैं या फल उत्पादन कम हो सकता है। यह गर्म मौसम में तेजी से विकसित होता है, लेकिन अधिक ठंड को सहन नहीं कर सकता है।
4- अनार

अनार के पौधों को आप कटिंग और बीज दोनों के ही द्वारा गमले या ग्रो बैग में आसानी से उगा सकते हैं। यह एक ऐसा पौधा है जो किसी भी तरह की मिट्टी में आसानी से उग जाता है। लेकिन जैविक सामग्री से भरपूर मिट्टी होगी तो परिणाम अच्छा मिलेगा। एक बार पौधे को गमले में लगाने के बाद समय समय पर पौधे को खाद और पानी देते रहे। ठीक से पानी नहीं मिलने की स्थिति में पौधे से फल टूटकर नीचे गिरने लगते हैं। अनार के पौधे के लिए धूप बहुत ही ज़रूरी होती है, गमने को घर की ऐसी जगह पर रखें जहां अच्छी धूप आती हो।
5- सीताफल

सीताफल को कस्टर्ड एप्पल के नाम से जाना जाता है और इसके पौधे को बीज और कटिंग दोनों ही प्रकार से लगाया जा सकता है। यह पौधा सूखी, रेतीली और दोमट मिट्टी में अच्छी तरह से विकसित होता है। एक बार पौधे को गमने में अच्छी तरह लगाने के बाद नियमित पानी और समय समय पर खाद देते रहें। यह पौधा धूम में अच्छे से ग्रो करता है पर पौधे में नमी की मात्रा को बनाए रखें। पौधे पर जब फल लगने लगें तो पानी देना कम कर दें।
6- आम
आम एक ऐसा पौधा है जो हम सभी के घरों में पाया जाता है। इस के पौधे को बीज और कटिंग दोनों के ही माध्यम से उगाया जा सकता है। पौधे को गमले या ग्रो बैग में उगाने के लिए आम की बौनी क़िस्मों का चयन करें। बीजों या कटिंग को मिट्टी में लगाने की बजाय खुदके द्वारा तैयार किये हुए पॉटिंग मिश्रण में लगाएं तो परिणाम अच्छा आएगा। आम के पेड़ को नमी और अच्छी धूप की ज़रूरत होती है। इसलिए, घर के एक ऐसे हिस्से में रखें जहां पर अच्छी धूप आती हो। अच्छी ग्रोथ के लिए आप जैविक खाद का इस्तेमाल कर सकते हैं।
7- नींबू

नींबू के पौधे को उगाने के लिए कार्बनिक पदार्थों और अच्छी तरह से जल निकासी वाले पॉटिंग मिश्रण की आवश्यकता होती है। नींबू का पेड़ अम्लीय मिट्टी में अच्छे से विकसित होता है। इस लिहाज से मिट्टी का पीएच स्तर लगभग 5 से 7 होना चाहिए। एक बार पौधे को गमले में लगाने के बाद नियमित पानी देते रहें। नींबू के पौधे को अच्छ ग्रोथ के लिए लगातार पानी और अच्छी ख़ासी धूप की आवश्यकता होती है। नियमित देखभाल करते रहें और किसी भी तरह के रोग और कीड़ों से बचाव के लिए नीम तेल का प्रयोग करें।
8- चीकू

चीकू का पौधा सभी तरह की मिट्टी में आसानी से उगाया जा सकता है। गमले में लगाने के लिए आप नर्सरी से ग्राफ्टेड चीकू का पौधा लायें यह जल्दी से ग्रो करता है। एक बार गमले में लगाने के बाद नियमित रूप से पानी दें ताकि नमी बनी रहे। पानी देते हुए इस बात का ख़्याल रखें कि इसकी पत्तियाँ गीली नहीं हो। गीले पत्तों के कारण चीकू में फंगल संक्रमण का खतरा हो सकता है। इस के लिए लगभग 6 से 8 घंटे की धूप की ज़रूरी होती है।
9- अमरूद

अमरूद के पौधे को अपने घर पर लगाने के लिए आप कटिंग और लेयरिंग विधि का उपयोग कर सकते हैं। अमरूद आसानी से उग आने वाला पौधा है और सभी तरह की मिट्टी में उग सकता है। परंतु रेतीली दोमट मिट्टी में इसके लिए ज़्यादा उपयुक्त पायी गई है। एक बार इसे गमले में लगाने के बाद नमी को बरक़रार रखने के लिए नियमित पानी देते रहें और पौधें में जब फूल और फल लगने लगें तो पानी देना कम कर दें, नहीं तो फूल गिर सकते हैं।
10- संतरा

संतरे के पौधे को बीज या कटिंग दोनों ही तरीक़े से किसी गमले या ग्रो बैग में उगाया जा सकता है। बस इसके लिए आपको गमले या ग्रो बैग का आकार बड़ा चुनना होगा ताकि पौधों की जड़ों को फैलने में किसी प्रकार की रुकावट नहीं आए। एक बार पौधे को गमले में लगाने के बाद उसमें नियमित रूप से पानी देते रहें और जब पौधें में फूल और फल आने लगे तो पानी देना कम कर दें। संतरे के पौधे के लिए सामान्य धूप की आवश्यकता होती है। इसके अच्छे विकास के लिए आप जैविक खाद का उपयोग कर सकते हैं।
